लड़ाई कठिन है पर पूरी ताकत से लड़ेंगे और जीतेंगे, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का दूरदर्शन के माध्यम से प्रदेश की जनता को संदेश | New India Times

पवन परूथी/गुलशन परूथी, भोपाल (मप्र), NIT:

लड़ाई कठिन है पर पूरी ताकत से लड़ेंगे और जीतेंगे, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का दूरदर्शन के माध्यम से प्रदेश की जनता को संदेश | New India Times

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने दूरदर्शन के माध्यम से प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पहले ही कोरोना संकट को पहचान लिया तथा देश में लॉकडाउन जैसी व्यवस्था प्रारंभ कर दी। यह उनकी दूरदर्शिता का परिणाम है कि समय रहते है हमने देश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित कर लिया है। जहाँ एक ओर विश्व के इटली, स्पेन, अमेरिका जैसे देश भयानक संकट से गुजर रहे हैं वहीं दूसरी ओर भारत की स्थिति बेहतर है। श्री मोदी अद्भुत नेता हैं, उन्होंने कोरोना के खिलाफ जंग में सारे देश को एक सूत्र में बांध दिया है। श्री चौहान ने कहा कि लड़ाई कठिन है, पर हम पूरी ताकत से इससे लड़ेंगे और जीतेंगे।

सभी लोग जान हथेली पर रखकर कर रहे हैं काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि 23 मार्च की रात 9 बजे शपथ लेने के बाद मैंने सबसे पहला काम वल्लभ भवन पहुँच कर कोरोना के संबंध में बैठक लेने का किया। पूरा शासन, प्रशासन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुट गया। हमारे डॉक्टर्स, नर्स, पैरामैडिकल स्टाफ, पुलिस, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और पत्रकार जान हथेली पर रखकर लोगों की जिंदगी बचाने में लगे हैं। पूरे प्रदेश में जनता के सहयोग से प्रधानमंत्री के लॉकडाउन के आह्वान को पूरी तरह से सफल बनाया गया है।

हम अपने हौसले से कोरोना को हराएंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के योद्धाओं के साथ दुर्व्यवहार और पथराव जैसी शर्मनाक घटना इंदौर में हुईं हमने इसे अत्यंत गंभीरता से लेकर संबंधितों के विरूद्ध रासुका के अंतर्गत सख्त कार्यवाही की। हमारे अमले का हौसला कम नहीं हुआ तथा दूसरे दिन पुन: वहीं कार्य करने पहुँच गए। मेरे कुछ अधिकारी भी संक्रमित हो गए हैं परंतु उनका कार्य करने का हौसला नहीं टूटा है। हम अपने हौसले से कोरोना को हराएंगे।

मुख्यमंत्री ने बताया घर पर मास्क बनाना

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी प्रदेशवासी प्रधानमंत्री द्वारा लॉकडाउन के रूप में खींची गई लक्ष्मण रेखा को पार नहीं कर रहे हैं, सभी घर तक सीमित हैं। प्रदेश में कोरोना से बचाव और इलाज की हर संभव व्यवस्था की गई है। हमारी कोरोना टेस्टिंग की क्षमता वर्तमान में 500 है, जिसे बढ़ाकर अतिशीघ्र 1000 कर लिया जाएगा। कोरोना से बंचाव के लिए पहने जाने वाले पीपीई किट्स अब हम मध्यप्रदेश में बना रहे हैं। इसे भारत सरकार ने मान्यता दी है। मास्क, दवाओं आदि की कमी नहीं है। हमारे स्व-सहायता समूह मास्क बना रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी स्थिति में मास्क उपलब्ध नहीं हो पाता है, तो घर पर ही मास्क बना लें। सूती कपड़े को तीन फोल्ड करें तथा मास्क बना लें। उन्होंने अपने गमछे से तीन फोल्ड मास्क बनाकर बताया।

मजदूरों की भोजन, आवास व्यवस्था

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे जो मजदूर भाई-बहन दूसरे प्रदेशों में काम करके प्रदेश लौटे हैं तथा जो दूसरे प्रदेशों के हमारे प्रदेश में आए हैं, सरकार उन सबकी भोजन, आवास, जाँच, दवाईयों आदि की व्यवस्था कर रही है। ग्रामीण क्षेत्र में हम इस महामारी से अभी दूर हैं। सरकार द्वारा लगभग 1 करोड़ 46 लाख गरीबों के लिए तीन माह के मुफ्त राशन की व्यवस्था की गई है। शासन के अलावा बहुत सारी स्वयंसेवी संस्थाएं भी गरीबों को मुफ्त भोजन करवा रही हैं।

हम सब भारत के लाल, भेदभाव का नहीं सवाल

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के ऐसे 30 लाख परिवार, जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उन्हें भी विशेष ‘कोरोना कोटा’ के अंतर्गत 2 माह का राशन प्रदान किया जा रहा है। उनके लिए चावल की व्यवस्था भी की जा रही है तथा दाल भी दी जाएगी। निर्माण श्रमिकों के खातों में 1-1 हजार रुपए की राशि दी गई है। बाहर के मजदूरों को भी 1-1 हजार रुपए की राशि दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘हम सब भारत के हैं लाल, भेदभाव का नहीं सवाल’।

कक्षा 01 से 8 तक जनरल प्रमोशन

मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि प्रदेश में कक्षा 1 से 8 तक जनरल प्रमोशन दिया जा रहा है तथा कक्षा 10वीं एवं 12वीं की परिक्षाएँ बाद में की जाएंगी। उनके लिए रेडियो स्कूल कार्यक्रम भी प्रारंभ किया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के 52 लाख विद्यार्थियों को शासन द्वारा 430 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति उनके खातों में भिजवाई गयी है। मध्यान्ह भोजन की राशि बच्चों के अभिभावकों के खातों में तथा रसोईयों का भी मानदेय उनके खातों में भिजवाया गया है। मकान मालिकों से कहा गया है कि वे किराएदारों से मकान खाली न करवाएं। फैक्ट्री मालिकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने मजदूरों का वेतन न रोकें तथा उनकी भोजन आदि की व्यवस्था करें।

अनहोनी पर कोरोना योद्धाओं को 50 लाख

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार हमेशा अपने अधिकारियों-कर्मचारियों का पूरा ध्यान रखती है। कोरोना संकट के चलते हमारा राजस्व संग्रहण अत्यंत कम हुआ है तथा सारे संसाधन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में लगे हुए हैं। फिर भी हम कर्मचारियों को बढ़ा हुआ डीए अवश्य देंगे। अभी इसे स्थगित किया गया है। मध्यप्रदेश सरकार समाज के किसी भी वर्ग को तकलीफ नहीं आने देगी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 50 लाख तक का बीमा घोषित किया है। प्रदेश सरकार स्वास्थ्य विभाग के अलावा भी कोरोना संकट से लड़ने वाले सरकारी अमले को किसी अनहोनी होने पर 50 लाख की राशि का प्रावधान कर रही है।
प्रदेश में कोरोना संकट से निपटने के लिए सभी धर्मगुरुओं के साथ बैठक करके उनसे आग्रह किया गया है कि प्रदेश में आगामी त्यौहार घर पर ही रहकर मनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोग चाहे किसी भी समुदाय अथवा धर्म के हों सभी कोरोना संकट में सहयोग कर रहे हैं तथा पिछले त्यौहार भी उन्होंने घर पर रहकर ही मनाए हैं। इस संकट में लोग मृत्युभोज, विवाह आदि आयोजन भी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुरैना में संक्रमण फैलने का कारण दुबई से आए एक परिवार द्वारा वहाँ मृत्युभोज का आयोजन किया जाना था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ की है। हम सभी को अपना भाई मानते हैं। दुनिया एक परिवार है। कोरोना की लड़ाई इंसान को बचाने के लिए की जा रही है। हम सब मिलकर दुनिया को इस संकट से बचाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में तब्लीगी जमात के बहुत से व्यक्ति संक्रमित मिले तथा उन्होंने इसकी सूचना नहीं दी, जिसके कारण दूसरों में यह संक्रमण फैला। हम किसी भी व्यक्ति को स्वयं के साथ दूसरों की जिन्दगी खतरे में डालने की इजाजत नहीं देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 अप्रैल को सारे प्रदेशवासी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के रात्रि 9 बजे से 9 बजकर 9 मिनट तक अपने-अपने घरों की बालकनी और दरवाजों में दिए, मोमबत्ती अथवा मोबाइल फ्लैश लाइट जलाने के आह्वान को सफल बनाएं। इस समय घर की लाइट बंद करनी है, परन्तु अन्य यंत्र चल सकते हैं। हमें अंधकार से प्रकाश की ओर जाना है। कोरोना के अंधेरे से सबको मिलकर लड़ना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट की इस घड़ी में हम सब प्रधानमंत्री के सुझावों पर पूरा अमल करें तथा उनके साथ खड़े होकर संकट का सामना करें। घर पर ही रहकर योग, व्यायाम, ध्यान करें, पढ़ें-लिखें, परिवार को समय दें। कोरोना की इस लड़ाई को पूरे हौसले के साथ लड़ें, पर साथ में प्रार्थना जरूर करें। सभी धर्म, पंथ के लोग ईश्वर से प्रार्थना करें कि हम इस महामारी से शीघ्र बाहर निकलें। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘कोरोना संकट समाप्त होने पर मैं स्वयं गिरिराज जी परिक्रमा देने जाऊंगा।


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