जिला बाल अधिकार फोरम (चाइल्ड राइट ऑब्जर्वेटरी) ग्वालियर के तत्वाधान में आयोजित हुई बैठक | New India Times

संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:

जिला बाल अधिकार फोरम (चाइल्ड राइट ऑब्जर्वेटरी) ग्वालियर के तत्वाधान में आयोजित हुई बैठक | New India Times

जिला बाल अधिकार फोरम (चाइल्ड राइट ऑब्जर्वेटरी)
ग्वालियर के तत्वाधान में बैठक की अध्यक्षता श्रीप्रकाश सिंह निमराजे, संयोजक डी.सी.आर.एफ.एवं अध्यक्ष गोपाल किरन समाजसेवी संस्था द्वारा की गई। निमराजे ने बाल अधिकारों एवं बच्चों से मन के विचारों पर चर्चा, बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा, बाल श्रम की रोकथाम, बाल हिंसा, कोविड-19 संक्रमण की सुरक्षा हेतु समझाइश दी गई और घरों में रहकर रचनात्मक गतिविधि से जोड़ने पर जानकारी व बाल श्रम सर्वे अनुभव को साझा किया और बच्चों की बात करते हुए उनको नशे से बचने के लिए शिक्षा पर फोकस करने का सुझाव रखा। कोरोना वायरस के कारण स्कूल और कॉलेज बंद हो गए हैं और इस वजह से छात्रों की शिक्षा प्रभावित हुई है, इसलिए सरकार सभी छात्रों को मुफ्त एंड्रॉइड स्मार्टफोन प्रदान करे ताकि छात्र इंटरनेट और ऑनलाइन कक्षाओं की मदद से अपनी शिक्षा पूरी कर सकें।

सुश्री जहाँआरा (सीसी-वीडियो वोलेंट्रीयर गोवा) द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, सुरक्षा पर कोरोन से हुए हकीकत पर बात रखी। 15 दिन में ऑनलाइन बैठक रखने का प्रस्ताव रखा गया जिस पर सभी की सहमति मिली। बच्चों से वीडियो मंगा ले कि कौन सा प्रश्न पूछने वाले हैं। कोविड-19 महामारी के चलते बच्चों पर विशेष प्रभाव पड़ा है उनकी शिक्षा स्वास्थ्य की चिंता परिवार को सत रहा है, वहीं परिवार व समाज में सभी स्तरों पर महिलाओं के साथ विशेष रुप से गरीब और रोज कमाने वाली महिलाओं के साथ भेदभाव, हिंसा और बदहाली की घटनाओं में तेजी आ गई है एक और लाॅकडाउन के कारण रोजी-रोटी का संकट है तो दूसरी ओर महिलाएं बेरोजगार हो गए हैं महिलाओं पर परिवार में और अधिक जिम्मेदारी आ गई है भारत मे महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा 10 गुना अधिक काम करती हैं इसके बावजूद उन्हें वेतन कम दिया जाता है भारत में गिरते सामाजिक आर्थिक संकट और इससे महिलाओं पर पड़ने वाले असर को देखते हुए महिलाओं को संगठित करने की आवश्यकता है.कोरोना का अक्सर असर बच्चे पर पड़ा हैं उसके सामने परिवार मैं सहभागी बनने की आवश्यकता आ पड़ी हैं मिड डे मील वर्करों की समस्या, दलित उत्पीड़न,स्वास्थ्य,शिक्षा,सामाजिक सुरक्षा, रोजगार, महिलाओं के खिलाफ बढती हिंसा आदि मुद्दों पर अपनी बात रखी।
प्रीती जोसी (Specell Mahila Cell) ने डी.सी.आर.एफ. (DCRF) के प्लान तैयार किया और गतिविधियों व बैठक की सूचना संबंधी जानकारी हर स्तर पर बांटने कीबात करते हुए एड्वोकेसी की बात कही औरकिशोरी बलिको के सशक्तिकरण की बात की सदस्यों को विषय संबंधी जानकारी तैयार करने और नई जानकारी जुटाने के लिए स्वयं प्रयास करने पर जोर दिया।
डॉ.एम .एल .यादव ने कहा कि हमें कम से कम एक साथी को 15 दिवस के अंदर (डी.सी.आर .एफ )की मीटिंग रखने के बात करते हुए और समान विचार धारा के लोगो को बुलाने की तैयार करना चाहिए महमरतुंजय ने कहा कि बृक्षारोपण कार्यक्रम पौधरोपण कर पौधे की देखभाल करें। विवेक यादव ने कहा कि पौधे को लगाकर उसकी देखभाल भी करे।धर्मेंद्र यादव ने कहा कि अधिक से अधिक पौधे लगाएं। श्री मंशाराम जी राशन की दुकानों पर भी धांधली कर रहे हैं प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज की वजह 3 किलो 4 किलो अनाज ही दे रहे हैं जबकि सरकारी वही खाते में 5 किलो अनाज काजिक्र करते हैं.श्री मूलचंद जी ने अपने बात रखते हुये कहा कि अपने बिजली के मुद्दों को उठाते हुए कहा कि सरकार के नुमाइंदे इस महामारी मैं भी पत्रक ना खाते हुए बिजली के बिलों में धांधली कर रहे हैं आम जनता जो दो वक्त की रोटी के लिए तरस रही है फिर भी जनता से आंकलित खपत के नाम पर पांच से दस हजार की बिजली बिल की वसूली की जा रही हैं. जिला बाल अधिकार मंच में संचालित गतिविधियों पर डॉ.पुरुषोत्तम अर्गल जी( द्वारा व्यापक जानकारी देते हुए सभी के सुझाव आमंत्रित किए ,सार्थक एवं प्रभावी बनाये रखने की अपेक्षा की।प्रत्येक गतिविधि के अन्तर्गत कोविड-19 के अन्तर्गत बचाव को ध्यान में रखते हुए मास्क, सेनेटाईजर एवं सोशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखा जाए। मीटिंग प्लेस को एवं आने बालो को सेनेटाईजर किया जाए। प्रवेश के लिए लगाई गई लाईन सोशल डिस्टेंस के साथ होना चाहिए। मीटिंग प्लेस पर साबुन, पानी का इंतजाम किया।


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