ग्वालियर शहर में बाहर से आकर झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले परिवारों को गोपाल किरन समाजसेवी संस्था ने किया खाद्यान्न राशन किट का वितरण | New India Times

संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:

ग्वालियर शहर में बाहर से आकर झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले परिवारों को गोपाल किरन समाजसेवी संस्था ने किया खाद्यान्न राशन किट का वितरण | New India Times

ग्वालियर शहर में बाहर से आकर झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले परिवारों को गोपाल किरन समाजसेवी संस्था ने खाद्यान्न राशन किट का वितरण किया.
श्रमिक वर्ग जो की हमारी संगठित अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, भारत में निर्मित छोटे से छोटे रहने के मकान से लेकर बड़े-बड़े भवन रहने के लिए हों या सडक या पुल सभी में कुशल शिल्पकार या कारीगर अपने परिवार को लेकर सैकडों किलोमीटर दूर रहकर अपने परिवार को लेकर या परिवार को छोड़कर अपनी माटी से चंद रूपयों के खातिर दूर हो जाते हैं, वहाँ अभावों के अलावा कुछ नहीँ जिसको वह अपना कह सकें। ऐसे लोगों को हम सम्मान भी नहीं देते जो कि झुगगी बनाकर गुजर बसर करता है। जिसको वह तैयार करता है उससे सदैव दूर ही रहता है और उपेक्षा तिरस्कार का शिकार रहता है। कोई महामारी हो या अन्य तरह की घटना हो उसका उस पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है, काम प्रभावित होता है, उसकी उस दिन की मजदुरी भी नहीँ मिलती। ऐसी बस्तियो में रहने परिवारों को गरीब, लाचार, बेबस मान कर व्यवहार करते हैं. भारत की एक अलग तस्वीर प्रस्तुत करता है। आज गोपाल किरन समाजसेवी संस्था ने न्यू सुरेश नगर, थाटीपुर पानी की टँकी के पास झुग्गियों मैं रहने वाले लोग जो बाहर से आकर रह रहे है उनके बीच गोपाल किरन समाजसेवी संस्था की मुख्य सरंक्षक श्रीमती संगीता शाक्य डिवीजनल कमांडेन्ट होमगार्ड के संरक्षरत्व उनके अतिथित्य में श्रीप्रकाश सिंह निमराजे के नेतृत्व, डॉ. प्रवीण गौतम के परामर्श से जहाँआरा, श्रीमती शशि आर.सी. कुरील (कवियत्री) जबलपुर, श्री शिवचरण मंडराई (भोपाल) के मार्गदर्शन में न्यू सुरेश नगर पानी की टंकी के पास थाटीपुर ग्वालियर मैं खाद्यान किट का वितरण गोपाल किरन समाजसेवी संस्था ने जन सहयोग व वीडियो वोलेंटियर के संस्था ने जुड़कर मानव सेवा ही ध्येय को लेकर किया। मुख्य अतिथि श्रीमती संगीता शाक्य जी ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना महामारी की इस वैश्विक विपदा की घड़ी में हमारा श्रमिक वर्ग जो की हमारी संगठित अर्थव्यवस्था की रीढ़ है उसका हम सभी को मिलजुल कर विश्व बंधुत्व की भावना का पालन करते हुए सहयोग करना चाहिए ताकि वह अपने को असहाय एवं कमजोर नहीं समझे. हमें उनको अपने कार्य और व्यवहार से विश्वास दिलाते हुए उनका मनोबल ऊँचा रखने का हरसम्भव प्रयास करना चाहिए. हमारी संस्था इसी भावना के साथ कार्य कर रही है और आगे भी करती रहेगी.

ग्वालियर शहर में बाहर से आकर झुग्गी झोपड़ी बनाकर रहने वाले परिवारों को गोपाल किरन समाजसेवी संस्था ने किया खाद्यान्न राशन किट का वितरण | New India Times

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता व डॉ. प्रवीण गौतम सहायक प्रध्यापक गजराजा मेडीकल कालेज ने की. उन्होंने इन परिवारों के बच्चों को शिक्षा उपलबध न होने पर चिंता वयक्त करते विशेष पहल की बात की। विशेष अतिथी के रूप में श्रीमती सुनीता गौतम, अध्यक्ष जयभीम अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति कल्याण समिति बहोडापुर, ने कहा कि कोरोना काल में एक दूसरे का सहयोग करे ओर मनोबल बढ़ाये जिससे इस संकट से निकलने मैं मदद मिल सके ओर शासन की योजना दिलाने मैं मदद करे। श्री प्रदीप लक्षणे, पर्यावर्णविद एव समाजसेवी उपस्थियत थे। कार्यक्रम के आरम्भ मैं सभी को मास्क का वितरण श्रीप्रकाश सिंह निमराजे, राधा सेनी ने किया । संचालन श्रीप्रकाश सिंह निमराजे ने किया ओर संस्था के संदर्भ मैं जानकारी रखी ओर किस परीस्थिति मैं जरूरतमंद तक सहायता पहुँचाने की पहल की । इस अवसर पर श्री केदार सिंह, श्री मनोज दादोरिया, श्री रंजन बाजोरिया की भूमिका सराहनीय रही इस अवसर पर सागर शर्मा मीडिया ने भी भागीदारी की। जरूरतमंद परिवारो को चयन के मान दण्ड अनुसार दिया गया। शासन ने उनकी जरूरतों के अनरूप व्यवस्था अभी तक मुहैया नही कराई है जो जरूरी है। जहाँआरा ने सामुदायिक मीडिया पर अपनी बात रखी। यह श्रीप्रकाश सिंह निमराजे व श्रीमती प्रीति मालवीय पत्नी श्री संजीव मालवीय,व्याख्याता, महु, इंदौर, ने विशेष संदेश से दी तथा कहा कि इस संकट की घड़ी मैं सभी को मदद करना चाहिए तथा सभी को संदेश दिया कि दो गज दूरी मास्क है जरूरी ,अपने शहर को ना करे मैला साथ में लेकर जाएं कपडे का थैला का संदेश भी दिया गया जिसका साथ प्रदीप लक्षणे जी ने भी दिया। वितरण स्थल पर रहने वालों की हालत बेहद खराब है।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading