मुबारक अली, ब्यूरो चीफ, शाहजहांपुर (यूपी), NIT:
साइबर क्राइम सेल व थाना पुलिस द्वारा नौकरी देने के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा मौके पर पांच अभियुक्त गिरफ्तार किया गया है. ये लोग जन सेवा केंद्र की आड़ में ऑनलाइन ठगी करते थे. पुलिस ने ठगी करने के उपकरण लैपटॉप मोबाइल 253 सिम कार्ड स्केनर आदि बरामद किया।
नीरज सिंह प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम सेल, उ0 नि0 हरेंद्र प्रताप सिंह, थाना कांट, अजय चौधरी,राजीव कुमार,शिवम कुमार साइबर सेल हे0 कां0 शाहनवाज आलम आदि पुलिस टीम द्वारा थाना कांट क्षेत्र के ग्राम बरेंड तिराहे पर स्थित जन सेवा केंद्र से बृजेश मौर्या थाना कांट, नीरज मोरिया थाना परौर, मोहम्मद रफी थाना कांट, गुड्डू मौर्या ग्राम मन्थाना थाना मदनापुर, हर्षित कुमार थाना परौर को किया गिरफ्तार इनके पास से पुलिस ने 4 लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन,4 फिंगरप्रिंट स्कैनर, एक हार्ड डिक्स, 14 आधार कार्ड, 9 ई श्रम कार्ड, 253 सिम कार्ड ₹575 विभिन्न नामी कंपनियों के फर्जी ऑफर लेटर आदि बरामद किया।
MONSTER INDIA COM की PAID EMPLOYER PROFILE है जिनकी हमारे पास लॉगइन आईडी है सभी लोगों इस लॉगिन आईडी पर लॉगिन करके लोगों द्वारा नौकरी की तलाश में अपलोड की गई प्रोफाइल को लोकेशन जॉब प्रोफाइल तथा अन्य फिल्टर लगाकर सर्च करके डाउनलोड कर लेते हैं जिससे उनका बायोडाटा नाम मोबाइल नंबर ईमेल आईडी हमें प्राप्त हो जाते हैं हम लोग एक बार में बहुत सारी प्रोफाइल सेव करके बारी-बारी ऑनलाइन नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को कॉल करते हैं और बताते हैं किNAUKRI,COM से बोल रहे हैं और आपकी प्रोफाइल एक नामी कंपनी के लिए हो गई है और उसको अपनी बातों में उलझा लेते हैं इस प्रतिज्ञा क्रिया के दौरान हम इन लोगों से रजिस्ट्रेशन पुलिस वेरीफिकेशन लैपटॉप सिक्योरिटी तथा सैलरी अकाउंट खोलने के बहाने विभिन्न पेटीएम अकाउंट, गूगल पे अकाउंट, बैंक अकाउंट तथा जन सुविधा केंद्र के बैंक खातों में ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करवा लेते हैं तथा पैसा मिलने के बाद हम लोग बात करने वाले सिम को बंद कर देते हैं जो कि हम जन सुविधा केंद्र भी चलाते हैं इसलिए हमारे पास और लोगों आना जाना रहता है हमारी दुकान पर आने वाले लोगों को बेवकूफ बनाकर उनका फिंगरप्रिंट करा लेते हैं तथा उनके आधार कार्ड स्कैनर की मदद से कॉपी कर लेते हैं या फिर ग्राहक को भरोसे में लेकर उसका आधार कार्ड अपने पास ही रख लेते हैं और उसी बिना पर जानकारी के उनकी आईडी पर हम अक्सर नए सिम चालू करा लेते हैं।
इनका सरगना नीरज मौर्या पूर्व में दिल्ली में ऑनलाइन से पूर्व इसी तरह का एक फर्जी कॉल सेंटर में काम करता था तथा वही इस तरह का अपराध कार्य करने का तरीका सी का ऑनलाइन के बाद यहां आकर अपना गिरोह बनाया तथा अपराध कार्य करने लगा जानकारी करने पर ज्यादातर ठगी अन्य राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार,हरियाणा तथा पंजाब आदि के व्यक्तियों के साथ की गई है जिनका टारगेट हिंदीभाषी प्रदेशों से नौकरी की ऑनलाइन तलाश करने वाले लोग होते थे नेशनल साइबर क्राइम क्राइम रिपोर्टिंग पेट्रोल पर चेक करने पर इनके द्वारा की गई फोन कॉल के नंबर का संबल इस गिरोह से पाया गया है इनके द्वारा ऑनलाइन पैसा ठगी हेतु इस्तेमाल किए गए विभिन्न पेटीएम अकाउंट गूगल पर अकाउंट बैंक अकाउंट तथा जन सुविधा केंद्र के खातों की जांच की जा रही है तथा अन्य प्रदेशों के अधिकारी गणों से संपर्क करके प्रदेश में इस गिरोह द्वारा ठगी का शिकार हुए पीड़ितों की जानकारी जुटाई जा रही है अभी तक की जांच में जानकारी मिली है कि गिरोह द्वारा विभिन्न प्रदेशों के भूले वाले लोगों से करीब 16 लाख रुपए की ठगी की जा चुकी है।
एस, आनन्द पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साइबर सेल व थाना कांठ पुलिस द्वारा ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया गया है जिसमें 5 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है जिनके पास से लैपटॉप, मोबाइल, फिंगरप्रिंट, हार्ड डिक्स, 253 सिम कार्ड आदि बहुत सी चीजें बरामद की गई है इनका जो मुखिया है वह नीरज है जो दिल्ली में काम करने गया था और नोएडा में फ़र्ज़ी कार सेंटर पर काम किया था वहीं से इतने हुनर सीखा यह बात लोक डाउन से पहले की है यहां आकर इसमें यही कारोबार ग्रुप बनाकर शुरू कर दिया उन्होंने ज्यादातर ठगी अन्य प्रदेशों में की है उन सब की जानकारी एकत्रित की जा रही है गिरफ्तार अभियुक्तों पर थाना कार्ड में नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है
मुबारक अली जी एन एस
शाहजहांपुर यूपी। साइबर क्राइम क्राइम सेल व थाना का पुलिस द्वारा नौकरी देने के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा मौके पर पांच अभियुक्त गिरफ्तार जन सेवा केंद्र की आड़ में करते थे ऑनलाइन ठगी करने के उपकरण लैपटॉप मोबाइल 253 सिम कार्ड स्केनर आदि बरामद।
नीरज सिंह प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम सेल, उ0 नि0 हरेंद्र प्रताप सिंह, थाना कांट, अजय चौधरी,राजीव कुमार,शिवम कुमार साइबर सेल हे0 कां0 शाहनवाज आलम आदि पुलिस टीम द्वारा थाना कांट क्षेत्र के ग्राम बरेंड तिराहे पर स्थित जन सेवा केंद्र से बृजेश मौर्या थाना कांट, नीरज मोरिया थाना परौर, मोहम्मद रफी थाना कांट, गुड्डू मौर्या ग्राम मन्थाना थाना मदनापुर, हर्षित कुमार थाना परौर को किया गिरफ्तार इनके पास से पुलिस ने 4 लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन,4 फिंगरप्रिंट स्कैनर, एक हार्ड डिक्स, 14 आधार कार्ड, 9 ई श्रम कार्ड, 253 सिम कार्ड ₹575 विभिन्न नामी कंपनियों के फर्जी ऑफर लेटर आदि किया बरामद।
MONSTER INDIA COM की PAID EMPLOYER PROFILE है जिनकी हमारे पास लॉगइन आईडी है सभी लोगों इस लॉगिन आईडी पर लॉगिन करके लोगों द्वारा नौकरी की तलाश में अपलोड की गई प्रोफाइल को लोकेशन जॉब प्रोफाइल तथा अन्य फिल्टर लगाकर सर्च करके डाउनलोड कर लेते हैं जिससे उनका बायोडाटा नाम मोबाइल नंबर ईमेल आईडी हमें प्राप्त हो जाते हैं हम लोग एक बार में बहुत सारी प्रोफाइल सेव करके बारी-बारी ऑनलाइन नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को कॉल करते हैं और बताते हैं किNAUKRI,COM से बोल रहे हैं और आपकी प्रोफाइल एक नामी कंपनी के लिए हो गई है और उसको अपनी बातों में उलझा लेते हैं इस प्रतिज्ञा क्रिया के दौरान हम इन लोगों से रजिस्ट्रेशन पुलिस वेरीफिकेशन लैपटॉप सिक्योरिटी तथा सैलरी अकाउंट खोलने के बहाने विभिन्न पेटीएम अकाउंट, गूगल पे अकाउंट, बैंक अकाउंट तथा जन सुविधा केंद्र के बैंक खातों में ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करवा लेते हैं तथा पैसा मिलने के बाद हम लोग बात करने वाले सिम को बंद कर देते हैं जो कि हम जन सुविधा केंद्र भी चलाते हैं इसलिए हमारे पास और लोगों आना जाना रहता है हमारी दुकान पर आने वाले लोगों को बेवकूफ बनाकर उनका फिंगरप्रिंट करा लेते हैं तथा उनके आधार कार्ड स्कैनर की मदद से कॉपी कर लेते हैं या फिर ग्राहक को भरोसे में लेकर उसका आधार कार्ड अपने पास ही रख लेते हैं और उसी बिना पर जानकारी के उनकी आईडी पर हम अक्सर नए सिम चालू करा लेते हैं।
इनका सरगना नीरज मौर्या पूर्व में दिल्ली में ऑनलाइन से पूर्व इसी तरह का एक फर्जी कॉल सेंटर में काम करता था तथा वही इस तरह का अपराध कार्य करने का तरीका सी का ऑनलाइन के बाद यहां आकर अपना गिरोह बनाया तथा अपराध कार्य करने लगा जानकारी करने पर ज्यादातर ठगी अन्य राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार,हरियाणा तथा पंजाब आदि के व्यक्तियों के साथ की गई है जिनका टारगेट हिंदीभाषी प्रदेशों से नौकरी की ऑनलाइन तलाश करने वाले लोग होते थे नेशनल साइबर क्राइम क्राइम रिपोर्टिंग पेट्रोल पर चेक करने पर इनके द्वारा की गई फोन कॉल के नंबर का संबल इस गिरोह से पाया गया है इनके द्वारा ऑनलाइन पैसा ठगी हेतु इस्तेमाल किए गए विभिन्न पेटीएम अकाउंट गूगल पर अकाउंट बैंक अकाउंट तथा जन सुविधा केंद्र के खातों की जांच की जा रही है तथा अन्य प्रदेशों के अधिकारी गणों से संपर्क करके प्रदेश में इस गिरोह द्वारा ठगी का शिकार हुए पीड़ितों की जानकारी जुटाई जा रही है अभी तक की जांच में जानकारी मिली है कि गिरोह द्वारा विभिन्न प्रदेशों के भूले वाले लोगों से करीब 16 लाख रुपए की ठगी की जा चुकी है।
एस, आनन्द पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साइबर सेल व थाना कांठ पुलिस द्वारा ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया गया है जिसमें 5 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है जिनके पास से लैपटॉप, मोबाइल, फिंगरप्रिंट, हार्ड डिक्स, 253 सिम कार्ड आदि बहुत सी चीजें बरामद की गई है इनका जो मुखिया है वह नीरज है जो दिल्ली में काम करने गया था और नोएडा में फ़र्ज़ी कार सेंटर पर काम किया था वहीं से इतने हुनर सीखा यह बात लोक डाउन से पहले की है यहां आकर इसमें यही कारोबार ग्रुप बनाकर शुरू कर दिया उन्होंने ज्यादातर ठगी अन्य प्रदेशों में की है उन सब की जानकारी एकत्रित की जा रही है गिरफ्तार अभियुक्तों पर थाना कार्ड में नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है.
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