अशफाक कायमखानी, जयपुर (राजस्थान), NIT:
हालांकि एसीबी को लेकर पहले हमेशा कहा जाता था कि उसके शिकंजे मे छोटी-छोटी मछलियां ही फंसती हैं या फिर एसीबी बड़ी मछलियों को पकड़ने से दूर रहती है लेकिन जब से डीजी बी.एल सोनी व एडिशनल डीजी एम एन दिनेश की जोड़ी के समन्वय बनने के बाद छोटी छोटी के साथ साथ बडी-बडी मछलियां भी शिकंजे में फंसने लगी हैं, यानि अब बेझिझक एसीबी भ्रष्ट बड़े नौरशाहों को भी रंगे हाथों गिरफ्तार करके यह जता दिया है कि भ्रष्टाचारी चाहे छोटा हो या बड़ा अब एसीबी की पकड़ से दूर रह नहीं सकता।
हाल ही में दौसा व बांदीकुई में उपखण्ड अधिकारी पद पर तैनात राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) के अधिकारी पुष्कर मित्तल व पिंकी मीणा को रिश्वत की मोटी रकम लेते जयपुर ऐसीबी ने रंगे हाथों गिरफ्तार करके धमाका किया है। इसी के साथ तत्तकालीन दौसा पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल के दलाल को पकड़ कर एसीबी अग्रवाल तक पहुंच गई है। इससे पहले बारां जिला कलेक्टर इंद्रसिंह राव को एसीबी ने पकड़ा था। वहीं अलवर में उप पुलिस अधीक्षक सफात खान को रंगो हाथों एसीबी ने पकड़ा था। इसके अलावा एसीबी की सीकर चौकी ने मकराना नगरपरिषद के आयुक्त संतलाल को रिश्वत की मोटी राशि लेते रंगे हाथों पकड़ने के बाद श्रीगंगानगर नगरपरिषद आयुक्त प्रियंका बूढानिया को श्रीगंगानगर से जयपुर जाते समय अवैध राशि ले जाते सीकर के लक्ष्मनगढ़ में पकड़ने के बाद उनके खिलाफ वाद दर्ज किया है।
कुल मिलाकर यह है कि राजस्थान एसीबी के शिकंजे में अब छोटे-छोटे भ्रष्ट कार्मिकों के अलावा भारतीय प्रशासनिक सेवा IAS व पुलिस सेवा IPS के अधिकारियों के अलावा राजस्थान प्रशासनिक सेवा RAS व राजस्थान पुलिस सेवा RPS सहित अन्य समानांतर उच्च सेवा के भ्रष्ट अधिकारी भी रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़े जा रहे हैं।
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