संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, चंबल संभाग (मप्र), NIT:

“बिगड़ती कानून व्यवस्था के बीच थाना प्रभारी की पोस्टिंग को लेकर DIG और SP आमने-सामने”, इस तरह की पोस्ट और न्यूज़ का डीआईजी अशोक गोयल जी खंडन किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नही है, दोनों ही अधिकारियों के पोस्ट के पावर अलग-अलग हैं जिसका सार्थक समन्वय हुआ है।
बता दें कि फूप थाना क्षेत्र में दो दिन पहले भाजयुमो मंत्री रक्षपाल सिंह और सब इंस्पेक्टर रोहित गुप्ता के बीच हुए विवाद और शाम को सराफा व्यवसायी सुबोध सोनी को गोली मारकर लूट की वारदात हुई थी। इसके बाद पुलिस अधीक्षक रुडोल्फ अल्वारेस ने शुक्रवार की देर शाम फूप टीआई संजय सोनी को लाइन अटैच करने का आदेश जारी कर दिया था। इसके बाद डीआईजी अशोक गोयल ने एसपी के आदेश को निरस्त कर दिया।
मध्यप्रदेश के चंबल का भिंड जिला इन दिनों सुर्खियों में है। दरअसल तमंचे की नोक पर गोली मारकर व्यापारी के साथ लाखों की लूट,विरोध प्रदर्शन ,बाजार बंद,अवैध उत्खनन,सब इंस्पेक्टर के साथ मारपीट आदि बिगड़ती कानून व्यवस्था के वर्तमान के ज्वलंत मुद्दे हैं।
परंतु अब भिंड जिले में फूप थाना प्रभारी की पोस्टिंग को लेकर एसपी रुडोल्फ अल्वारेस और डीआईजी अशोक गोयल आमने सामने हैं। एसपी ने शुक्रवार शाम को कानून व्यवस्था बिगडऩे पर फूप थाना प्रभारी को हटाने का आदेश जारी किया। अगले दिन सुबह डीआइजी अशोक गोयल ने थाना प्रभारी को यथावत रखने का आदेश जारी कर दिया।
क्या है पूरा मामला
दरअसल शुक्रवार को गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान इटावा रोड पर क्वारी पुल के नीचे भाजयुमो जिला मंत्री रक्षपाल सिंह कुशवाह और फूप थाने के सब इंस्पेक्टर रोहित गुप्ता के बीच विवाद हो गया था। इस विवाद में दोनों ही लोग घायल हुए। इस घटना के बाद भाजपा नेताओं ने फूप थाने का घेराव करने का प्रयास किया। वहीं फूप पुलिस ने सब इंस्पेक्टर रोहित गुप्ता की फरियाद पर भाजयुमो मंत्री रक्षपाल सिंह सहित पांच नामजद और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास, लूट के प्रयास सहित अन्य संगीन धाराओं में केस दर्ज किया। यह विवाद पूरी तरह से शांत नहीं हो पाया था कि शाम 6.30 बजे फूप कस्बे में ही दो बाइकों पर सवार होकर आए चार बदमाश सराफा व्यवसायी सुबोध सोनी को गोली मारकर उनसे 10 लाख रुपए की कीमत के सोने चांदी के जेवरातों से भरा बैग लूट ले गए।
इन दोनों घटनाओं के बाद अटेर विधायक अरविंद सिंह भदौरिया ने ग्वालियर में प्रेसवार्ता की, जिसमें उन्होंने भिंड में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर भिंड एसपी और पुलिस पर संगीन आरोप लगाए। वहीं भिंड एसपी ने शुक्रवार की देर शाम एसआई गुप्ता के साथ फूप टीआई संजय सिंह को लाइन अटैच कर दिया लेकिन अगले दिन शनिवार को चंबल डीआईजी गोयल ने एसपी के उक्त आदेश को निरस्त कर दिया। इसी को मीडिया और कुछ पत्रकारों ने ठनी कह दिया।
डीआईजी अशोक गोयल के अनुसार दोनों ने अपने अधिकारों और कर्तव्यों का पालन किया है, यह तो एक आम बात है और अपने अपने अधिकारों के तहत की है। दोनों ही पुलिस ऑफिसर्स अपनी-अपनी जगह अनूठी प्रतिभा के घनी हैं।
