जैसलमेर में सीएम अशोक गहलोत ने मीडिया से खुलकर की बात | New India Times

अशफाक़ कायमखानी, जैसलमेर/जयपुर (राजस्थान), NIT:

जैसलमेर में सीएम अशोक गहलोत ने मीडिया से खुलकर की बात | New India Times

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जैसलमेर में अपने समर्थक विधायकों की बाड़ेबंदी करने के बाद आज मीडिया से बात करते हुये कहा कि ऐसे मौके पर हम आए हैं जब ईद भी है और राखी भी आ रही है, जो बहुत बड़े त्यौहार होते हैं। आप मजबूरी देखिए डेमोक्रेसी को बचाने के लिए क्या-क्या नहीं करना पड़ रहा है। देश के अंदर हालात बहुत गंभीर हैं, पूरे मुल्क में लोकतंत्र खतरे के अंदर है सभी तरह से। जो फैसले कर रही है भारत सरकार आप देख रहे हो, क्या स्थिति बन गई है देश के अंदर और सरकारें एक के बाद एक चुनी हुई सरकारें चाहे वो मणिपुर हो, गोवा हो, अरुणाचल प्रदेश हो, कर्नाटक सबको मालूम है क्या हुआ, मध्यप्रदेश में क्या हुआ। इसलिए मैं बार-बार बोलता हूं हालात बड़े गंभीर हैं देश के, तो राजस्थान की जनता ने जो साथ दिया है हमारा आज घर-घर में चर्चा है कि चुनी हुई सरकार हमारे द्वारा, बीजेपी कौन होती है गिराने वाली? सरकार कांग्रेस की बनती है, भारतीय जनता पार्टी की बनती है, कोई दिक्कत नहीं है। कभी परंपरा रही नहीं है कि हम उनकी सरकार को गिराने के लिए षड्यंत्र करें, हमने कभी नहीं किया, बल्कि रोका हमने, शेखावत जी के वक्त में हमने रोका, जो षड्यंत्र कर रहे थे उनकी अपनी ही पार्टी के, मैंने जाकर कहा गवर्नर साहब को, हम इसको लाइक नहीं करते हैं। प्रधानमंत्री जी को मैंने कहा नरसिम्हा राव जी को कि ये जो हमारी पार्टी के कुछ लोग लगे हुए हैं इन कामों में ये लोकतंत्र के खिलाफ में हैं, हमारी परंपरा अलग रही है। फिर भी दुर्भाग्य से इस बार बीजेपी का खेल बहुत बड़ा है हॉर्स ट्रेडिंग का क्योंकि खून उनके मुंह लग चुका है कर्नाटक के अंदर, मध्यप्रदेश के अंदर, इसलिए वो प्रयोग यहां कर रहे हैं, पूरा गृह मंत्रालय इस काम में लग चुका है। धर्मेंद्र प्रधान जी की तरह कई मंत्री लगे हुए हैं, पीयूष गोयल जी लगे हुए हैं, कई नाम छुपे रुस्तम की तरह भी वहां पर हैं, हमें मालूम है। हम किसी की परवाह नहीं कर रहे हैं, हम तो लोकतंत्र की परवाह कर रहे हैं। हमारी लड़ाई किसी से नहीं है, राहुल गांधी जी ने कहा था एक बार गुजरात के अंदर कि विचारधारा आरएसएस की, बीजेपी की रहेगी देश के अंदर, हमें ऐतराज़ भी नहीं है। लड़ाई होती है लोकतंत्र में विचारधारा की, नीतियों की, कार्यक्रमों की होती है। लड़ाई ये नहीं होती है कि आप चुनी हुई सरकार को बर्बाद कर दो, उसको टॉपल कर दो, फिर लोकतंत्र कहां बचेगा? लड़ाई हमारी लोकतंत्र को बचाने के लिए है, व्यक्तिगत किसी के खिलाफ नहीं है। मोदी जी को चाहिए, प्राइम मिनिस्टर हैं वो, दो बार उनको मौका दिया है जनता ने, थाली बजवाई, ताली बजवाई, मोमबत्ती लगवाई, लोगों ने उनकी बात पर विश्वास किया, ये बहुत बड़ी बात है, उन प्रधानमंत्री को चाहिए, जो कुछ तमाशा हो रहा है राजस्थान के अंदर, उसको बंद करवाएं। हॉर्स ट्रेडिंग की रेट बढ़ गई है, जैसे ही डिक्लेयर हुआ विधानसभा का सत्र और रेट बढ़ा दी उन्होंने, आप बताइए क्या तमाशा हो रहा है? आज हर नागरिक का कर्त्तव्य है देश के अंदर-प्रदेश के अंदर, आप लोगों का भी कर्त्तव्य भी है मीडियावालों का भी, सच्चाई का साथ दो, इनको सबक ऐसा मिले राजस्थान से, आगे ये भविष्य में कोई गवर्नमेंट टॉपल इस रूप में करने की हिम्मत नहीं करें, ये मेरा मानना है।

