महापौर के प्रयासों से जारी हुई घर-घर कचरा संग्रहण की सबसे आधुनिक एवं तकनीकी निविदा, 3 वर्षों की निविदा की लागत 34 करोड़ | New India Times

भैरु सिंह राजपुरोहित, ब्यूरो चीफ, बीकानेर (राजस्थान), NIT:

महापौर के प्रयासों से जारी हुई घर-घर कचरा संग्रहण की सबसे आधुनिक एवं तकनीकी निविदा, 3 वर्षों की निविदा की लागत 34 करोड़ | New India Times

नगर निगम बीकानेर द्वारा घर-घर कचरा संग्रहण के लिए महापौर के प्रयासों से बनी अब तक की सबसे आधुनिक एवं तकनीकी निविदा जारी कर दी गई है। नगर निगम द्वारा जारी निविदा की 3 वर्षों की लागत लगभग 34 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। अत्याधुनिक तकनीकी से युक्त इस निविदा के लिए प्रि- बिड मीटिंग भी पिछले हफ्ते नगर निगम अधिकारियों के साथ की गई जिसमें आयी फर्मों की शंकाओं एवं सुझावों को लिया गया है।

महापौर सुशीला कंवर राजपुरोहित के महत्वाकांक्षी निविदा में सफल निविदादाता द्वारा सबसे पहले पूरे बीकानेर की GIS MAPPING की जाएगी एवं कंट्रोल सेंटर बनाया जाएगा। इस कंट्रोल सेंटर एवं GIS MAPPING की सहायता से यह सुनिश्चित होगा की शहर के किस जगह से कचरा संग्रहण किया गया है कहां से नहीं। फर्म द्वारा शहरे के सभी घरों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को मैपिंग की जाएगी। निविदा शर्तों के अनुसार फर्म को कार्यादेश मिलने के 2 माह में पूर्ण रूप से कार्य शुरू करना होगा। फर्म द्वारा नगरीय सीमा के सभी घरों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से ऑटो टिपर के माध्यम से कचरा संग्रहण करना होगा। फर्म को नगर निगम के संसाधन जैसे 60 ऑटो टीपर तथा 5 रिफिलिंग कंटेनर लेने होंगे जिनका किराया नगर निगम फर्म से वसूल करेगा। इसके अलावा फर्म द्वारा अपने भी लगभग 100 ऑटो टीपर लगाने होंगे, ऐसे में इस निविदा के बाद शहर में 60 की जगह अब 160 ऑटो टीपर होंगे। फर्म को नगर निगम के भंडार गृह में संसाधन खड़े करने पर पार्किंग का भी भुगतान नगर निगम को करना होगा साथ ही नगर निगम में बनाए जाने वाले कंट्रोल सेंटर का भी किराया नगर निगम को देना होगा। फर्म को भुगतान उठाए गए कचरे के वजन पर दिया जाएगा। फर्म का भुगतान प्रति टन कचरे के आधार पर किया जाएगा। ऐसे में फर्म की कोशिश अधिक से अधिक कचरा उठाने की होगी। फर्म घरों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से कचरा संग्रहण के अलावा शहर में लगे कचरा पत्रों से भी कचरा ले पाएगा इसके अलावा मिट्टी, पत्थर तथा नालियों की शिल्ट फर्म द्वारा नहीं उठाई जाएगी।

फर्म द्वारा ऑनलाइन वे ब्रिज बनाने होंगे। ऑनलाइन वेब्रिज से कचरे का वजन होते ही ऑटोमैटिक नगर निगम को मिल जाएगा जिससे काफी मैनपॉवर की बचत होगी। फर्म द्वारा घरेलू इलाकों में दिन में एक बार तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से दिन में 2 बार कचरा संग्रहण किया जाएगा। निविदा के पहले साल फर्म द्वारा POS मशीनों द्वारा सिर्फ व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से सरकार द्वारा निर्धारित यूजर चार्ज लिया जाएगा तथा अगले साल से घरेलू उपभोक्ताओं से भी यूजर चार्ज लिया जाएगा। फर्म द्वारा लिया गया यूजर चार्ज POS मशीनों द्वारा सीधा नगर निगम के एस्क्रो अकाउंट में जाएगा इस राशि का उपयोग फर्म को भुगतान करने में किया जाएगा, जिससे नगर निगम पर भुगतान हेतु अनावश्यक भार नहीं होगा। यह निविदा प्रारंभिक रूप से 3 वर्षों के लिए होगी। फर्म का कार्य संतोषजनक होने पर इसे आगे 2 वर्षों के लिए भी बढ़ाया जा सकेगा।

शहर से संग्रहित कचरे को आगे कचरा निस्तारण केंद्र में ले जाया जाएगा जहां कचरे का प्रथक्करण कर कचरे को 16 अलग अलग श्रेणियों में विभाजित कर रिसाइकिल या रियूज किया जाएगा।

महापौर सुशीला कंवर की इस महत्वाकांक्षी निविदा पर पिछले 4 महीनों से कार्य किया जा रहा था जिसे अब निविदा जारी कर आगामी दिनों में धरातल पर लागू किया जाएगा। इस निविदा की प्रि- बीड मीटिंग में राष्ट्रीय स्तर की फर्मों ने भाग लिया, जिससे यह उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले दिनों में बीकानेर शहर की स्वच्छता व्यवस्था बेहतरीन होगी।
महापौर ने बताया कि घर घर कचरा संग्रहण हेतु अब तक की सबसे आधुनिक तकनीकी निविदा जारी की गई है इस निविदा से मुझे विश्वास है कि प्रभावी रूप से शहर के प्रत्येक घर से कचरा संग्रहित होगा तथा बीकानेर को कचरामुक्त बनाने की और एक साकार कदम होगा। घरों से कचरा संग्रहण ना होने के साथ अन्य कई शिकायतों एवं भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस निविदा को बनाया गया है। यह योजना बीकानेर शहर को स्वच्छ एवं स्वस्थ करने में मील का पत्थर साबित होगी।


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