राकेश यादव, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
देवरी विकासखण्ड के ग्राम समनापुर शाहजू में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के राशन में लंबे समय से चल रही गड़बड़ी को लेकर एकजुट हुए ग्रामीणों ने राशन दूकान के सेल्समेन को खदेड़ दिया जिससे उसे एक मकान में शरण लेनी पड़ी| सूचना के बाद पहुँची डॉयल
100 सेवा पुलिस द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर मामले को मशक्कत के बाद शांत कराया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देवरी विकासखण्ड के ग्राम पुरैना चौकी में मढ़पिपरिया सहकारी समिति द्वारा सार्वजनिक वितरण का राशन प्रदाय किया जाता है। शनिवार दोपहर ग्राम पुरैना चौकी एवं सर्रा के ग्रामीण
बड़ी संख्या में खाद्यान लेने के लिए राशन दूकान के बाहर जमा थे। वितरण के दौरान सेल्समेन द्वारा कम खाद्यान दिये जाने को लेकर ग्रामीण नाराज हो गये एवं एकत्रित ग्रामीणों जिनमें अधिकांश महिलाएं थीं ने सेल्समेन को जमकर खरी खोटी सुनाई। दोनो तरफ से हुई कहासुनी से विवाद की स्थिति होने से एकजुट ग्रामीणों ने सेल्समेन
को घेर लिया जिससे बचने के लिए उसने एक मकान में शरण लेनी पड़ी। सेल्समेन एवं ग्रामीणों की सूचना के बाद पहुँची महाराजपुर थाने की डॉयल 100 सेवा के अधिकारियों ने मामले में बीच बचाव कर विवाद को शांत कराया एवं एसडीएम देवरी को मामले से अवगत कराया।
जिसके बाद मामले के निराकरण के लिए नायब तहसीलदार रघुनंदन शर्मा एवं खाद्य निरीक्षक चारू जैन घटनास्थल पहुँची एवं ग्रामीणों की शिकायत सुनी। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें लंबे समय से खाद्यान
पर्ची के अनुरूप खाद्यान प्रदाय नही किया जा रहा है। इस माह जुलाई एवं अगस्त का खाद्यान वितरण होना है परंतु यह सिर्फ एक माह का 5 किलो प्रतिव्यक्ति के मान से वितरण कर रहे है। ग्रामीणों ने बतायाकि कुछ माह में सेल्स मेन द्वारा राशन का वितरण नही किया गयाऔसहै।
ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना के अंतर्गत प्रदाय किये जाने वाले निःशुल्क चावल वितरण में भी कार्ड धारियों से राशि ली गई है। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि इस संबंध में उनके द्वारा विगत 1 माह पूर्व खाद्य
निरीक्षक मेडम के निरीक्षण के दौरान भी शिकायत की गई थी परंतु कोई कार्रवाई नही की गई। ग्रामीणों की शिकायतों को सुनने के बाद नायब तहसीदार द्वारा समझा बुझाकर ग्रामीणों को शांत कराया गया। जिसके बाद ग्रामीण अपने अपने घरों को लौट गये। कोरोना संकट के मद्देनजर केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा प्रवासी एवं ग्रामीणमजदूरों को पर्याप्त खाद्यान उपलब्ध कराने के लिए नई वितरण
व्यवस्था आरंभ की गई है जिसमें हो रही बंदरबॉट के चलते राशन दूकानों की नई शिकायते सामने आ रही है। केन्द्र सरकार द्वारा आरंभ की गई प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में गरीबी रेखाएणसहित अन्य गरीब परिवारों को निःशुल्क 5 किलो राशन प्रति व्यक्ति प्रदाय किये जाने का प्रावधान है। परंतु खाद्य विभाग में चल रही भर्राशाही के कारण विकासखण्ड के कई दर्जन ग्राम आज दिनांक तक
लॉकडाउन पीरियड का राशन प्राप्त नही कर सके है। ग्रामीण अशिक्षित ग्रामीणों की अज्ञानता का फायदा उठाकर कुछ स्थानों पर उनसे निःशुल्क खाद्यान की राशि वसूले जाने की शिकायतों के बाद भी कोई कार्रवाई
नही की गई। वर्तमान माह में शासन के निर्देशानुसार जुलाई एवं अगस्तमाह का खाद्यान एक साथ वितरण के निर्देश के बाद भी दूकान के सेल्समेन ग्रामीणों को गुमराह कर अपनी झोलिया भरने में लगे है।
क्या कहते है अधिकारी
मामले के संबंध में नायब तहसीलदार रघुनंदन चतुर्वेदी का कहना है कि ग्रामीणों को खाद्यान वितरण से शिकायत थी वह 10 किलो प्रति व्यक्ति के मान से वितरण मांग रहे थे परंतु प्रावधान 5 किलो का है इसलिए समझाइश दी गई है। पुराने वितरण की शिकायत खाद्य विभाग का मामला है इस विषय इस विषय में मुझे कुछ पता नही है।
वर्तमान में कितने माह का राशन वितरण होना है इस सवाल के जबाब में वह चुप्पी साध गये।
मामले को लेकर खाद्य विभाग के सहायक आपूर्ति अधिकारी चारू जैन से दूरभाष पर लगातार संपर्क के बाद भी कोई प्रतिउत्तर प्राप्त नही हो सका है।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.