किसान के साथ धोखाधड़ी करने वाले बदमाश आये पन्ना पुलिस की गिरफ्त में, आरोपियों के कब्जे से 8 लाख 35 हजार 341 रूपये का मशरूका जप्त | New India Times

संदीप तिवारी, ब्यूरो चीफ, पन्ना (मप्र), NIT:

किसान के साथ धोखाधड़ी करने वाले बदमाश आये पन्ना पुलिस की गिरफ्त में, आरोपियों के कब्जे से 8 लाख 35 हजार 341 रूपये का मशरूका जप्त | New India Times

फरियादी ने चौकी ककरहटी थाना कोतवाली पन्ना में शिकायती आवेदन पत्र दिया कि मैं ग्राम सकरिया का रहने वाला हूँ, कुछ समय से मैं रानीगंज मोहल्ला पन्ना में निवासरत हूँ। ग्राम सकरिया में मेरी 3 एकड़ जमीन थी जो वर्ष 2018 में रेलवे में चली गई थी जिसका मुआवजा 15 लाख 25 हजार 232 रूपये मेरे बैंक खाता में आया था जो ब्याज सहित करीब 21 लाख 68 हजार 778 रुपए हो गए थे। जब मुझे खर्चे के लिये पैसों की आवश्यकता होती थी तो मैं अपने बैंक खाते से थोड़ा- थोड़ा पैसा निकाल लिया करता था। माह नवम्बर वर्ष 2021 में जब मैं बैंक से पैसा निकालने गया तब मुझे पता चला कि मेरे बैंक खाते से पूरे पैसे किसी व्यक्ति द्वारा निकाल लिये गये हैं। बैंक से जानकारी लेने पर पता चला कि मेरे बैंक खाता से दिनांक 12/11/20 से दिनांक 08/08/21 के बीच मेरी जानकारी के बिना पूरे रुपए धोखाधड़ी करके निकाल लिए गए हैं। मुझे मेरे पड़ोसी पर शक है जो मेरे साथ बैंक से पैसे निकालने जाता था। आरोपी के आवेदन पत्र के आधार पर थाना कोतवाली पन्ना में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धोखाधड़ी का अपराध क्रमांक 1021/21 कायम कर विवेचना में लिया गया।

