भीमसेना चीफ नवाब सतपाल तंवर पर दर्ज केसों के विरोध में भीम सेना ने जोरदार विरोध-प्रर्दशन कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम ज्ञापन देकर की यूपी में दर्ज मुकदमों को रद्द करने की मांग | New India Times

साबिर खान, गुरुग्राम (हरियाणा), NIT:

भीमसेना चीफ नवाब सतपाल तंवर पर दर्ज केसों के विरोध में भीम सेना ने जोरदार विरोध-प्रर्दशन कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम ज्ञापन देकर की यूपी में दर्ज मुकदमों को रद्द करने की मांग | New India Times

उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों और लखनऊ में भीमसेना चीफ नवाब सतपाल तंवर पर दर्ज मुकदमों के विरोध में सोमवार को भीम सेना ने गुरुग्राम लघु सचिवालय पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया और जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। मिली जानकारी के अनुसार देश के हर जिले में प्रर्दशन किया गया और भारत के महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम ज्ञापन सौंपे गए। भीम सेना का आरोप है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भीम सेना के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष पर फर्जी केस दर्ज करके न्याय की आवाज को दबाने की कोशिश की है। नवाब सतपाल तंवर पर दर्ज इन मुकदमों के विरोध में भीम सेना सड़कों पर उतर आई और देश के लगभग सभी राज्यों के सभी जिलों में प्रदर्शन करके ज्ञापन सौंपकर इन मुकदमों को रद्द करने की मांग की गई।

गौरतलब है कि पिछले दिनों योगी आदित्यनाथ सरकार ने लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली थाने में तंवर पर देशद्रोह सहित कई गम्भीर धाराओं में मुकदमा कायम किया था। इसके अलावा कई अन्य जिलों में लगभग 3 दर्जन केस नवाब सतपाल तंवर पर दर्ज कर लिए गए। कई मामलों में तंवर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किए गए हैं। यूपी पुलिस भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर को गिरफ्तार करने के लिए कई बार गुरुग्राम और दिल्ली में छापे मार चुकी है लेकिन तंवर काफी समय से भूमिगत चल रहे हैं। पिछले दिनों तंवर ने यूपी पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने की घोषणा करके हरियाणा से उत्तर प्रदेश तक के खुफिया विभाग के कान खड़े कर दिए थे। इसी बीच तंवर ने अपना पैंतरा बदलकर बड़ा कानूनी दांव खेलते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में देशद्रोह के मामले को खारिज करने और अग्रिम जमानत देने और गिरफ्तारी पर रोक लगाने की याचिका दायर कर दी थी जिसपर तुरंत सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के जस्टिस अजय कुमार श्रीवास्तव और जस्टिस देवेंद्र कुमार उपाध्याय ने तंवर की इस याचिका को खारिज कर दिया था।

भीमसेना चीफ नवाब सतपाल तंवर पर दर्ज केसों के विरोध में भीम सेना ने जोरदार विरोध-प्रर्दशन कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के नाम ज्ञापन देकर की यूपी में दर्ज मुकदमों को रद्द करने की मांग | New India Times

भीम सेना की पीआरओ सीमा चौहान के मुताबिक मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जा रही है और नए सिरे से अग्रिम जमानत याचिका भी दाखिल की जा रही है। उधर सोमवार को भीम सेना योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आई। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, मध्य प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र आदि सभी प्रदेशों में नवाब सतपाल तंवर पर दर्ज मुकदमों के विरोध में जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करके ज्ञापन दिए गए।

गुरुग्राम में प्रदर्शन में मुख्य तौर पर भीम सेना के राष्ट्रीय प्रभारी अनिल तंवर, हरियाणा प्रदेश सचिव कैलाश रंगा, भीमसेना के बॉडीगार्ड एसीपी सोनू सिंह, गुरुग्राम जिला वरिष्ठ सलाहकार ईश्वर सिंह, राज सिंह खांडसा, नवल किशोर, प्रवीण तंवर, संजय, गुरुग्राम जिला महासचिव राज कटारिया, जिला उपाध्यक्ष देशराज, जिला सचिव परमानंद, ओमपाल, जलजीत थुराना, चीकू भाटी, रोशन लाल आदि भीम सैनिक मौजूद थे।

समाजसेवी और वकील भी आए तंवर के समर्थन में

भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर के समर्थन में कई वकील और समाजसेवी भी भीम सेना के साथ सड़कों पर उतरे। पावर फॉर ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन के चेयरमैन रोहित मदान, भीमराज बहुजन एकता सोसायटी के अध्यक्ष रोहतास तंवर, एडवोकेट कमल सिंह, एडवोकेट आदित्य आदि लोग भीम सेना के साथ सड़कों पर उतर आए।

बसपा भी आई नवाब सतपाल तंवर के समर्थन में

बहुजन समाज पार्टी के कई नेता भी भीम सेना प्रमुख नवाब सतपाल तंवर के समर्थन में आए और योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बसपा नेता प्रताप कदम, अभय कटारिया, भगवान दास नंबरदार आदि कई बसपा नेताओं ने भीम सेना के साथ मिलकर प्रदर्शन किया। भीम सेना के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शन और ज्ञापन का कार्यक्रम लगातार जारी रहेगा।


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