अविनाश द्विवेदी/पूजा यादव, सागर (मप्र), NIT;
पांच दिवसीय रहस लोकोत्सव मेले का समापन गढ़ाकोटा में मुख्य अतिथि किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री गोपाल भार्गव, सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सासंद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, विधायक श्री शैलेन्द्र जैन की उपस्थिति में हुआ।
इस अवसर पर मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि मंत्री श्री भार्गव ने इतने वर्षों के प्राचीन मेले को मूर्त स्वरूप प्रदान कर जीवंत रखा है। जनता की सेवा को तत्पर रहने वाले मंत्री श्री भार्गव की तारीफ करते हुये कहा कि एक मंच पर लोगों को शासन की योजनाओं का लाभ प्रदान करने में इन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी है। मंत्री श्री बिसेन ने किसान सम्मेलन में कहा कि प्रदेश के किसानों ने दुनिया में नाम रोशन किया है और आत्मनिर्भर बनाने में लगातार परिश्रम कर रहे हैं। कृषि विभाग की यह कोशिश होगी कि खेती से किसानों के हो रहे मोहभंग को खत्म किया जायेगा। 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने की पुरजोर कोशिश होगी शासन की योजनाओं के माध्यम से खेती के लिये दिया जाने वाले ऋण पर शून्य प्रतिशत ब्याज कर दिया गया हैं। खेती को लाभ का धंधा बनाया जाएगा। इस हेतु सरकार ने फैसला किया है कि खाद्य संस्करण उधोग किसान का बेटा ही लगाएगा। इस हेतु 2 करोड़ रूपये का लोन प्रदान किया जायेगा।
नरसिंहपुर जिले के प्रभारी मंत्री रहने के दौरान मंत्री श्री बिसेन ने बताया कि किसान समय पर गन्ना कटाई कर सके इसके लिये उन्होंने नरसिंहपुर जिले को 26 शुगरकेन हारवेस्टर मशीन प्रदान की थी। सागर जिले में कौशल विकास केन्द्र बनकर तैयार हो चुके हैं। अगले साल मंत्री श्री बिसेन यहां आकर इसका उद्घाटन करेगे। इसमें युवाओं को ट्रेक्टर सुधारने की टेनिंग दी जाएंगी। साल में लगभग 450 बच्चों को इसकी ट्रेनिंग प्रदान की जाएंगी। उन्होंने बताया कि पिछले साल सरकार ने 67 लाख मैट्रिक टन गेहूं का उपार्जन किया है। वर्ष 2015-16 में 186 करोड़ रूपये की राशि सूखा प्रभावित क्षेत्रों के किसानों को दी गई हैं। इसी प्रकार वर्ष 2017-18 में 178 करोड़ की राशि खातों में दी जाएगी। इस अवसर पर मंत्री श्री बिसेन ने भावांतर भुगतान योजना, उज्जवला योजना एवं प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। किसानों से आग्रह किया कि आपकी फसलों का पंजीयन कराकर शासन की योजनाओं का भरपूर लाभ लें। उन्होंने कहा कि उड़द, मूंग हेतु बीज का इंतजाम कर लिया गया है। किसान ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से सम्पर्क कर बीज प्राप्त कर सकते हैं। किसान क्रेडिट कार्ड अब रूपये कार्ड में बदलने जा रहा है जिससे अब किसानों को सोसायटी के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिये कहा। महिला सशक्तिकरण की तरफ ध्यान आकृष्ट करते हुये उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जो काम किये वह काबिले तारीफ है। बालाघाट जिले में 7 से 9 मार्च तक को ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर, छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, के आतिथ्य में वर्क शॉप का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आप सभी मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि सरकार बिजली, सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है। सिंचाई क्षमता को बढ़ाकर लगभग 80,000 हैक्टेयर भूमि सिंचित की जाएगी। मंत्री श्री भार्गव ने बताया कि कलेक्टर श्री आलोक कुमार सिंह ने करन्ट व डूबने से मृत व्यक्तियों के परिवार को 4-4 लाख रूपये की राशि प्रदान की है। मंत्री श्री भार्गव ने तेंदूपत्ता संग्राहकों के उत्थान के लिये चलाई जा रही सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। सांसद श्री कुलस्ते ने कहा कि मंत्री श्री भार्गव के व्यक्तिगत परिश्रम के कारण ही मेला इतनी ऊंचाईयों तक पहुंच सका है। जनहितैषी कार्यक्रम के इस महापर्व पर किसानों की समस्याओं को समझा गया है। सरकार प्रदेश में किसान कल्याण की योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 तक सभी को आवास प्रदान करने का संकल्प सरकार ने किया है। साथ ही तेन्दूपत्ता तोड़ने वालों को चरणपादुका और कपड़ा देने का निर्णय भी लिया है। महुये का समर्थन मूल्य घोषित किया है ताकि महुआ बीनने वालों को शोषण से बचाया जा सके। तेंदू पत्ता तोड़ने की मजूदूरी को बढ़ाया गया है। साथ ही 2015 तक का तेंदूपत्ता बोनस वितरण भी किया जा चुका है।
इस अवसर पर सागर जनपद में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु छोटे सिंह आदिवासी को सम्मानित भी किया गया। सांसद श्री लक्ष्मीनारायण यादव, बुन्देलखण्ड विकास प्राधिकरण अध्यक्ष डॉ. कुसमरिया ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर दक्षिण वनमण्डल सागर द्वारा कृषक समृद्वि योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, जिला व्यापार केन्द्र की रोजगार सृजन केन्द्र, मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजनातंर्गत, शुष्क अनुसंधान केन्द्र के डिप्लोमाधारियों को डिप्लोमा प्रदान किये गये।
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