सवाल- दूसरे खेमे में वैसे तो शान्ति है पर ट्वीट पॉलिटिक्स हो रही है, गजेंद्र सिंह लगातार ट्वीट कर रहे हैं?
जवाब- देखिए वो तो खाली झेंप मिटा रहे हैं, उनको इस्तीफा देना चाहिए खुद को ही, जो आदमी पकड़ा गया हो ऑडियो टेप के अंदर, सरकार को टॉपल करने के षड्यंत्र में शामिल हो और उनके खिलाफ पहले से ही कई मुकदमे चल रहे हैं, गरीबों का पैसा लूट लिया है राजस्थान के अंदर। गरीब चाहे किसी भी कौम का है, गांव-गांव में इंतज़ार कर रहा है कब मुझे पैसा वापस मिलेगा, जिस राज्य में गजेंद्र सिंह शेखावत साहब के जो दोस्त लोग हैं उन सबने मिलकर, इनका खुद का नाम भी आ रहा है, वो संजीवनी कॉपरेटिव सोसायटी नाम आ रहा है, कोर्ट ने भी आदेश जारी कर दिए हैं, अब मॉरल रूप से उनको इस्तीफा देना चाहिए और उनके ट्वीट में भी दम नहीं है।

सवाल- सर कितने विधायकों का समर्थन है आपको?
जवाब- 200 लोगों का।

सवाल- इस बार कह रहे हैं कि अशोक गहलोत का स्वभाव बदला हुआ है, आमतौर पर कूल रहने वाले अशोक गहलोत अग्रेसिव हैं?
जवाब- कहां मैं अग्रेसिव हूं, मैं बड़े प्यार से मोहब्बत से बात करता हूं, आदर करता हूं केंद्रीय मंत्रियों का चाहे वो किसी पार्टी के हों, उसमें कोई कमी नहीं है और मैं मुस्कुराता हूं तो मुझे गॉड गिफ्टेड है, मैं क्या कर सकता हूं?

सवाल- सर माफ करने की प्रवृत्ति आपकी रही है। अगर उस खेमे से कुछ लोग आते हैं तो क्या माफ किया जाएगा आपकी तरफ से?
जवाब- ये तो हाईकमान पर निर्भर करता है, हाईकमान अगर उनको माफ करती हैं तो मैं गले लगाऊंगा सबको, मेरा कोई प्रेशर पॉइंट नहीं है, मुझे पार्टी ने बहुत कुछ दिया है, विश्वास किया है मुझपर, मैं विभिन्न पदों पर रहा हूं, 3 बार केंद्रीय मंत्री रहा हूं, 3 बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहा हूं, 3 बार AICC महामंत्री रहा हूं और 3 बार मैं मुख्यमंत्री बना हूं, मुझे क्या चाहिए? मैं जो कुछ कर रहा हूं सेवा के लिए कर रहा हूं, पब्लिक सेवा के लिए कर रहा हूं और जो हाईकमान तय करेगा मुझे किसी में ऐतराज़ नहीं है।

सवाल- सतीश पूनिया ने सवाल उठाया है कि जयपुर से जैसलमेर शिफ्ट हो गए, इनको कहीं और ले जाते डर था तो?
जवाब- क्या है कि ये लोग नए-नए नेता बने हैं, ये वसुंधरा जी से टक्कर लेना चाहते हैं। तो वसुंधरा जी से टक्कर लेने के लिए क्या है इनमें आपस में प्रतिस्पर्धा है, राठौड़ साहब में, पूनिया साहब के अंदर, गुलाबचंद कटारिया जी भले आदमी हैं, थोड़ा कम बोलते हैं, मीडिया के सामने आते हैं तब वो हमें गाली-गलौज करते हैं, तो इनमें कोई दम नहीं है किसी में भी और वसुंधरा जी पता नहीं वो कहां गायब हो गई हैं।

