लाॅक डाउन में किसी एक व्यक्ति की कोताही पूरे क्षेत्र व देश को खतरे में डाल सकती है: अरशद रजा़ | New India Times

साबिर खान, अमरोहा/लखनऊ (यूपी), NIT:

लाॅक डाउन में किसी एक व्यक्ति की कोताही पूरे क्षेत्र व देश को खतरे में डाल सकती है: अरशद रजा़ | New India Times

इस वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौर में किसी भी एक व्यक्ति की थोडी़ सी भी लापरवाही पूरे क्षेत्र पर भारी पड़ सकती है। यह बात समाजसेवी व इण्डियन शिया यूथ वेल्फेयर सोसायटी के प्रदेश महामंत्री अरशद रजा़ ने कही है।
उन्होंने कहा कि सभी लोग अपनी-अपनी जि़म्मेदारी समझें और ईमानदारी से लाॅक डाउन के नियमों का पालन करें।इस महामारी की गम्भीरता को समझें क्योंकि हमारी ज़रा सी लापरवाही हमारे पूरे इलाके़ व देश को संक्रमित कर सकती है। अगर हमें अपने परिवार व समाज की परवाह है तो लाॅक डाउन के नियमों का पालन करते हुये घर में ही रहना चाहिए और सरकारी निर्देशों का पालन करना चाहिए। मास्क पहनना, बार बार हाथ धोना, सेनिटाईज़र का प्रयोग, सामाजिक दूरी आदि की आदत नियमित तौर पर डाल लें।
लाॅक डाउन खत्म होने के बाद भी आपको ये सावधानियाँ बरतनी पडे़गी और कुछ नियमों का पालन करना पडे़गा।
यह बीमारी कितनी खतरनाक है इसके परिणाम आप अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, चीन व स्पेन आदि देशों में देख ही रहे हैं जहाँ प्रत्येक दिन हजारों की संख्या में लोगों की मौतें हो रही हैं। हमारे भारत देश में यह बीमारी अभी नियन्त्रण में है, अगर हम समय रहते नहीं सुधरे तो परिणाम और भी गंभीर हो सकते हैं।
पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इस बीमारी की दवा व टीका बनाने में दिन रात एक कर रहे हैं। जब तक कोई प्रभावी दवाई या टीका नहीं बनता तब तक हमें ये सब सावधानियाँ बरतनी होंगी।
इस महामारी के समय में हम सबको अपनी अपनी जि़म्मेदारी समझनी होगी और सबको एक साथ मिलकर इस बीमारी से लड़ना होगा। हमें डाक्टर्स, पुलिसकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी, शिक्षकगण व अन्य कर्मी जो इस महामारी में हमारा साथ दे रहे हैं उनका सम्मान करना चाहिए।
अगर आपको कोरोना के कोई भी लक्षण जैसे- बुखार, जुकाम, खाँसी व छीकें आदि दिखाई दें तो तुरन्त ही अपने आप को अलग करते हुये प्रशासन को सूचित करें।
डाॅक्टर व प्रशासन हर समय आपकी सेवा में उपस्थित है।
किसी भी अफवाह पर विश्वास ना करें और ना ही कोई अफवाह फैलने दें।
इस आपदा की घडी़ में सब लोग एक दूसरे की सहायता करें। ख्याल रखे कि किसी को खाने व दवाइयों की कोई दिक्कत ना हो। कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे। स्वस्थ रहें, सजग रहें व सावधानी बरतें। सभी की जान कीमती है चाहे अमीर हो या ग़रीब। ऐसा ना हो कि आपकी एक लापरवाही से पूरे देश को खतरा पैदा हो जाये। सावधानी ही इस बीमारी का इलाज है।


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By nit

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