दरगाह-ए हकीमी में सैयदी अब्दुल क़ादिर हकीमुद्दीन साहब का उर्स मनाया गया अकीदत के साथ | New India Times

मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

दरगाह-ए हकीमी में सैयदी अब्दुल क़ादिर हकीमुद्दीन साहब का उर्स मनाया गया अकीदत के साथ | New India Times

विश्व प्रसिद्ध दरगाह-ए-हकीमी बुरहानपुर में बोहरा समाज के आध्यत्मिक धर्म गुरू सैयदी अब्दुल क़ादर हकीमुद्दीन साहब का उर्स बोहरा समाज के धर्मगुरु डॉ सैयदना मुकद्दर साहब के मार्गदर्शन में बड़ी अकीदत के साथ बोहरा  समाजजनों द्वारा मनाया गया। इस अवसर पर सैयदना साहब द्वारा 52 वें गुरु डॉक्टर सैयदना मोहम्मद बुरहानुद्दीन साहब के शहज़ादे क़ुसैई भाई साहब को दरगाह ए हकीमी में सैयदी अब्दुल क़ादिर हकीमुद्दीन साहब के उर्स शरीफ में सदारत के लिए बुरहानपुर भेजा जिनकी सदारत में आज उर्स का समापन हुआ।

सयैदना डॉ.मुफद्दल सैफ़ुद्दीन साहब के नेतृत्व में बोहरा समाज के साथ साथ देश के शैक्षणिक और सशक्त विकास के लिए कार्य कर रहे हैं जिससे बोहरा हमारा देश के साथ साथ पूरे विश्व में अपनी पहचान बना रहा है। डॉ. सैयदना साहब के मार्गदर्शन में बोहरा समाज के अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक उनकी मदद पहुंच रही है। साथ ही एकता और स्वच्छता को लेकर भी लागतार कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। आज बोहरा समाज शांति और सद्भाव के साथ साथ साफ सफाई में भी अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब हो रहा है जिसका श्रेय सैयदना साहब को ही जाता है। वे बेहतर जिंदगी के साथ साथ अपने देश के प्रति ईमानदारी का संदेश लगतार देते रहे हैं।

दरगाह ए हकीमी पीआरओ समिती के मुल्ला तफज्जुल हुसैन मुलायम वाला ने बताया कि दरगाह प्रबंधन कमेटी प्रबंधक शेख शब्बीर भाई ताहिरी और उपप्रबंधक शेख मुस्तफा भाई उज्जैनी द्वारा देशभर से आने वाले ज़ाएरीनों के लिए कई विशेष इंतजाम कर किए जिसमे उर्स पर आए ज़ाएरीनों को किसी प्रकार की कोई तकलीफ़ न हो जिसके लिए करीब 3 4 महीने से तैयारियां शुरू कर दी गई थी। आपको बता दे उर्स के मौके पर देशभर से बोहरा समाज जन बड़ी संख्या में बुरहानपुर आते हैं।

पीआरओ समिति के मुल्ला तफज्जुल हुसैन मुलायम वाला ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि उर्स के मौके पर दरगाह ए हकीमी बुरहानपुर में देश-विदेश से हज़ारों की संख्या आये अक़ीदतमंदो ने आकर सैयदी अब्दुल कादिर हकीमुद्दीन साहब के रूहानी फैज हासिल कर अपने और अपने साथियों के लिए उर्स के विशेष मौके पर दुआएं की।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading