कोरोना से इंसानियत हुई शर्मसार, अंतिम संस्कार कराने नहीं मिली शव वाहिनी, कचरा ढोने वाले वाहन में निकाली गयी अंतिम यात्रा
जुनैद काकर, धुले (महाराष्ट्र), NIT: धुले ज़िला में कोरोना से मरना अभिशाप बन गया है। मरने के बाद भी कोरोना पीड़ितों की उपेक्षा करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं…