अब्दुल वाहिद काकर, ब्यूरो चीफ, धुले (महाराष्ट्र), NIT:धुलिया लोकसभा चुनाव में रक्षा राज्य मंत्री डॉक्टर सुभाष भामरे ने दो लाख की लीड से जीत दर्ज कराई है वहीं पर बीजेपी के बागी विधायक अनिल गोटे की जमानत भी जप्त हो गई है। बीते 29 अप्रैल को यहां मतदान हुआ था। इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर वर्तमान रक्षा राज्य मंत्री डॉक्टर सुभाष भामरे ने चुनाव लड़ा था, जबकि कांग्रेस के टिकट पर विधायक कुणाल पाटील मैदान में थे। धुलिया ग्रामीण क्षेत्र से कुणाल पाटील विधायक है लेकिन धुलिया ग्रामीण से डॉक्टर भामरे को अधिक वोट मिले हैं उसी तरह से बहुजन वंचित आघाडी
के नबी अहमद को 39 हजार 137 वोट मिले हैं। अनुमान लगाया जा रहा था की रक्षा राज्य मंत्री को विधायक कुणाल पाटील कड़ी टक्कर देंगे लेकिन पाटील ने रक्षा राज्य मंत्री डॉक्टर सुभाष भामरे दूसरे राउंड से आखरी दम तक तोड़ नहीं पाये। धुलिया निर्वाचन क्षेत्र के साथ ही देश में मोदी की राष्ट्रवाद की लहर जमकर चली। रक्षा राज्य मंत्री डॉक्टर सुभाष भामरे ने कांग्रेसी प्रत्याशी कुणाल पाटिल को 2 लाख 36 हजार वोटों से करारी शिकस्त दी है। धुलिया निर्वाचन क्षेत्र में जमकर चले मोदी के राष्ट्रवाद के सामने कांग्रेस धराशाई हो गई और बीजीपी के डॉक्टर सुभाष भामरे ने एक तरफा जीत हासिल की। स्वयं का इस बार उन्होंने वोटो का रिकॉर्ड तोड़ कर नया दो लाख 36000 से जीत हासिल करने का कीर्तिमान स्थापित किया है।
पाटील को 3 लाख 82 हजार 543, अपरांती संजय बहुजन समाज पार्टी को मात्र 4 हजार 608, विधायक अनिल गोटे 8 हजार 367 वोट पर सिमट गए।
उत्तर महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस एनसीपी को बड़ा झटका लग सकता है। कांग्रेस के प्रति मतदाताओं का मोहभंग मुश्किल में डाल सकता है।2014 में हुए चुनाव में BJP के सुभाष भामरे ने जीत दर्ज की थी, उन्हें 5,29,450 वोट मिले थे वहीं कांग्रेस के अमरीश भाई 3,98,727 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहे थे। अगर यहां के इतिहास पर नजर डालें तो 1957 में यह सीट भारतीय जनसंघ (BJS) के पाटिल उत्तराव के हाथ में थी। 1962, 1967 और 1971 में कांग्रेस के चुडमान आनंद, 1977 में कांग्रेस के पाटिल विजय कुमार, 1980, 1984 और 1989 मे कांग्रेस के भोय रेशमा मोतीराम, 1991 में कांग्रेस के चाउर बापू, 1996 में BJP के बागुल साहेबराव, 1998 में कांग्रेस के डीएस अहिर. 1999 में BJP के रामदास, 2004 में कांग्रेस के चाउर बापू, 2009 में BJP सोनवणे प्रताप ने यहां कब्जा किया।जीत का श्रेय मतदाताओं को तिरुपति से करेंगे निर्वाचन क्षेत्र का विकास: डॉ सुभाष भामरे नरेंद्र मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे, धुलिया निर्वाचन क्षेत्र की जनता ने चुनाव से पूर्व ही निर्णय लिया था कि सुभाष भामरे संसद सदस्य होना चाहिए। यह जीत धुलिया निर्वाचन क्षेत्र की जीत है। मेरी जीत का श्रेय उन लोगों का भी है जो मुझसे बहुत प्यार करते हैं और हर किसी ने जीतने के लिए बहुत मेहनत की, इस तरह की प्रतिक्रिया रक्षा राज्य मंत्री तथा वर्तमान सांसद डॉक्टर सुभाष भामरे ने जीत दर्ज कराने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए व्यक्त किए। बीजेपी-शिवसेना-आरपीआई उम्मीदवार डॉ सुभाष भामरे लोकसभा चुनाव जीत के बाद क्या आप का व्हीजन, यह पूछे जाने पर कहा कि सुलवाड़े जामफल लिफ्ट इरिगेशन योजना को जल्दी से पूरा कर पानी किसानों के खेतों तक सिंचाई हेतु पानी पहुंचाना खान्देश की बहुप्रतीक्षित मनमाड-मालेगांव-धुलिया-इंदौर रेलवे लाइन परियोजना को पूरा करने के उद्देश्य से प्रभावी रूप से भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को पूरा कर रेल परियोजना का सपना पूरा करना, नार-पार प्रकल्प परियोजना के लिए प्रयास करने और निर्वाचन क्षेत्र में हजारों युवाओं के विकास के लिए काम करना उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने निर्वाचन क्षेत्र में उद्योग विकास के लिए प्रयास पांच सालों तक करते रहने की भावनाएं सुभाष भामरे ने व्यक्त किया। भामरे की जीत पर धुलिया मालेगांव सेंट्रल, सटाना शिंदखेड़ा धुलिया ग्रामीण क्षेत्रों में जमकर जीत का जश्न मनाया गया है कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर रक्षा राज्य मंत्री डॉक्टर सुभाष भामरे को शुभकामनाएं दीं।
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