एडीजी राजाबाबू सिंह ने की गांधीगीरी, आईएमए और जेयू ने मिलकर चलाया स्वच्छता अभियान | New India Times

संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:

एडीजी राजाबाबू सिंह ने की गांधीगीरी, आईएमए और जेयू ने मिलकर चलाया स्वच्छता अभियान | New India Times

जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर में एडीजी राजाबाबू सिंह की अगुवाई में इंडियन मेडिकल एसोसियेशन और जीवाजी विश्वविद्यालय परिवार के संयुक्त तत्वाधान में स्वच्छता अभियान चलाकर गांधीगिरी का परिचय दिया है। आपको बता दें कि एडीजी राजाबाबू सिंह ने सबके साथ मिलकर संकल्प लिया है कि महीने के पहले रविवार को स्वच्छता अभियान चलाया जायेगा। इसी के तहत महीने के पहले रविवार को दूसरी बार स्वच्छता अभियान चलाया गया है। जिसमें डॉक्टरर्स भारी संख्या में भाग लेकर जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर को गंदगी से मुक्त करने के लिये स्वच्छता अभियान चलाया है। यह अभियान सुबह 9 से 11 बजे के बीच चलाया गया है। जीवाजी विश्वविद्यालय परिवार को खेल विभाग के बच्चों की टीम ने डॉ. केशव सिंह गुर्जंर और डॉ. शांतिदेव सिसोदिया के साथ मिल कर परिसर में फेंके गुटका पाउच, प्लास्टिक की बोतल, पोलीथीन उठाकर बोरों के अन्दर पैक कर फिकवाया। मॉर्निंंग वॉकर आरपी सिंह, उदयवीर सिंह ने भी स्वच्छता अभियान में श्रमदान किया।
डॉक्टर्स ने बढ़-चढ़कर स्वच्छता अभियान में भाग लिया।
इंडियन मेडीकल एसोसिएशन के आह्वान पर डॉ. नीरज शर्मा के साथ लगभग 50 डॉक्टर्स ने स्वच्छता अभियान में भागीदारी निभाई जिसमें डॉ. पुरेन्द्र भसीन, डॉ. अरविंद दुबे, डॉ. सुनील शर्मा, डॉ. मुकल तिवारी, डॉ. राहुल अग्रवाल, डॉ. राहुल सप्रा आदि ने जीवाजी विश्वविद्यालय परिसर में प्लास्टिक से मुक्त बनाने के लिये श्रमदान किया।
जीवाजी विश्वविद्यालय को प्लास्टिक मुक्त करने लिये खेल विभाग ने भी श्रमदान किया।
जीवाजी विश्वविद्यालय के खेल विभाग के छात्र-छात्राओं के साथ कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, रजिस्टार एके मंसूरी, डॉ. केशव सिंह गुर्जर, डॉ. शांतिदेव सिसोदिया विश्वविद्यालय परिसर को प्लास्टिक मुक्त करने के लिये श्रमदान किया।
जीवाजी विश्वविद्यालय परिवार को साधुवाद एडीजी
जीवाजी विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों और बच्चों ने आकर श्रमदान कर श्रम की महत्ता स्थापित की मैं उनको साधुवाद देता हूं मैं उनको भी धन्यवाद देता हूं जीवाजी विश्वविद्यालय का परिसर पूरे शहर का ग्रीन लंग्स है और शहर की इतनी अच्छी धरोहर हैं इसे बनाये रखना है और नई पीढ़ी को यह सिखाना है वनटाईम प्लास्टिक हैं इसे फैंकना नहीं है । मैंने देखा कि यहां परिसर में लगे डस्टबिन ओवर फ्लो कर रहे हैं उनको नियमित रूप से खाली करने का कोई सिस्टम नहीं है जो इसके लिये जिम्मेदार है वह नहीं कर रहे है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करें।


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