रहीम शेरानी हिदुस्तानी, अलीराजपुर (मप्र), NIT:
रूढ़िगत ग्राम सभा का आयोजन ग्राम उबलड़ विकास खण्ड जोबट में किया गया। आदिवासी समाज जिला कोर कमेटी अलीराजपुर के द्वारा समाज में विभिन्न सामाजिक कुरूतियों को लेकर बैठक की जिसमे नशामुक्ति हेतु सामाजिक कार्यक्रम में विदेशी शराब पर रोक लगाना, बाल विवाह पर प्रतिबंध, समाजिक कार्यक्रम में एक से अधिक डीजे,नुक्ते के कार्यक्रम में 2 से अधिक बकरे की बलि पर प्रतिबंध, जिले में व्यापक स्तर पर फैलती वैश्विक कोरोना महामारी के लिए जनजाग्रति लाने के लिए तथा देजा को कम करने के लिए एवं पूरे जिले में एकरूपता लाने के लिए जोबट क्षेत्र के 12 से 15 गांवों के पटेल, पूजरा, वारती, गाँव कोटवाल, वरिष्ठजन, युवा, बुद्धिजियों एवं जनप्रतिनिधियों ने सहभागिता की गई है!
रूढ़िगत परम्परागत ग्राम सभा में सर्वसहमति से प्रस्ताव पारित कर उसे क्षेत्र में लागू करने का निर्णय लिया गया है।
सर्वसहमति से कोरोना वायरस महामारी के रोकधाम के लिए शासन प्रशासन का सहयोग करते हैं,जन जागरूकता लाने के लिए प्रसार- प्रचार करने की अपील की गई है।
नशामुक्ति के लिए समाज के सामाजिक कार्यक्रम,शादी में विदेशी शराब पर नियंत्रण करने के कम से कम उपयोग करने की बात कही गई है।
रीति रिवाजों के निर्वहन में देशी दारू से किये जाने की सहमति बनाई गई है।
शादियों में रिश्तेदारों के द्वारा आवश्यकता से अधिक डीजे चलन पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक ही डीजे को बजाने का प्रावधान किया गया है,
शादी समारोह में दो से अधिक डीजे मंगाये जाते हैं तो संबंधित परिवार के मुखिया के ऊपर पच्चास हजार रुपये का दंड स्वरूप लेकर उक्त राशि का ग्राम के विकास में समाज द्वारा उपयोग किया जावेगा।
शादी में एकरूपता लाने के लिए देजा के रूप में सम्पूर्ण अलीराजपुर जिले के भिलाला समाज मे लड़की को एक किलो 500 ग्राम चांदी के गहने चढ़ाने की सहमति बनाई गई
और 51525 रुपये (इक्यावन हजार पांच सौ पच्चीस मात्र )कुल नगद देजा राशि का प्रावधान किया गया है।
सवा छः मण अनाज (4 क्विंटल) निर्धारित किया गया है,
अनाज में क्या लेना है सगाई के समय समाज द्वारा तय किया जावेगा।
शादी का लाग-भाग 15525 रुपये(पंद्रह हजार पांच सौ पच्चीस मात्र) एवं साँव का लाग-भाग 4500 रुपये( चार हजार पांच सौ) सर्वसहमति से पारित किया गया है।
भिलाला समाज में यदि माता-पिता की बिना सहमति के लड़का-लड़की भागकर शादी करते हैं तो 25000 रुपये ( पच्चीस हजार मात्र) नगद गुनाह राशि , दो बकरे, 20 लीटर ताड़ी एवं 10 लीटर देशी दारू लिया और दिया भी जावेगा।
यदि किसी गांव में एक ही जाति(गौत्र) में लड़का-लड़की भागकर शादी करते हैं, तो दोनों पक्ष से 50-50 हजार रुपए का गुनाह लेकर लड़की को समाज पंचों के द्वारा माता-माता के सुपुर्द किया जावेगा।
यदि कोई शादी-सुदा महिला पुरूष के मध्य आपसी प्रेम प्रसंग चलते शादी कर लेते हैं या पकड़े जाते हैं, तो दोनों पक्षों से 50-50 हजार रुपये गुनाह स्वरूप राशि लेकर महिला को उसके पति को सुपुर्द किया जायेगा।
आदिवासी समाज में परंपरागत रीति रिवाज अनुसार ही शादी सम्पन्न कराई जावेगी।
यदि समाज के किसी भी व्यक्ति के द्वारा अन्य रीति रिवाज जैसे मौलवी, पादरी एवं पंडित या समाज की रीति रिवाज के हटकर शादी करवाई जाती है तो उस परिवार का सामाजिक बहिष्कार करते हुए, गाँव के पटेल, पूजरा,पंच, सरपंच तथा ग्रामीणों द्वारा परिवार के सुख-दुख में उठना-बैठना बंद रहेगा।
गांव के बाबा भैरव, दैवीय स्थल तथा बाबादेव स्थलों एवं आदिवासी समाज से जुड़े सभी देव स्थलों पर बाउंड्रीवॉल का निर्माण जन सहयोग से किया जावेगा।
गांव में छोटे-मोटे आपसी विवाद-झगड़े होने पर प्राथमिकता के साथ समाज पंच के माध्यम से ही निपटारा किया जावेगा।
यदि पटेल, पूजरा, कोटवाल तथा पंचों से मामला नही सुलझने की दशा में ही दोनों पक्षों के विरुद्ध थाने पर सूचना दी जायेगी।
यह निर्णय क्षेत्र के पटेल, पूजरा, वारती, डाहला, कोटवाल, वरिष्ठजन, युवा एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में लिये गये हैं।
आगामी दिनों में पूरे जिले में क्षेत्र वार बैठक कर एकरूपता लाने का प्रयास किया जावेगा।
इस अवसर पर जिला कोर कमेटी के सदस्यों के साथ ही ग्राम उबलड, हीरापुर,सिदग़ांव, बड़ा गुड़ा, मोटाउमर, बलदमुग, डाबड़ी, अडवाडा, वास्कल, रामसिंह की चौकी, चिखोड़ा, डाबड़ी, माछलियां के प्रतिनिधि सहित के गांव के पटेल, पूजरा, वारती, डाहला, कोटवाल, वरिष्ठजन, युवा एवं गणमान्य जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीण जन आदि उपस्थित रहे।
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