संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:
10 फरवरी 2018 को “सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा तथा एक करोड़ हाथ साथ साथ” के तहत गोपाल किरण समाज सेवी संस्था के नेतृत्व में ‘जिला बाल अधिकार फोरम’ द्वारा यातायात सप्ताह के अंतर्गत समापन समारोह गोले का मंदिर से ग्वालियर व्यापार मेला परिसर में दोपहर 1:00 बजे मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ड़ी.एस.पी आर एन त्रिपाठी जी व डीएसपी श्री विक्रम सिंह जी रहे एवं विशिष्ट अतिथि में वरिष्ठ समाज सेवक श्री प्रकाश निमराजे, समाज सेविका एवं पीएलबी रीना शर्मा, समाज सेविका एवं पीएलवी अर्चना शर्मा, चतुर्भुज मखीजा (आरबीआई ,सेबी रिटायरड) रहे।
मेले में आए यात्रियों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरुक किया गया।
श्री प्रकाश निमराजे जी ने कार्यक्रम की रूपरेखा बनाते हुए बताया की सड़क सुरक्षा सप्ताह एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य यातायात नियमों के बारे में लोगों की जागरूकता बढ़ाना और अंततः सड़क दुर्घटनाओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को कम करना है। वैश्विक आंकड़ों से पता चला है कि कम और मध्यम आय वाले देशों में हताहतों की संख्या वैश्विक आंकड़ों का 90% है। भारत में सड़क दुर्घटनाओं के कारण लगभग 1.5 लाख लोग सालाना अपनी जान गंवाते हैं जिसमें 25% तक मोटर साइकिल चालक शामिल हैं। इसलिए यह आवश्यक है कि लोगों को यातायात नियमों का पालन न करने के खतरों से अवगत कराया जाए और भावनात्मक और वित्तीय आघात है कि यह उनके परिवारों के लिए ला सकता है। यहां तक कि सड़कों पर पैदल चलने वाले लोगों को दूसरों के साथ-साथ उनके अपने व्यवहार के प्रति लापरवाह और लापरवाह व्यवहार के कारण अपनी जान गंवाने का जोखिम होता है। एक अनुमान के मुताबिक, भारत में लगभग 20000 पैदल यात्री प्रतिवर्ष अपनी जान गंवाते हैं, क्योंकि वे सुरक्षा के अभाव में सड़क पर अधिक असुरक्षित हैं।”
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री आर एन त्रिपाठी जी डीएसपी एस पी जी ने कहा की ,”जैसे पैदल पथ पर चलने वाले, मोटर साईकिल चलाने वाले, साईकिल चलाने वाले, राहगिर आदि सभी को सड़क यातायात नियमों की अच्छे से जानकारी होनी चाहिये, खासतौर से बच्चे और युवा लोगों को जो महत्वपूर्ण सड़क दुर्घटना के खतरे पर रहते हैं। आँकड़ों के अनुसार (विश्व स्वास्थ्य संगठन, 2008), ऐसा पाया गया है कि अस्पतालों में ज्यादा भर्ती होने का मामला और मृत्यु की मुख्य वजह सड़क दुर्घटना है।”
ऐसे ही मुख्य तथ्यों पर प्रकाश डालते हुए DSP श्री विक्रम सिंह जी ने बताया की,”गाड़ी चलाने के दौरान सेल फोन या दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के इस्तेमाल के कारण चालक का ध्यान हटने के कारण सड़क दुर्घटना का खतरा बढ़ा है। ऐसे मामलों में सड़क हादसों और चोटों से दूर रखने के लिये यातायात नियम और कानून आपकी बहुत मदद करता है। सड़क सुरक्षा उपाय वो हथियार है जो आपको महँगे यातायात अर्थदंड, गंभीर अपराधों, ड्राईविंग लाइसेंसों के निष्कासन आदि से बचा सकता है। पैदल चलने वाले भी सड़क पर चलने का नियम जानते हैं जैसे क्रॉसवॉक का उचित प्रयोग, जेबरा क्रॉसिंग का इस्तेमाल आदि।
सड़क सुरक्षा सप्ताह यातायात नियमों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने और सड़क पर दूसरों के साथ-साथ उनके जीवन को बचाने में मदद करने के लिए एक घटना है।”
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि समाजसेवी का रीना शर्मा एवं समाज सेविका अर्चना शर्मा ने लोगों को बताया कि” लाखों लोग अपना जीवन खो देते हैं और लाखों लोग विश्व स्तर पर सड़क दुर्घटनाओं में घायल हो जाते हैं; मुख्य रूप से, ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूकता की कमी या उन्हें फड़फड़ाने के व्यवहार के कारण। इसलिए, लोगों को यातायात नियमों के बारे में अधिक जागरूक बनाने के लिए और सड़क पर रहते हुए नियमों का पालन करने के लिए उन्हें मनाने के लिए; सड़क सुरक्षा सप्ताह प्रतिवर्ष मनाया जाता है। हालांकि सरकार सड़क सुरक्षा सप्ताह का पालन करती है, लेकिन देश भर में कई धर्मार्थ संगठन, गैर सरकारी संगठन भी आयोजन करती हैं और सड़क सुरक्षा सप्ताह अभियान को प्रदान करती हैं।
यातायात नियमो की पालना करना अच्छे नागरिक की अहम सामाजिक जिम्मेदारी है। अपनी सुरक्षा के साथ परिवार की सुरक्षा भी रहती है, साथ ही बढती सडक दुर्घटनाओं पर काबू पाया जा सकता है। जरूरत सिर्फ सडक सुरक्षा नियमो की मन से पालना करने की है। ”
प्रोग्राम मे वामा श्री एजी ‘संस्था एवं अर्चना अभ्युदय एजुकेशन एवं वेल्फेयर सोसायटी तथा कल्पना शिक्षा एवं सामाजिक उत्थान समिति प्रमुख रहे।
यात्रियों को सड़क सुरक्षा के तरीकों और आवश्यकताओं के बारे में भी समझाया जाता है, इसका मतलब है कि उन्हें सड़क पर या कहीं भी वाहन चलाते समय हेल्मेट या सीट बेल्ट के उपयोग को समझना चाहिए। सड़क सुरक्षा सप्ताह भारत में हर साल मनाया जाता है। कई स्थानों पर लोगों को प्रोत्साहित किया जाता है कि कैसे सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करके सड़क पर ड्राइव करें। इस अभियान के पूरे सप्ताह के दौरान, सड़क पर यात्रियों को विभिन्न शैक्षिक बैनर, सुरक्षा पोस्टर, सुरक्षा फिल्म, पॉकेट गाइड और सड़क सुरक्षा से संबंधित पत्रक वितरित किए जाते हैं।
कार्यक्रम में ग्वालियर की यातायात पुलिस भी शामिल रही। उन्होंने भी लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री चतुर्भुज माखीजा जी, देवांश शर्मा, कल्पना शर्मा, स्वराज माथुर समाज सेविका शोभा यादव, मीनाक्षी शर्मा, प्रकाश शर्मा आदि उपस्थित रहे।
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