राजीव गांधी शहरी एवं ग्रामीण ओलंपिक खेलों का हुआ समापन, मेडल एवं मोमेंटो देकर खिलाड़ियों को किया गया सम्मानित | New India Times

अशफाक कायमखानी, सीकर (राजस्थान), NIT:

राजीव गांधी शहरी एवं ग्रामीण ओलंपिक खेलों का हुआ समापन, मेडल एवं मोमेंटो देकर खिलाड़ियों को किया गया सम्मानित | New India Times

जिला प्रशासन द्वारा जिला खेल स्टेडियम सीकर में एक से 5 सितम्बर तक आयोजित राजीव गांधी शहरी एवं ग्रामीण ओलंपिक खेल प्रतियोगिता का समापन सीकर विधायक राजेन्द्र पारीक के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। विधायक पारीक ने समापन कार्यक्रम में विजेता व उप विजेता टीमों के खिलाड़यों को ट्रॉफी, प्रशस्ती पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया।

समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीकर विधायक राजेन्द्र पारीक ने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण और शहरी ओलंपिक खेलों के माध्यम से खिलाड़ियों के साथ-साथ लंबे समय से खेलों से दूर रहे लोग भी खेलों से जुड़ें है। उन्होंने कहा कि सीकर जिले में प्रशासन द्वारा किये गये नवाचार के तहत खेलों में विशेष योग्यजन बच्चों ने भी हिस्सा लिया और वे भी किसी से कम नहीं है। विधायक पारीक ने कहा कि इस आयोजन के स्लोगन "खेलेगा राजस्थान,जीतेगा राजस्थान" में पूरा सार है। क्योंकि जबतक हम बचपन से बच्चों में खेल भावना विकसित नहीं करेंगे तो उनमें खेलों के प्रति रुचि नहीं होगी।

नींबू-चम्मच दौड़ में शामिल विशेष योग्यजन खिलाड़ी
विधायक ने इस अवसर पर कहा कि इस आयोजन के माध्यम से परिवार के लोग एक साथ आपस में खेलें जिससे उनमें आपसी सौहाद्र्ध की भावना विकसित हुई। उन्होंने कहा कि जब ऐसे आयोजन में कोई बच्चा या अन्य कोई व्यक्ति अपने परिवार ही नहीं बल्कि अन्य लोगों के साथ मिलकर खेलते हैं तो उनका सभी से संवाद होता है, जिससे कि वह तनाव मुक्त तो होता ही है, साथ ही मानसिक रूप से मजबूत भी होता है।

विधायक पारीक ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी में जो रिजर्वेशन दिया है उसका उद्देश्य है कि खेलों के प्रति लोगों का रुझान बढ़े और वे खेलों में भी अपना कैरियर बनाएं। उन्होंने कहा कि सीकर में विशेष योग्यजन बच्चों ने खेल कर जब जीत हासिल की तो उनके चेहरे पर अलग ही खुशी थी। उन्होंने भी महसूस किया कि हम भी खेलों के मामले में कम नही है।
जिला बीसूका उपाध्यक्ष सुनीता गठाला ने इस अवसर पर कहा कि खेलों से न केवल हमारा शारीरिक व मानसिक विकास होता है बल्कि एक स्वस्थ शरीर होता है उसमें स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। इसी सोच के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खेलों की शुरूआत की है। इन खेलों की एक विशेष बात है कि इनमें कोइ उम्र सीमा नहीं है कोई भी केटेगरी नहीं है, दादा—पोता,सास सास,बहू सभी एक साथ खेल रहे है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि राजीव गांधी शहरी एवं ग्रामीण ओलंपिक खेलों में विभिन्न प्रतियोगिताएं कबड्डी, फुटबॉल, बास्केटबॉल, शूटिंग, बॉलीबॉल, टेनिस क्रिकेट, खो—खो , रस्सा कस्सी, सांस्कृतिक संध्या सहित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जिसमें खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस दौरान जिला शान्ति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ संयोजक एवं राज्य बाल संरक्षण आयोग सदस्य शिवभगवान नागा, संभागीय आयुक्त सीकर डॉ. मोहनलाल यादव, नगर परिषद सभापति जीवण खां, उप सभापति नगर परिषद अशोक चौधरी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर मनमोहन मीणा, जिला रसद अधिकारी सुशील कुमार सैनी, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी शीशराम कुल्हरी, प्रारंभिक लालचंद नहलिया, शारीरिक शिक्षक राजवीर सिंह शेखावत, जिला खेल अधिकारी अशोक कुमार, राजेश सैनी सहित खिलाड़ी जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।


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