सवाल- सर आप ये कह रहे हैं कि भाजपा का ये पूरा खेला षड्यंत्र है लेकिन ये भी बात कही जा रही है कि प्रदेश की भाजपा के शीर्षस्थ नेता कहीं न कहीं आपकी सरकार बचाने में आपके साथ में हैं?
जवाब- आपकी जानकारी में है तो मुझे बताइए फिर मैं उनसे संपर्क करूं।

सवाल- सर प्रधानमंत्री को शिकायत की थी आपने उसका कुछ जवाब दिया प्रधानमंत्री जी ने, चिट्ठी भी लिखी थी आपने?
जवाब- मैंने उनको बता दिया, जब असेंबली बुलाई नहीं जा रही थी तब मैंने अवगत करवा दिया, अब आगे तो वो उनके ऊपर है। एक मैं मांग करना चाहूंगा, आज ही मैंने तय किया है, प्रधानमंत्री जी को मैं एक पत्र भी लिखूंगा कि एक और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करो आप देश के मुख्यमंत्रियों के साथ में क्योंकि कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं देश के अंदर-प्रदेश के अंदर। प्रदेश में हमने बहुत शानदार व्यवस्था कर रखी है, आज जो संख्या मरीजों की बढ़ रही है पॉजिटिव केसेज़ की, चिंता करने की इसलिए आवश्यकता नहीं है। कई राज्य तो टैस्ट ही नहीं कर रहे हैं। पहले हमारे यहां पर सुविधा नहीं थी टैस्टिंग की, पुणे और दिल्ली भेजते थे हम टैस्टिंग के लिए, आज हमारे यहां 40 हजार टैस्ट पर डे हो सकते हैं, ये कैपेसिटी हो गई है। टैस्टिंग हमने इसलिए बढ़ाई है, एक थ्योरी है, अगर आप टैस्टिंग बढ़ाओगे, वहां तक पहुंचोगे जो आखिरी मरीज है या पॉजिटिव है, इलाज शुरु कर दोगे तो वो आगे नहीं फैलाएगा, इसलिए हमने टैस्टिंग बढ़ाई है। संख्या बढ़ रही है पर मृत्युदर 1 पर्सेंट से भी कम हो गई है यहां पर, देश के अंदर पहला राज्य राजस्थान है जहां पर मृत्युदर 1 पर्सेंट से कम हो गई है। रिकवरी रेट हमारे यहां शानदार है, डबलिंग रेट यहां अच्छी है, इलाज शानदार हो रहा है, हमारे यहां जो दवाइयां हैं, प्लाज्मा थैरेपी शुरु की है हमने जयपुर में, जोधपुर में, उदयपुर में, बीकानेर के अंदर वो बहुत कामयाब हुई है, सभी तरह से आज पूरे देश में दुनिया में राजस्थान की चर्चा हो रही है जो हमने मैनेजमेंट किए हैं। संख्या इसलिए बढ़ रही है क्योंकि हमने बहुत बड़ी तादाद में, 25 हजार के लगभग हम टैस्ट करवा रहे हैं, कई राज्य तो 10 हजार भी नहीं करवा पा रहे हैं। इसलिए हमने तो ऑफर किया है दूसरे राज्यों को, अगर आपको जरूरत है तो हम आपको 5 हजार टैस्ट पर डे राजस्थान में करके देगी सरकार, आपकी जनता के लिए देगी, हमें खुशी होगी।

सवाल- सर जैसलमेर में विधायकों को लाए हैं?
जवाब- आप सबको मालूम है, जब मैं आता हूं तो आपके चेहरे भी खिल जाते हैं, मेरा भी चेहरा खिल जाता है।

सवाल- सर तनोट माता में आपकी गहरी आस्था है, क्या तनोट माता मंदिर भी ले जाएंगे?
हमारे मेंबर्स कई पहली बार आए हैं जैसलमेर, सब तनोट भी जाएंगे, और जगह भी जाएंगे, वो उनपर निर्भर करता है। हमारे यहां उनकी तरह बंदिश नहीं है। टेलीफोन छीन लिए सबके, बात नहीं कर सकते, हमारे यहां टेलीफोन भी, आना-जाना भी सब जारी रखा।


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