वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:

गोला के पूर्व कोतवाल अब धौरहरा के कोतवाल विवेक उपाध्याय और तीन आरक्षियों पर हत्या, भ्रष्टाचार और दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज होने के बाद इस मामले में राष्ट्रीय किसान शक्ति संगठन ने एसपी के नाम सीओ को ज्ञापन देकर आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और पुलिस सेवा से बर्खास्तगी की मांग की है।
ज्ञापन में कहा गया है कि गोला कोतवाली प्रभारी के पद पर रहते हुए विवेक उपाध्याय ने दलित गरीब किसान मजदूर धर्मेंद्र कुमार को घर से पकड़वा लिया उसकी पत्नी रेखा के कोतवाली जाने पर 40000 रुपए की मांग की, रुपए न देने पर धर्मेंद्र की पिटाई कर फर्जी जगह से गिरफ्तारी दिखाकर जेल भेज दिया, तीसरे दिन धर्मेंद्र की जेल में ही मृत्यु हो गई।
विवेक उपाध्याय की ऊंची पहुंच के कारण पोस्टमार्टम में डॉक्टरों ने खेल कर दिया इस कारण रेखा देवी ने अपने पति के शव का दाह संस्कार न कर डीएम को पुनः पोस्टमार्टम के लिए पत्र भेजकर शव को भूमि में सुरक्षित कर दिया, किंतु दोबारा पोस्टमार्टम नहीं कराया गया न ही रेखा देवी की तहरीर पर मुकदमा ही दर्ज किया गया। न्यायालय के आदेश पर भी एक माह से अधिक समय बाद मुकदमा तब दर्ज किया गया जब रेखा देवी ने फिर न्यायालय की शरण ली। किंतु मुकदमा दर्ज होने के बाद भी विवेक उपाध्याय और आरक्षियों की गिरफ्तारी नहीं की गई वह सभी वर्दी पुलिस की ड्यूटी कर रहे हैं।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि इस घटना से पूर्व कोतवाली मोहम्मदी में प्रभारी निरीक्षक के पद पर रहते हुए विवेक उपाध्याय ने न्यायालय अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायिक आदेश की अवज्ञा की थी जिसमें 7 मार्च 2022 को न्यायिक मजिस्ट्रेट रुचि श्रीवास्तव ने प्रकीर्ण वाद संख्या 56 /2022 में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 349 के तहत 100 रुपए का जुर्माना उनके वेतन से वसूलने एवं आदेश सर्विस बुक में लिखे जाने का आदेश दिया था जुर्माना तो वसूल कर लिया गया किंतु संभवत: न्यायिक आदेश सर्विस बुक पर नहीं लिखा गया इसलिए उन्हें पदावनत न कर मोहम्मदी से हटाकर गोला गोकर्णनाथ का प्रभारी निरीक्षक नियुक्त कर न्यायिक आदेश का पालन नहीं किया गया।
संगठन ने विवेक उपाध्याय सहित आरक्षी राजेंद्र सिंह गंगवार, सूर्य प्रताप राघव और गौरव उज्वल को तत्काल गिरफ्तार कर निलंबित कर पुलिस सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है गिरफ्तारी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस महानिदेशक और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग दिल्ली के अध्यक्ष को भेजी गई है।
ज्ञापन देते समय संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पटेल श्री कृष्ण वर्मा जिला अध्यक्ष संतोष सिंह, अरुण कुमार वर्मा, रामनिवास, जय सिंह यादव, अनिल वर्मा, सत्येंद्र कुमार, अनूप कुमार यादव आदि मौजूद रहे।
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