अतीश दीपंकर, भागलपुर/पटना (बिहार), NIT:
पैगंबर मोहम्मद साहब के खिलाफ भाजपा नेताओं नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल की कथित विवादित टिप्पणियों का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी यह मुद्दा गरमाया हुआ है। इसी क्रम में भागलपुर के कई इलाकों में इसका असर देखा गया। भागलपुर शहर के शाह मार्केट को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पूर्णरूपेण बंद रखा।
पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा विवादित टिप्पणी का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है, जिसे लेकर आज जुमे की नमाज़ के बाद देश भर में मुस्लिम समुदाय के लोगों का विरोध जारी है। शुक्रवार को इसका खासा असर भागलपुर में भी देखने को मिला, जहां शाह मार्केट सहित कई इलाकों में अधिकांश दुकानें बंद रहीं। हालांकि इस मामले में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को फिलहाल निलंबित कर दिया है।
वहीं मामले को लेकर खानकाह पीर दमाडिया शाह फकरे आलम हसन ने बताया कि अबतक स्वयं उन्होंने या फिर किसी धर्मगुरु या मुस्लिम समुदाय के किसी संगठन के द्वारा बंदी का आह्वान नहीं किया है। हालंकि देश में किसी समुदाय के धर्मगुरु के ऊपर इस तरह की टिप्पणी करना सरासर निंदनीय है. उन्होंने कहा की पैगंबर मोहम्मद मुस्लिम समुदाय के आस्था के प्रतीक हैं और लोग उनसे मोहब्बत करते हैं। ऐसे में एक सत्ताधारी दल की प्रवक्ता द्वारा इस तरह की भाषा से आक्रोशित दुकानदारों ने खुद की स्वेच्छा से दुकान बंद किया है। उन्होंने कहा कि देश के मुखिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली पर उन्हें भरोसा है।
मुस्लिम दुकानदारों की मानें तो उन्होंने बीजेपी प्रवक्ता का विरोध किया है। दुकानदारों का कहना है कि इस देश में अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं और यहां धर्मनिरपेक्षता सर्वोपरी है। लेकिन कुछ राजिनितक दल इन बातों को छोड़ सिर्फ महजबी टिप्पणी करने में विश्वास रखते हैं। उन्होंने कहा कि पैगंबर मोहम्मद उनकी आस्था के प्रतीक हैं और इस तरह की निंदनीय भाषा का प्रयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मौके पर मुस्लिम समाज के कई बुद्धिजीवी लोग मौजूद रहे।
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