संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:
ग्वालियर में स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं पर चर्चा कर उसे हल करना तथा उपलव्ध स्वास्थ्य योजनाओं के बारे में जानकारी समुदाय तक पहुँचना एवं योजनाओं का लाभ दिलवाने में मदद करने के लिए मीटिंग आयोजित की गई।
चाट कम्युनिटी हेल्थ वीडियो वालंटियर्स की सामुदायिक संवाददाता जहाँआरा के द्वारा मीटिंग न्यू मोहन नगर ठाठीपुर ग्वालियर में आयोजित की गई। बैठक प्रारभ करते हुए शबनम खान ने कहा कि इन्होंने अपने मुहल्ले में आँगनवाड़ी के बारे में बताया कि आगनवाड़ी में आरोग्य केंद्र खोला गया है कि सभी गर्भवती महिलाओं और बच्चे तथा प्रसव वाली महिलाओं को जरूरत पड़ने पर तथा बीमार होने पर दवाइयां उपलब्ध हो सकें लेकिन यहाँ वो सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। इनका कहना था कि आगनवाड़ी में भी दवाइयां होनी चाहिए जिसमें 16 प्रकार की दवाइयों की बात की गई है।
रूबी शुक्ला जी ने अपनी चर्चा में कहा कि मुख्यमंत्री जी के द्वारा संबल योजना लाया गया है, सबल योजना क्या है कौन से लोग इसका फायदा उठा सकते अभी भी महिलाओं को जानकारी नहीं है। स्वास्थ्य की दृष्टि से गर्भवती मां को उसके 3 लड़कियां होने पर 21000 रुपए की राशि दी जाती है लेकिन इस योजना से आज तक गर्भवती महिलाओं को लाभ नहीं मिल सका, इसके लिए भी उन महिलाओं की मदद कर तथा अधिकारियों से मिल कर बदलाव किया जा सकता है।
श्रीप्रकाश सिंह निमराजे संस्थापक एवं अध्यक्ष गोपाल किरन समाजसेवी संस्था ने कहा कि उत्तम स्वास्थ्य और खुशहाली सुनिश्चित करना और हर उम्र में सब की खुशहाली को प्रोत्साहन चुनौती खराब स्वास्थ्य से कष्ट और सबसे बुनियादी है। क्षेत्र में शिशु मौतों का अनुपात बढ़ता जा रहा है। क्षेत्रों में बीमारियां और नई महामारियां अब भी बड़ी चुनौती हैं सभी को किफायती स्वास्थ्य सेवा सुलभ कराना अब भी एक चुनौती है। बीमारी केवल एक व्यक्ति की खुशहाली पर ही असर नहीं डालती बल्कि ये परिवार और जन संसाधनों पर बोझ बनती है, समाज को कमज़ोर औऱ क्षमता का ह्रास करती है। हर उम्र के लोगों का उत्तम स्वास्थ्य और खुशहाली सतत् विकास का केंद्र बिंदु है। बीमारी से बचाव न सिर्फ जीने के लिए ज़रूरी है अपितु ये सभी को अवसर देता है, इसके लिए इन क्षेत्रों में नई सोच और अनुसंधान की आवश्यकता बताई गई है ताकि जन नीतिगत प्रयासों को आगे बढ़ाया जा सके। बेहतर स्वास्थ्य के प्रति समग्र दृष्टिकोण में सुनिश्चित करना होगा कि सभी को स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हों और दवाएं तथा टीके उनके साधनों के भीतर मिलें। इसमें मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों पर नए तरीके से विचार किए जाने की ज़रूरत है।
आशा गौतम जी ने कहा कि कोरोना महामारी व लाॅकडाउन में उनके आर्थिक स्थिति व रोजगार पर ज्यादा प्रभाव पड़ा है अभी ग्वालियर जिले के कुछ मोहल्लों में भुखमरी के तादाद में है उन महिलाओ के पास राशन कार्ड न होने से सरकार की योजनाओं का लाभ नही ले पा रही है।
डॉ मोती लाल यादव जी ने अपनी बात में कहा कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए गांव के लोगों को भी जागरूक करने की जरूरत है। जैसे सभी को पता है कि कोरोना से बचने के लिए अभी कोई बैक्सीन नहीं बना है, लोग पॉजिटिव होने के बावजूद बीमारी के दौरान ठीक हो रहे हैं वो लोग घरेलू नुकस्सों का उपयोग कर हम अपने परिवार को भी इस महामारी से बचा सकते हैं। आज की हेल्थ ग्रुप सदस्यों की मीटिंग बहुत ही फायदे मद थी। स्वास्थ्य को लेकर जितनी भी योजना चलाई जा रही है उसकी जानकारी नही थी ।इस मीटिंग के माध्यम से कई नई नई चीजों की जानकारी मिली। सुरक्षित दूरी बनाकर और मास्क लगाकर कोविड से संबंधित एहतियाती उपायों का पालन करने पर जोड़ दिया ।जहाँआरा जी ने कहा कि ये प्रक्रिया सतत चलती रहेगी ।हमे सभी को स्वास्थ्य के मुद्दे पर जागरूक करने की आवश्यकता है ।हमे वह तक पहुचना होगा जहां तक कि सुबिधाओं की पहुच नही हो पाती। हमारे परिवार का स्वास्थ्य हमारी जिम्मेदारी है. प्रतिभागियों के प्रश्नों का समाधान किया साथ ही दिक्कतों के बारे में बताया। कार्यकम में भाग लेने वाले श्रीप्रकाश सिंह निमराजे डॉ. मोतीलाल यादव,आशा गौतम,शबनम खान,रूबी शुक्ला, अमीनखान, सफीउद्दीन, लक्ष्मीसिंह, मुन्नीदेवी ,मुन्नी देवी,अजय,कुमार विमल. पुरुषोत्तम अर्गल, विमलेश सहित अन्य प्रतिभागियों ने परसपर संवाद किया।. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन लक्ष्मी सिंह द्वारा किया गया।
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