बंसीलाल भामरे, ब्युरो चीफ, नंदुरबार (महाराष्ट्र), NIT:
शुक्रवार को आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा की 144 वीं जयंती के मौके पर जिले में जहां सब जगह उत्साहपूर्ण माहौल रहा, वहीं शहादा तहसील के ग्राम आडगांव के युवा साथियों ने एकत्रित आकर कुछ अलग करने की सोची और गांव के समीप बहती सुसरी नदी पर बोरी बंधान बनाकर एक तरह से जल संरक्षण का संदेश देने का अनोखा काम किया है। युवकों के इस काम की काफी सराहना हो रही है। इस कार्य से प्रेरित होकर नदी पर और भी बोरी बंधान बनाए जाने को लेकर गांव वासियों ने भी सोचना शुरू कर दिया है। गांव के पूर्व सरपंच रहे संजय खर्डे ने सुनिल खर्डे, कृष्णा खर्डे, विनोद खर्डे, दशरथ खर्डे, पवन खर्डे, योगेश खर्डे, मंगेश पटले, जयजिंह पटले, रमेश मुसलदे, विकास वलवी आदि युवा साथियों से मिलकर इस कार्य को अंजाम दिया है। किसी महान शख्सियत की जयंती या पुण्यतिथि महज परंपरा निर्वहन के लिए न मनाते हुए कोई रचनात्मक कार्य कर इसे मनाए जाने का संदेश एक तरह से इन युवा साथियों ने समाजजनों को दिया है। ग्राम पंचायत सचिव बाविस्कर का इन्हें सहयोग मिला।
सुसरी नदी मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की सीमाओं में बहते हुए आगे तापी नदी में जाकर मिलती है। इस वर्ष अच्छी वर्षा के कारण नदी में काफी पानी बह रहा है। इस बहते पानी को जगह-जगह रोककर जमीन में पानी जलस्तर को बढ़ाने की जरूरत को देखते हुए युवा साथियों के कदम को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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