अरशद आब्दी, झांसी (यूपी), NIT;
झाँसी जिला के दिगरा ग्राम के निवासी ख़ौफ़ के साए में जीने को मजबूर हैं वहज है भूमाफियाओं का आतंक। बताया जाता है कि यह माफिया लगभग 40 एकड सरकारी जमीन पर कब्जा कर उसकी मिट्टी इत्यादि धडल्ले से बेच कर मोटी रकम कमा चुके हैं और अब इनकी नजर उस गांव के गरीबों की जमीन पर है जिसे हथियाने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।जानकारी के अनुसार दीगरा ग्राम सभा की 40 एकड़ जमीन पूर्व प्रधान, वर्तमान प्रधान एवं वर्तमान लेखपाल की मदद से भूमाफिया 40 एकड़ जमीन पर कब्ज़ा कराए हुए है। जब इस का गांव वालों ने विरोध किया तो जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़ित परिवारों से NIT झाँसी ब्यूरो चीफ अरशद आब्दी ने मौके पर जा कर बात की तो पीड़ित परिवारो ने बताया कि यहां पूर्व व वर्तमान प्रधान व लेखपाल की मदद से एक भूमाफिया लगभग 40 एकड ग्राम सभा की जमीन पर कब्जा किए हुए है जिसका विरोध करने पर हमें जान से मारने की धमकी दी जा रही है और अब इस नजर हम गरीबों की जमीन पर जिसे वह हथियाना चाहता है। इस की शिकायत शासन प्रशासन से कई बार मौखिक एवं लिखित रूप से की गई है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
पीड़ित भागीरथ जिनके परिवार में कुल 06 लोग हैं का कहना है कि अगर मुझको न्याय नही मिला तो मैं अपने परिवार सहित आत्महत्या कर लूंगा और इस घटना के ज़िम्मेदार वतर्मान झाँसी पुलिस के अधिकारी एवं वर्तमान सरकार होगी। भागीरथ एवं महेंद्र चरन का कहना है कि आए दिन बन्दूक धारी रात में आते हैं और उनका कहना होता है अपनी कार्यवाही ख़त्म कर दो वर्ना तुम्हारे घर में घुस कर तुमको मार दिया जाएगा जिससे भागीरथ का परिवार भयभीत है। भागीरथ से जब बात की गई तो बताया गया कि 10 कुएं एवं कुछ नाले जिनमें जल विस्तार था एवं पहाड़ियों को बुलडोज़र से काट काट कर पूरी ज़मीन पर कब्ज़ा किया गया है, जिसमें कई रसूखदार लोग शामिल हैं। भागीरथ, महेंद्र, शोभा, कालीचरण ने वर्तमान सरकार से एक बार फिर न्याय की गुहार लगाई है। पीडित भागीरथ का कहना है कि यदि हमें शासन प्रशासन से न्याय नहीं मिला तो पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर लूंगा।
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