घटना की जानकारी पुलिस अधीक्षक पन्ना श्री धर्मराज मीना को प्राप्त होने पर पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा घटना को गंभीरता से लेते हुये अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पन्ना श्री बहादुर सिंह बारीबा के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी कोतवाली पन्ना निरीक्षक अरूण कुमार सोनी के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा फरियादी के साथ धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर फरियादी के साथ हुई धोखाधड़ी की राशि को वापस कराने हेतु पुलिस सायबर सेल टीम को सक्रिय किया जाकर सहयोग हेतु गठित पुलिस टीम में शामिल किया जाकर जानकारी एकत्रित करने हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा दिये गये निर्देशों का पालन करते हुये पुलिस टीम द्वारा आरोपी के संबंध में जानकारी जुटाने हेतु बैंक से फरियादी के बैंक खाता की जानकारी मंगाई गई जिसमें दिनांक 11/11/2020 की स्थिति में फरियादी के खाता में ब्याज सहित करीब 16 लाख रूपये होने की जानकारी मिली। बैंक खाता से मिली जानकारी के आधार पर फरियादी का पूरा पैसा दिनांक 12/11/20 से दिनांक 08/08/21 के बीच यूपीआई ट्रान्जेक्शन के माध्यम से निकाला गया है। जाँच में पता चला कि पूरे रूपयो से ऑनलाइन कंपनियों के माध्यम से सोने के सिक्के, आई फोन, अन्य कंपनियो के मोबाइल सहित कई अन्य कीमती सामान की खरीददारी की गई है। जाँच में मिली जानकारी के आधार पर फरियादी के पड़ोसी (जिस पर फरियादी को शंका थी) को पुलिस टीम द्वारा पूँछताछ हेतु पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर पूँछताछ किये जाने पर संदेही द्वारा अपना नाम पता बताया गया। पुलिस टीम द्वारा कड़ाई से पूँछताछ किये जाने पर संदेही ने पुलिस टीम को बताया कि मैं फरियादी के पड़ोस में रहता हूँ एवं फरियादी के साथ बैंक में जाकर लेन-देन में फरियादी का सहयोग करता था। मुझे फऱियादी के बैंक खाता की पूरी जानकारी थी। घटना के कुछ समय पूर्व मेरा फरियादी से विवाद हो गया था। फरियादी से बदला लेने की नीयत से मैनें फरियादी के बैंक खाता की जानकारी मैनें अपने एक दोस्त को देकर उससे बोला था कि इसके खाते में करीब 16 लाख रूपये हैं उन्हें अपने हिसाब से खर्च कर लो। मेरे दोस्त की मोबाइल की दुकान है। पुलिस टीम द्वारा उक्त आरोपी को पुलिस अभिरक्षा में लेकर आरोपी के बताये अनुसार उसके दोस्त को मोबाइल की दुकान से पकड़ा गया एवं पूँछताछ की गई जिसने पुलिस टीम को अपना नाम पता बताया एवं घटना के संबंध में पुलिस टीम द्वारा पूँछताछ किये जाने पर अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर घटना को अंजाम देना स्वीकार किया पुलिस टीम द्वारा आरोपी के बताये अनुसार तीसरे संदेही को उसके घर से पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर पूँछताछ की गई जिसने बताया कि मैं ऑनलाइन बिक्री करने वाली कंपनियो में डिलेवरी ब्वॉय का काम करता हूँ। मोबाइल की दुकान वाले मेरे दोस्त ने घटना के पूर्व मुझे बैंक खाता और उसमें रजिस्टर्ड मोबाइल की जानकारी दी थी । उस बैंक खाता में करीब 16 लाख रूपये जमा थे हम लोग इन पैसों का उपयोग करके कुछ सामान मँगाते हैं। उसके बाद मैनें उस सिम का उपयोग करते हुये अलग-अलग ऑनलाइन बिक्री करने वाली कंपनियों से सोने के सिक्के, मोबाइल (आईफोन एवं अन्य कंपनियो के मोबाइल) सहित कई कीमती सामान मँगाये थे जिनका भुगतान मैने फरियादी के खाते में दर्ज मोबाइल नम्बर का फोनपे वॉलेट बनाकर किया था। ऑनलाइन सामान को हम लोगों ने आपस में बाँट लिया था। आरोपियों के बताये अनुसार पुलिस टीम द्वारा सभी आरोपियों के कब्जे से सोने के सिक्के, आईफोन, मोबाइल एवं अन्य कीमती सामान जप्त किया गया। आरोपियों द्वारा ऑनलाइन कंपनियों के माध्यम से करीब 04-05 लाख रूपये के सोने के सिक्के के ऑर्डर का पहले से भुगतान किया गया था। जिसके संबंध में पुलिस की विवेचना अभी जारी है शीघ्र ही इस पर भी पुलिस कार्यवाही हेतु प्रयत्नशील है। पुलिस टीम द्वारा मामले के सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाकर माननीय न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमाण्ड में लिया जाकर पूँछताछ की जायेगी जिससे और मशरूका बरामद होने की संभावना है।

जप्त सामग्री: 03 लाख 96 हजार रूपये नगद, सोने के 05 सिक्के वजनी करीब 38 ग्राम कीमती करीब 02 लाख रूपये, 01 आई. फोन कीमती करीब 1 लाख 39 हजार रूपये , 01 स्मार्ट फोन कीमती करीब 11 हजार रूपये, 01 पेन्ट स्प्रे मशीन कीमती करीब 12,747, 01 इनवर्टर कीमती करीब 12747, 01 बेल्डिंग मशीन कीमती करीब 12747, 01 ड्रिल मशीन कीमती करीब 6 हजार रूपये, 01 डिब्बे में क्रॉकरी सामान कीमती करीब 4 हजार, आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये 04 मोबाइल कीमती करीब 40 हजार , 01 सैमसंग गैलेक्सी टैब ग्लास कीमती करीब 1100 रूपये कुल मशरूका कीमती करीब 08 लाख 35 हजार 341 रूपये का जप्त किया गया।

उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी कोतवाली पन्ना निरीक्षक अरूण कुमार सोनी, चौकी प्रभारी ककरहटी उनि कृष्णा मावई , थाना प्रभारी देवेन्द्रनगर उनि अभिषेक पाण्डेय , सउनि रामकृष्ण पाण्डेय, सायबर सेल पन्ना से प्र.आर. नीरज रैकवार, राहुल सिंह बघेल, आर. आशीष अवस्थी, धर्मेन्द्र सिंह राजावत, राहुल पाण्डेय थाना कोतवाली पन्ना से प्र.आर. लक्ष्मी नारायन यादव, अरूण कुमार, रामभिखारी बागरी, सतेन्द्र बागरी, महिला प्र.आर. मीना अहिरवार, आर. महेन्द्र चढ़ार, प्रदीप पाण्डेय, बृहमदत्त शुक्ला, सुंदरम, बबलू, शैलेन्द्र, दिलीप शर्मा चालक प्र.आर. मुन्ना कोल, रवि खरे का सराहनीय योगदान रहा है। पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा पुलिस टीम को 5000 रूपये के इनाम से पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई है।


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