अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT;
आम आदमी पार्टी आगामी 8 अप्रैल से विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर देगी। इसके साथ ही 11 अप्रैल से 14 मई तक पूरे प्रदेश में किसान बचाओ, बदलाव लाओ यात्रा के तहत प्रदेश के सभी 42 हजार मतदान केंद्रों पर मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। यह जानकारी प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश के प्रभारी और दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने दी है। इस दौरान प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने प्रदेश सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि प्रदेश में चारों और बदहाली है। उन्होंने आंकड़ों के साथ भ्रष्टाचार, शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, किसान, अपराध आदि मुद्दों पर सरकार को घेरा।
11 अप्रैल से किसान बचाओ, बदलाव लाओ यात्रा
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी गोपाल राय ने बताया कि आम आदमी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में अब तक की संगठन की स्थिति की चर्चा की गई। इस दौरान तय किया गया कि आगामी 11 अप्रैल से *किसान बचाओ, बदलाव लाओ* यात्रा शुरू की जाएगी। इस दौरान पार्टी प्रदेश के सभी 42 हजार मतदान केंद्रों तक पहुंचेगी और लोगों से बातचीत कर उनके सुख-दुख से जुड़ेगी। उन्होंने बताया कि इस यात्रा के समापन के बाद 14 अप्रैल को सभी मतदान केंद्रों के प्रतिनिधि भोपाल में अपनी समस्याओं के साथ पहुंचेंगे। इसके बाद मांगों को पूरा करने के लिए अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।
42 हजार बूथों पर बनेंगे मंडल अध्यक्ष
उन्होंने बताया कि इस यात्रा के दौरान सड़क पर आंदोलन के साथ आम आदमी पार्टी चुनावी तैयारी भी शुरू करेगी। इसके तहत 42 हजार मतदान केंद्रों पर मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। यह मंडल अध्यक्ष पार्टी की मध्य प्रदेश में बदलाव लाने और चुनावी रणनीति की सबसे जरूरी कड़ी होगा। पार्टी की चुनावी रणनीति के तहत डोर टू डोर कैंपेन की जिम्मेदारी मंडल अध्यक्ष के पास होगी। संगठन को मजबूत करने की इस पूरी प्रक्रिया की जिम्मेदारी के लिए प्रदेश संगठन मंत्री पद पर पंकज सिंह को नियुक्त किया गया है, जो अभी तक प्रदेश संगठन सचिव के तौर पर कार्य देख रहे थे।
पोहा चौपाल लगाएंगे लोकसभा स्तर पर
उन्होंने कहा कि तीसरी महत्वपूर्ण बात जो कार्यकारिणी ने तय की है, वह है कि किसान बचाओ, बदलाव लाओ यात्रा के दौरान ही प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में पोहा चौपाल लगाएंगे। इस दौरान विभिन्न विषय के विशेषज्ञ डॉक्टर, शिक्षक, समाजसेवी आदि से मुलाकात की जाएगी और उनसे चर्चा के बाद घोषणा पत्र बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनावी वर्ष में प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल के कार्यभार को देखते हुए प्रदेश सह संयोजक के पद पर अमित भटनागर को नियुक्ति किया गया है। इसके साथ ही आईटी एवं कम्यूनिकेशन विभाग में केंद्रीय कार्यालय की ओर से अरविंद झा मध्य प्रदेश की आईटी एवं कम्यूनिकेशन टीम के कार्य को देखेंगे।
तीन सी का फार्मूला
उन्होंने बताया कि 8 अप्रैल से विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन प्रक्रिया की शुरुआत की जा रही है। इसके लिए पार्टी की वेबसाइट पर फार्म जारी किया जाएगा। इसे सीधे भरकर या फिर डाउनलोड कर कागजों को प्रदेश कार्यालय में डाक के माध्यम से भेजा जा सकता है। प्रत्याशी चयन के लिए पार्टी ने तीन सी (C) का फार्मूला अपनाया जाएगा। इसके तहत क्राइम, करप्शन और कैरेक्टर पर जोर होगा, यानी प्रत्याशी के खिलाफ कोई क्रिमिनल केस न हो, उस पर कोई करप्शन यानी घोटाले का आरोप न हो और उसके कैरेक्टर यानी चरित्र पर कोई दाग न हो।
ऑनलाइन और डाक से आएंगे प्रत्याशी फार्म
उन्होंने आगे बताया कि ऑनलाइन और डाक के माध्यम से आए नामों के बाद विधानसभा स्तर पर बैठक होगी। इस बैठक में भी नाम प्रस्तावित किया जा सकता है। इस बैठक में प्रदेश स्तर से पर्यवेक्षक जाएंगे और सामने आए सभी नामों को राज्य समिति के पास भेजेंगे। राज्य समिति इनमें से तीन नामों को चयन कर दिल्ली में केंद्रीय समिति को भेजेगी, जहां से नाम तक किया जाएगा। प्रत्याशी चयन की इस पूरी प्रक्रिया की जिम्मेदारी पार्टी की वरिष्ठ नेता चित्ररूपा पालित को दी गई है। उन्होंने बताया कि जुलाई तक पार्टी सभी 230 विधानसभाओं पर प्रत्याशी घोषित कर देगी।
लोगों की आकांक्षा हो पूरी
श्री राय ने कहा कि मध्य प्रदेश के लोग भाजपा को बदलना चाहते हैं और यह भी सच है कि वे कांग्रेस को नहीं चाहते। इसलिए प्रदेश के लोगों को एक मजबूत विकल्प मिल सके और बदलाव की उनकी आकांक्षा को पूरा किया जा सके। इसके लिए आम आदमी पार्टी पूरी मजबूती से मैदान में उतर रही है। उन्होंने बताया कि इसके लिए विधानसभा प्रभारी, सह प्रभारी, मंडल अध्यक्ष, बूथ प्रभारी और आप का साथी के तहत संगठन को मजबूती दी जाएगी।
हर मुद्दे पर फेल हुई हैं मध्य प्रदेश सरकार
इससे पहले प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने कहा कि शिवराज सिंह सरकार हर मुद्दे पर फेल हो चुकी है। ट्रांसपेरेसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश सबसे भ्रष्ट राज्यों में शुमार है। बिजली के दाम मध्य प्रदेश में दिल्ली की तुलना में तीन गुना ज्यादा हैं। 42 लाख परिवारों को पीने का पानी एक किलोमीटर दूर से लाना पड़ता है। शिक्षा की बात करें तो 15 से 25 हजार स्कूल बंद किए गए हैं। प्रदेश में महज 48 प्रतिशत बच्चे उत्तीर्ण होते हैं, यानी 52 प्रतिशत बच्चे परीक्षा में असफल हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य में भी यही हाल है प्राइमरी हेल्थ सेंटर 46 प्रतिशत कम हैं, जो हैं उनमें से 50 प्रतिशत में डॉक्टर नहीं हैं। 90 प्रतिशत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर की कमी है। प्रदेश में 92 बच्चे रोज मरते हैं। इसके अलावा 5 किसान रोज आत्महत्या कर रहे हैं। भावान्तर जैसी योजनाएं पूरी तरह फेल हो गई है।
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