टैग: सैय्यद शहंशाह हैदर आब्दी

सरकार की लफ्फाज़ियों और उस पर आपकी तालियों ने देश को क्या दिया?

Edited by Arshad Aabdi, NIT: लेखक: सैय्यद शहंशाह हैदर आब्दी सरकार की लफ्फाज़ियों और उसपर आपकी तालियों ने देश को क्या दिया? सोचिए गम्भीरता से सोचिए, ऐसी सोच देने के…

बाबरी मस्जिद विध्वंस- 27 वीं बरसी: 6 दिसंबर 1992 शौर्य दिवस, काला दिन या अयोध्या में एक तहज़ीब के मर जाने की कहानी???

Edited by Arshad Aabdi, NIT: लेखक: सैयद शहंशाह हैदर आब्दी पिछले 70 साल से सच तो बस बाबर को और उसकी बनवाई बाबरी मस्जिद बताकर लगातार झूठ बोला जाता रहा…

कश्मीरी पंडित नादान फरिश्ता: कश्मीर, गुजरात, हिन्दुस्तान और शेष संसार के मुसलमान???

Edited by Arshad Aabdi, NIT: लेखक: सैय्यद शहंशाह हैदर आब्दी एक तरफ सिर्फ झूठ और सारी सुविधाएं, दूसरी तरफ अन्याय, अत्याचार और उपेक्षा। स्वयं भू राष्ट्रवादियों का दोग़लापन और बे-ईमानी।…

हिन्दुस्तान और नवराष्ट्रवाद……!

Edited by Arshad Aabdi, NIT: लेखक: सैय्यद शहंशाह हैदर आब्दी हम, पुलवामा और उसके बाद के आतंकी हमले के बाद बैंगलुरु से पालक्कड़ के लिये बैंगलुरू – कन्याकुमारी एक्सप्रेस से…

कश्मीर के पुलवामा में सभी शहीद जवानों को अश्रुपूर्ण श्रध्दांजलि, परिवार के साथ हार्दिक संवेदनाएं। कब तक सुनें हम – शहीदों की क़ुर्बानी बेकार नहीँ जायेगी, आख़िर कब तक……?

Edited by Arshad Aabdi, NIT: लेखक: सैय्यद शहंशाह हैदर आब्दी आतंकवाद मुक्त ज़िला घोषित कर जश्न मनाया गया था न अभी कुछ दिन पहले ही कश्मीर में? क्या हुआ सर,…

पीयूष गोयल जी का गोल गोल बजट, सिर्फ सुर्ख़ियां ही सुर्खियां… वादे पूरे करने के इंतज़ाम नदारद

Edited by Arshad Aabdi, NIT: लेखक: सैय्यद शहंशाह हैदर आब्दी तमिल कवि तिरुवल्लुवर लिखते हैं- ‘ इदिप्परई इल्लाथा इमारा मन्नान केदुप्पार इलानुअम केदुम (उस राजा पर नज़र रखें जो ऐसे…

‘दुनियां के मज़दूरों एक हो’, मगर कैसे?

अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ झांसी, NIT: लेखक: सैय्यद शहंशाह हैदर आब्दी मेहनतकशों के आंदोलन का एक महत्वपूर्ण और लोकप्रिय नारा है- ‘दुनियां के मज़दूरो एक हो’। हमारा भी मानना है…

नेहरू जयंती पर विशेष: नेहरू, पटेल और गांधी एक दूसरे के पूरक

अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ झांसी (यूपी), NIT: लेखक: सैय्यद शहंशाह हैदर आब्दी देश 14 नवम्बर 2018 को चाचा नेहरू की 129 वीं ज्यंती मना रहा है, लेकिन अफसोस एक ख़ास…

धारा 497 असंवैधानिक फैसला महिलाओं की आज़ादी या बर्बादी? 

अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ झांसी, NIT:​ लेखक:सैय्यद शहंशाह हैदर आब्दी केरल के एक प्रवासी भारतीय जोसेफ साइन ने इस संबंध में याचिका दायर करके आईपीसी की धारा-497 की संवैधानिकता को…

प्रधानमंत्री जी एक नज़र इधर भी….

अरशद आब्दी, झांसी (यूपी), NIT; ​ लेखक: सैय्यद शहंशाह हैदर आब्दी प्रधानमंत्री जी, मुसलमान लड़कियों को सिर्फ़ सलमा-सितारा से सजा ग़रारा-शरारा पसंद नहीं है, वे शलवार भी पहनती हैं और…

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