रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

सर्दी, जुकाम और फिर बुखार के साथ कहीं उन्हें मलेरिया या डेंगू तो नहीं, इसलिए जिला अस्पताल की लैब में जांच के सैंपलिंग मैं भी इजाफा हुआ है। पिछले लगातार 10 दिनों से ओपीडी की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। अस्पताल में प्रतिदिन 400 से भी अधिक मरीजों की ओपीडी हो रही है।
तो वहीं झाबुआ जिले के मेघनगर सरकारी अस्पताल के डॉ. विनोद नायक से हुई रूबरू चर्चा में उन्होने कहा कि अभी अस्पताल की ओपीडी 140 के करीब है!
उसमें आखों के कंजेक्टिविटी के मरीज़ का आंकड़ा 5% के करीब हुआ हमारे यहां अभी ये संक्रमण फैला है ।
जिले में एक साथ मरीजों की संख्या अधिक होने से डॉक्टरों के चेंबर के बाहर भी मरीजों कि कतार लगाने लगी है ओपीडी में कंजक्टिवाइटिस से पीड़ित मरीज भी आ रहे हैं। उन्हें डॉक्टर सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं।
पिछले दो हफ्तों से मौसम के मिजाज बदलने से कभी बारिश हो जाती है और कभी तेज धूप निकल जाती है।
इससे मौसम में नमी होने से वायरल फीवर के मरीज बढ़ रहे हैं। कुछ मरीजों को उल्टी, दस्त की भी समस्या है।
सामान्य दिनों में जिले में ओपीडी की संख्या घटकर 300 के अंदर पहुंच गई थी, लेकिन मौसम के मिजाज बदलने के साथ ही ओपीडी की कतार लंबी होती गई और सुबह से मरीज हाथ में पर्ची लिए अपनी बारी का इंतजार करते रहे। यह तो सिर्फ सरकारी अस्पताल है, इसके अलावा शहर के अन्य प्राइवेट अस्पतालों व क्लीनिक को में भी मरीज पहुंच रहे हैं।
साथ ही कुछ मरीज़ मेडीकल से दवा गोली लेकर काम चला रहे हैं।
ओपीडी में आने वाले लोगों को डॉक्टर घरों में साफ-सफाई रखने व मरीजों से दूरी बनाए रखने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। इधर ब्लड सैंपलिंग भी बढ़ कर 70-80 से बढ़कर 150 से अधिक हो गई है।
आंखों में संक्रमण हो तो शीघ्र ही दिखाएं
मौसम बदलने से आंखों में संक्रमण का खतरा भी बढ़ा है।
उसमें आखों के कंजेक्टिविटी के पेसेंट का आंकड़ा 5% के करीब हुआ, लोगों को आंखों में लाली, खुजली होना, आंखों में किरकिरापन, सूजन आदि की समस्या हो रही है। यही कारण है कि ओपीडी में इनके भी मरीज़ बढ़ रहे हैं। इनमें बच्चे भी शामिल हैं, आंखों को बार-बार मसले नहीं, आंखों में जलन व खुजली की दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। बारिश में भीगने के बाद आंखों को साफ पानी से धोएं। पूरे ब्लॉक में ग्राउंड लेबल पर भी सभी स्वस्थ कर्मियों को अलर्ट किया गया है कि इस प्रकार से कोई मरीज़ मिलता है उसे समझाइश दी जाए व मेघनगर अस्पताल में भेजने की समझाइश दी गई ।
डॉ. विनोद नायक, बी एम ओ मेघनगर
ऐसे बढ़ रही झाबुआ में ओपीडी संख्या
दिनांक ओपीडी संख्या
25 जुलाई 457
24 जुलाई 578
23 जुलाई रविवार
22 जुलाई 420
21 जुलाई 376
20 जुलाई 469
19 जुलाई 499
लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है
सर्दी, खांसी और बुखार के मरीज बढ़ रहे हैं। वायरल फीवर और डेंगू की शुरुआत एक जैसी होती है। इसमें बुखार, कंपकंपी, कमजोरी आदि होती है। ओपीडी में आने वाले अधिकतर मरीजों की सीबीसी, मलेरिया सहित अन्य जांच की जा रही है, ताकि उसी अनुसार उन्हें उपचार मिल सके। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। खासतौर पर बच्चों को भीगने से बचाना चाहिए। बारिश में गीले होने से बीमारी का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। इसी के साथ ही बच्चों को बाहरी खाद्य सामग्री से देने से बचना चाहिए। जिससे उल्टी, दस्त वह इन्फेक्शन में बचाव मिलेगा। सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण होने पर मेडिकल स्टोर से दवा लेने की वजह डॉक्टर से उपचार करवाने पर बीमारी को तुरंत रोका जा सकता है।
डॉ. संदीप चोपड़ा
जिला अस्पताल झाबुआ
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