अलीराजपुर जिले के 196 गांवों में पहुंचकर बदलेंगे मच्छरदानी | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी/पंकज बडोला, झाबुआ (मप्र), NIT:

अलीराजपुर जिले के 196 गांवों में पहुंचकर बदलेंगे मच्छरदानी | New India Times

झाबुआ-अलीराजपुर जिले में मलेरिया और डेंगू के मरीज मिलने का सिलसिला जारी है। डेंगू के मरीजों की संख्या पिछले साल से इस साल अधिक है जबकि मलेरिया रोगियों की संख्या पिछले साल से इस साल कम है।
रोगों की रोकथाम के लिए अब मलेरिया विभाग नई मच्छरदानियां बांटने की तैयारी कर रहा है। हर तीन साल में मच्छरदानी रिप्लेस की जाती है, लेकिन 2019 कोविड 19 के बाद से अब तक मच्छरदानी नहीं दी गई है। मलेरिया विभाग की माने तो कोविड-19 के कारण गत वर्ष मच्छरदानी नहीं बंट पाई थी। वर्ष 2019 में जिले के 196 गांवों में 1 लाख 97 हजार 500 मच्छरदानियां दी गई थीं।
तीन साल बाद इन्हें बदलना था लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।

अधिकारियों की माने तो कोविड-19 के कारण तैयारी नहीं हो पाई, इसलिए गत वर्ष यह नहीं बदली गई। इस वर्ष जिले की मच्छरदानी झाबुआ मुख्यालय पर पहुंच गई है। वहां से आलीराजपुर आएगी। इसके बाद गांवों में जाकर मच्छरदानी बदली जाएगी। हालांकि अभी आचार संहिता लगी हुई है और संभव है कि आचार संहिता खत्म होने के बाद ही मच्छरदानी बांटी जा सकेगी। उधर, बताया जा रहा है अधिकतर लोगों के पास पुरानी मच्छरदानियां बची ही नहीं हैं। कइयों ने इसलिए भी उपयोग नहीं किया, क्योंकि इनसे केमिकल की गंध है और गंध आने की वजह से कइयों ने उपयोग करना मुनासिब नहीं समझा।

आलीराजपुर ब्लॉक में सबसे ज्यादा डेंगू-मलेरिया के मरीज

इस सीजन में सबसे अधिक डेंगू और मलेरिया के मरीज आलीराजपुर ब्लॉक में ही मिली है। सरकारी आंकड़े की माने तो आलीराजपुर और आम्बुआ में मलेरिया के 13 मरीज मिलने की पुष्टि हुई है। जबकि डेंगू के 23 मरीज मिले हैं। इसमें आलीराजपुर शहर के भी कई मरीज शामिल है। यह सिर्फ सरकारी आंकड़ा है निजी लैब और गुजरात सहित अन्य शहरों में जिन्होंने टेस्ट कराने के बाद उपचार कराया उनके आंकड़े विभाग के पास नहीं है। यानी सरकारी आंकड़े में मरीज की संख्या कम है, जबकि हकीकत में मरीज इससे कई अधिक है।

मलेरिया विभाग का कहना है जहां भी मरीज मिले वहां पहुंचकर लार्वा सर्वे किया जाए

इस वर्ष जिले के हर ब्लॉक में डेंगू और मलेरिया के मरीज मिले हैं। आलीराजपुर-आम्बुआ में मलेरिया के 13, कट्ठीवाड़ा में 9, सोंडवा में 4, जोबट में 3, चंशेआ नगर में 9 और उदयगढ़ में 4 मरीज मलेरिया के मिले। इसी तरह डेंगू की बात करें तो आलीराजपुर में 23, जोबट में 4 और चंशेआ नगर-उदयगढ़ में 1-1 मरीज मिलने का सरकारी आंकड़ा है। मलेरिया विभाग का कहना है जहां भी मरीज मिले वहां पहुंचकर लार्वा सर्वे किया गया।
साथ ही मरीज को तुरंत उपचार दिया गया।

कौन से सन् में कितने मरीज मिले

वर्ष – डेंगू – मलेरिया
2020. 2. 43

2021. 39. 38

2022. 8. 49

2023. 29. 42

इधर… अस्पताल में भी बढ़ गए नजला खासी के मरीज

पिछले दिनों हुई बारिश के बाद ठंड ने जोर पकड़ लिया है। इसका सीधा असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। जिला अस्पताल में रोजाना सर्दी, खांसी और वायरल फीवर के मरीज पहुंच रहे हैं। 25 नवंबर से लेकर 29 नवंबर तक जिला अस्पताल में 1350 से अधिक मरीज उपचार कराने पहुंचे। इनमें ज्यादातर सर्दी-जुकाम, वायरल फीवर और खांसी के मरीज हैं। डॉक्टरों की सलाह है कि ऐसे मौसम में सेहत को लेकर विशेष सावधानी बरती जाए। खासकर बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर रखने की बात चिकित्सक कह रहे हैं।

जिले के 196 गांवों में पहुंचकर बदलेंगे मच्छरदानी

• इस वर्ष डेंगू के 29 और मलेरिया के 42 मरीज मिले हैं। जिले के 196 गांवों में पहुंचकर मच्छरदानी बदली जाएगी। यह झाबुआ पहुंच चुकी है, वहां से आलीराजपुर आएगी। इसके बाद इसे बदलने का काम शुरू किया जाएगा। – जगत कनेश, जिला मलेरिया अधिकारी, आलीराजपुर


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading