पीयूष मिश्रा/अश्वनी मिश्रा,सिवनी/छपारा (मप्र), NIT;कर्नाटक जीत के जश्न में छपारा के कांग्रेसी इतने मग्न हो गए कि उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करना तो दूर उन्हें याद करना भी जरूरी नहीं समझा।
उल्लेखनीय है की 21 मई 1991 को तमिलनाडु के श्रीपेरूबुदूर में राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद राजीव गांधी की शहादत दिवस पर आतंकवादी विरोधी दिवस भी सरकार द्वारा मनाया जाता है।
कर्नाटक के जश्न में राजीव को श्रद्धांजलि देना भूले
कर्नाटक में मिली जीत के जश्न में छपारा के वरिष्ठ कांग्रेसियों ने रविवार 20 मई को बस स्टैंड परिसर में जमकर मिठाई बांटकर एक दूसरे को बधाई और शुभकामनाएं दी थी लेकिन ठीक दूसरे दिन 21 मई को देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की शहादत दिवस पर छपारा के कांग्रेसियों ने राजीव की शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करना तो दूर उन्हें याद तक नहीं किया। इसके पूर्व में भी छपारा के कांग्रेसियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को भी मनाना भूल गए थे। उस समय भी समाचार पत्रों में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित कर संबंधितों के कर्तव्य बोध का ध्यान दिलाया गया था। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के ठीक 3 माह बाद देश के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की शहादत को भी छपारा के कांग्रेसी फिर भूल गए। अब सवाल यह उठता है कि कुछ दिन पहले ही मध्य प्रदेश कांग्रेस की कमान कमलनाथ के हाथों में सौंपी गई है और कल 22 मई मंगलवार को जिला कांग्रेस कमेटी की कमान राजकुमार उर्फ पप्पू खुराना को सौंपी गई है ऐसे में क्या छपारा के जिम्मेदार कांग्रेसियों के ऊपर अनुशासन के तहत कोई कार्यवाही हो पाएगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
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