अली अब्बास, ब्यूरो चीफ, मथुरा (यूपी), NIT:
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली, उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ तथा राष्ट्रीय महिला आयोग के संयुक्त तत्वावधान में जनपद न्यायाधीश मथुरा आशीष गर्ग के निर्देशानुसार महिलाओं के हितार्थ एक विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन राजकीय महाविद्यालय, माँट, जनपद मथुरा में आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता श्रीमती नीरू शर्मा, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण / अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मथुरा द्वारा की गई। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी मॉट श्रीमती प्रीति जैन, तहसीलदार मॉट मनीष कुमार, नायब तहसीलदार श्रीमती जयन्ती मिश्रा, सी.एच.सी. मॉट चिकित्साधिकारी डा० मीनाक्षी, श्रम विभाग से एस.पी. पाण्डेय, स्थायी लोक अदालत की सदस्या सुश्री प्रतिभा शर्मा, महाविद्यालय की प्रधानाचार्या डा० मीनाक्षी बाजपेयी, पराविधिक स्वयंसेवक श्रीमती अर्चना यादव, श्रीमती गीता यादव राहुल अग्रवाल, अधिवक्ता नीरज राठौर सहित महिलायें व छात्रायें उपस्थित रहीं।
विधिक साक्षरता शिविर का संचालन पराविधिक स्वयंसेवक श्रीमती अर्चना यादव द्वारा करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग, राज्य व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यो का परिचय एवं महिलाओं की शिकायतों के समाधान में भूमिका पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया।
पराविधिक स्वयंसेवक एवं विधि छात्र राहुल अग्रवाल द्वारा घरेलू हिंसा, क्रूरता व दहेज हत्या पर प्रकाश डाला गया।
पैनल अधिवक्ता नीरज राठौर द्वारा लैंगिक अपराधों से बालकों का निवारण, निशुल्क कानूनी सहायता एवं सेवायें, गिरफ्तारी से पूर्व व पश्चात महिलाओं के अधिकार, गिरफ्तारी का आधार, जमानती व गैर जमानती अपराध के प्रकार, गिरफ्तारी वारंट, जमानत के अधिकार सहित गिरफ्तार व्यक्ति के अधिकार पर विस्तृत रूप से बताया गया।
श्रम अधिकारी एस.पी. पाण्डेय द्वारा मातृत्व लाभ अधिनियम, कारखाना अधिनियम, समान पारिश्रमिक अधिनियम पर प्रकाश डाला गया। सी.एच.सी. मॉट से चिकित्साधिकारी डा० मीनाक्षी द्वारा गर्भ का चिकित्सीय समापन अधिनियम, प्रसव पूर्व निदान तकनीक पर प्रकाश डाला गया।
स्थायी लोक अदालत की सदस्या सुश्री प्रतिभा शर्मा द्वारा कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न की रोकथाम अधिनियम पर विस्तृत रूप से बताया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण / अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, मथुरा श्रीमती नीरू शर्मा द्वारा महिलाओं के अपहरण, बलात्कार एवं यौन उत्पीडन, अश्लीलता, एसिड अटैक, महिलाओं की लज्जा भंग करना आदि विधिक विषयों पर विस्तृत रूप से बताया गया।
कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्रधानाचार्या डा० मीनाक्षी बाजपेयी द्वारा उपस्थित सभी अधिकारीगण का आभार व्यक्त किया गया।
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