त्रिपुरा दंगा के विरोध में खान्देश के धुले, जलगांव और नंदुरबार ज़िले में अल्पसंख्यक समुदाय के इलाकों में रहा शत प्रतिशत बंद | New India Times

अब्दुल वाहिद काकर, ब्यूरो चीफ, धुले (महाराष्ट्र), NIT:

त्रिपुरा दंगा के विरोध में खान्देश के धुले, जलगांव और नंदुरबार ज़िले में अल्पसंख्यक समुदाय के इलाकों में रहा शत प्रतिशत बंद | New India Times

त्रिपुरा में मुस्लिम समुदाय पर हुए हमल के विरोध में शुक्रवार को अल्पसंख्यक समुदाय ने बंद पुकारा था. जिसके तहत खान्देश के धुलिया, जलगांव और नंदुरबार ज़िले में अल्पसंख्यक समुदाय के इलाकों में शत प्रतिशत बंद रहा. मुस्लिम संगठनों ने ज़िला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर संबंधित दोषियों पर कार्यवाही कर अमन चैन बरकरार रखने की मांग की.

त्रिपुरा दंगा के विरोध में खान्देश के धुले, जलगांव और नंदुरबार ज़िले में अल्पसंख्यक समुदाय के इलाकों में रहा शत प्रतिशत बंद | New India Times

समाजवादी पार्टी प्रदेश सचिव गुड्डू काकर के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। सपा ने कहा की त्रिपुरा में मुस्लिम समाज पर अत्याचार हो रहा है। लोगों के घर जलाये जा रहे हैं, मस्जिदें तोड़ी जा रही हैं, आगजनी हो रही है जिससे लोगों में भय व्याप्त है। राज्य सरकार मौन है और केंद्र सरकार एवं गृह मंत्री भी चुप हैं। अगर केंद्र एवं राज्य सरकार अल्पसंख्यक समुदाय को सुरक्षा नहीं दे पाती है तो उनका सत्ता में रहना बेकार है और समाजवादी पार्टी चुप नहीं रहेगी और आने वाले समय में लोग सड़कों पर उतरकर इस तानाशाह सरकार का विरोध करेंगे। इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष आसिफ़ मंसूरी, अकील अंसारी, जमील मंसूरी, आमोन पटेल आदि उपस्थित थे.

त्रिपुरा में पैगंबर मोहम्मद साहब की अवमानना करने और मुस्लिमों पर हमला का विरोध करने लोहा बाजार, मछली बाजार, लोकमान्य अस्पताल चौक, 100 फीट क्षेत्र और कई मुस्लिम क्षेत्रों में दुकानें गेराज, होटल और व्यापारिक प्रतिष्ठान सत प्रतिशत बन रहे.


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