फराज़ अंसारी, ब्यूरो चीफ, बहराइच (यूपी), NIT:
पत्रकार चाहे शहरी हों या ग्रामीण क्षेत्रों के हों, समाज सुधारक होने के साथ ही लोकतंत्र का मजबूत स्तम्भ हैं। देखा जाये तो समाज सेवा का सच्चा रूप पत्रकारिता में ही दिखता है। सूचना, शिक्षा एवं मनोरंजन प्रदान करने के तीन उद्देश्यों में सम्पूर्ण पत्रकारिता का सार तत्व निहित है। पत्रकारिता व्यक्ति एवं समाज के बीच सतत संवाद का माध्यम है। अपनी बहुमुखी प्रवृत्तियों के चलते पत्रकारिता व्यक्ति एवं समाज को गहराई तक प्रभावित करती है। सत्य के शोध एवं अन्वेषण में पत्रकारिता एक सुखी, सम्पन्न एवं आत्मीय समाज बनाने की प्रेरणा से भरी-पूरी है। पत्रकारिता का मूल उद्देश्य ही अन्याय के खिलाफ प्रतिरोध दर्ज करना है। सच्ची पत्रकारिता की प्रकृति व्यवस्था विरोधी होती है। वह साहित्य की भाँति लोक-मंगल एवं जनहित के लिए काम करती है। वह पाठकों में वैचारिक उत्तेजना जगाने का काम करती है। उन्हें रिक्त नहीं चोड़ती। पीड़ितों, वंचितों के दुख-दर्दों में आगे बढ़कर उनका सहायक बनना पत्रकारिता की प्रकृति है। समाज सुधार में पत्रकारों की महत्वपूर्ण भूमिका है या यूं कहें तो किसी भी सभ्य समाज के निर्माण में पत्रकार और पत्रकारिता का एक अहम योगदान होता है। पत्रकारों को महजबी भाषाई सोच से ऊपर उठकर समाज की सेवा करनी चाहिए और पत्रकार अपने इस दायित्व और कर्तव्य को बड़ी ही जिम्मेदारी से निभाते आये हैं। जिसका जीता जागता एक उदाहरण आज जनपद में पत्रकारों द्वारा आयोजित ईद मिलन समारोह में बुधवार को गंगा जमुनी तहजीब देखने को मिली। इस ईद मिलन कार्यक्रम में पत्रकारों ने सामाजिक समरसता का संदेश दिया।
भारतीय संदर्भों में पत्रकारिता लोकमंगल की भावना से अनुप्राणित है। वह समाज से लेना नहीं वरन उसे देना चाहती है। उसकी प्रकृति एक समाज सुधारक एवं सहयोगी की है। वह अन्याय, दमन से त्रस्त जनता को राहत देती है, जीने का हौसला देती है। सत्य की लड़ाई को धारदार बनाती है। बदलाव के लिए लड़ रहे लोगों की प्रेरणा बनती है। जिला पत्रकार संघर्ष समिति के बैनर तले आज जिले के पत्रकारों ने कलेक्ट्रेट स्थित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भवन में ईद मिलन समारोह का आयोजन किये। समारोह में पत्रकारों ने एक दूसरे के गले मिल एक दूसरे को ईद-उल-फित्र की मुबारकबाद दी और सिवईं का आनन्द लिया। इस दौरान सभी ने दूसरे को बधाइयां दी और अपने अपने विचार रखे। जिसमें जिले के पत्रकारों सहित देश भर पत्रकारों के हो रहे उत्पीड़न पर सभी ने एक सुर में ऐसी घटनाओं की कड़ी निन्दा की। पत्रकारों ने कहा कि अब आगे इन घटनाओं को रोकने के लिए हर सम्भव प्रयास किया जायेगा और इसके खिलाफ आवश्यकता पड़ने पर आर-पार की लड़ाई लड़ी जायेगी। अपने सम्बोधन में वरिष्ठ पत्रकार सलीम सिद्दीकी ने कहा कि जिस तरह से पत्रकारों का उत्पीड़न मौजूदा समय मे किया जा रहा है ऐसा कृत्य आज़ाद हिंदुस्तान के इतिहास में इससे पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात आने वाली पीढ़ियों के लिये घातक हो सकते हैं ऐसे में सभी को एकजुट इसका सामना करना चाहिये अन्त में उन्होंने सभी को ईद की बधाई दी। वहीं इस दौरान डीपी श्रीवास्तव ने कहा कि ईद मिलन कार्यकम के माध्यम से आज सभी पत्रकार एकजुट हुए हैं यह काफी अच्छी पहल है जो पिछले तीन सालों से निरन्तर जारी है। उन्होंने कहा कि हालात चाहे जैसे भी हों हम जिले के पत्रकार अपने कर्तव्यों और दायित्वों का निर्वहन पूर्ण लगन और निष्ठा से करेंगे। कार्यक्रम के दौरान सभी पत्रकारों ने एक दूसरे को ईद की बधाई दी। इसके बाद सभी ने सिवईं का आनन्द लिया। कार्यक्रम में सहायक सूचना अधिकारी गुलाम वारिस, वरिष्ठ पत्रकार सलीम सिद्दीकी वीरेन्द्र श्रीवास्तव “वीरू”, अज़ीम मिर्ज़ा, ताहिर हुसैन, एसएमए कादरी, आफताब अहमद, खालिद हुसैन, डीपी श्रीवास्तव, फ़ैज़ खान, अरशद क़ुददूस, अब्दुल कादिर”मुन्ना”, सलमान असलम, सोनू हैदर, फहीम अहमद, फ़राज़ अन्सारी, अमन शुक्ला, सिराज अहमद, राहुल यादव, एस0पी0 मिश्रा, नसीम खान,खालिद हुसैन, रेहान कादरी, शकील अहमद, नूर आलम वारसी, सुदेश, मोनिश अज़ीज़, मोहम्मद आमिर, आतिफ लुकमान, रामगोपाल गुप्ता, राकेश गुप्ता,राज प्रताप,राहुल वर्मा, बिन्नू बाबा, बाबू खान, रामगोपाल गुप्ता, गोपाल शर्मा आदि पत्रकारों सहित सूचना विभाग के कर्मचारीगण मौजूद रहे।
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