गुर्जर आंदोलन: 60 ट्रेनें डायवर्ट, 220 बसें रुकीं, इंटरनेट आज आधी रात तक बंद, खेल मंत्री अशोक चांदना खाली हाथ लौटे | New India Times

हरकिशन भारद्वाज, सवाई माधोपुर/जयपुर (राजस्थान), NIT:

गुर्जर आंदोलन: 60 ट्रेनें डायवर्ट, 220 बसें रुकीं, इंटरनेट आज आधी रात तक बंद, खेल मंत्री अशोक चांदना खाली हाथ लौटे | New India Times

राजस्थान में मोस्ट बैकवर्ड क्लास (MBC) में बैकलॉग की भर्तियों समेत अन्य मांगों के लिए गुर्जरों ने फिर आंदोलन शुरु कर दिया है। रविवार को भरतपुर के बयाना में किरोड़ी सिंह बैंसला गुट के गुर्जर पीलूपुरा के पास रेलवे ट्रैक पर धरने पर बैठ गए जो दूसरे दिन सोमवार सुबह भी जारी है। रातभर गुर्जर पटरियों पर बैठे रहे। वहीं, दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक की फिश प्लेटें उखाड़ दी गईं। आंदोलन को देखते हुए जयपुर, भरतपुर और करौली समेत 4 जिलों की 5 तहसीलों में 4 दिन पहले से इंटरनेट बंद है, जो आज रात आधी रात तक बंद रहेगा। दिल्ली-मुंबई के बीच चलने वाली ट्रेनों का रूट बदला गया है। सोमवार को चार ट्रेनों को रद्द कर दिया। इससे पहले रोडवेज के पांच बड़े डिपो दौसा, हिंडौन, करौली, भरतपुर और बयाना से आगरा और आसपास के एरिया में जाने वाली करीब 220 बसों को रोक दिया गया। सरकार की ओर से बैंसला से बात करने गए खेल मंत्री अशोक चांदना खाली हाथ ही जयपुर लौट गए।

बैंसला गुट की हैं ये 6 प्रमुख मांगें

1. समझौता और मैनिफेस्टो में वादे के मुताबिक बैकलॉग की भर्तियां निकाली जाएं।
2. भर्तियों में पूरा 5 प्रतिशत आरक्षण मिले।
3. आरक्षण आंदोलन में मारे गए लोगों के परिजन को सरकारी नौकरी और मुआवजा मिले।
4. आरक्षण विधेयक को नवीं अनुसूची में डाला जाए।
एमबीसी कोटे से भर्ती 1252 कर्मचारियों को रेगुलर पे-स्केल मिले।
5. देवनारायण योजना में विकास योजनाओं के लिए बजट दिया जाए।

रोडवेज और प्राइवेट बसें बंद, बेबस दिखे यात्री
गुर्जर आंदोलन की वजह से रोडवेज ने रविवार सुबह से ही बयाना-हिंडौन मार्ग पर बसों का संचालन बंद रखा। बस स्टैंड प्रभारी गंगाराम शर्मा ने बताया कि बयाना से हिंडौन के बीच रोजाना करीब 10 बसें चलती हैं। हालांकि लोक परिवहन बसें चलीं, लेकिन शाम 4 बजे आंदोलन होते ही वे भी बंद हो गई। इससे बयाना-हिंडौन मार्ग के यात्री काफी परेशान रहे।


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