'जिंदगी ना मिलेगी दोबारा' कार्यक्रम में एसिड अटैक पीड़ित और केंसर सर्वाइवर ने दिखाई जीवन की नई राह, मेघनगर की सोशल वर्कर राजेंद्र श्रीवास्तव हुए शामिल | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, नोएडा/झाबुआ, NIT:

'जिंदगी ना मिलेगी दोबारा' कार्यक्रम में एसिड अटैक पीड़ित और केंसर सर्वाइवर ने दिखाई जीवन की नई राह, मेघनगर की सोशल वर्कर राजेंद्र श्रीवास्तव हुए शामिल | New India Times

राष्ट्रीय आत्महत्या उन्मूलन दिवस के मौके पर शनिवार को नोएडा सेक्टर 21A स्टेडियम स्थित शीरोज कैफे में जिंदगी ना मिलेगी दोबारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। मानसिक सेहत के लिए कार्यरत संस्था कनेक्टेड की ओर से आयोजित कार्यक्रम में झाबुआ जिले से मेघनगर के राजेन्द्र श्रीवास्तव नीरज ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

कार्यक्रम में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े विविध पहलुओं पर चर्चा की गई। इसका उद्देश्य लोगों को मानसिक परेशानियों के प्रति जागरूक करना और जीवन की परेशानियों से लड़ने के लिए प्रेरणा देने रहा।

कनेक्टेड संस्था की संचालिका ऋतु भारद्वाज तथा रजनी सेन ने बताया कि संस्था ऐसे प्रेरणादायक लोगों को मंच दे रही है जिनकी कहानियां लोगों का जीवन बदल सकती है। एसिड अटैक पीड़ित और केंसर जैसी कई परेशानियों से उभर कर निकले यह लोग दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत हैं कि जिंदगी के मुश्किल से मुश्किल दौर में आगे बढ़ते रहना चाहिए।
इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ऋचा अनिरुद्ध ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यदि अपनों को परेशानियों से बचाना है तो बगैर जज किये सुनना सीखें।
मानसिक परेशानियों से जूझ रहे लोगों को यदि कोई बगैर जज किये सुनता है तो आधी समस्याएं यूँ ही दूर हो जाती हैं और आगे बढ़ने का हौसला मिलता है। यदि आप मानसिक उलझनों से घिरे हैं तो अपने विचार किसी न किसी के साथ साझा करें और चिकित्सीय सलाह लेने से न हिचकिचायें. उन्होंने संगीत को सबसे बेहतर थेरेपी बताते हुए सभी को इससे जुड़े रहने की सीख दी।
नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि इस आयोजन में देश के कई प्रतिष्ठित समाजसेवी तथा कभी जीने की उम्मीद छोड़ चुके थे आज एक मिसाल हैं, ऐसे कई लोगों से मिलकर जानने को मिला कि जिंदगी न मिलेगी दोबारा


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