अब्दुल वाहिद काकर, धुले (महाराष्ट्र), NIT;
शिरपुर तहसील क्षेत्र के दुर्बुल्या गांवममें क्रोधित महिलाओं ने पुलिस पर पथराव कर कुछ पुलिस कर्मियों को घायल कर दिया। यह महिलाएं विधवा हुई एक महिला को जायदाद में हिस्सा दिलाने के लिए उसे लेकर ससुराल आने और पुलिस के दखल देने से तैश में थीं।
मिली जानकारी के अनुसार गत दिनों गांव के एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी जिसमें परिजनों ने पुलिस को आत्महत्या मामले में संदेह जताया था। सोमवार को आत्महत्या करने वाले व्यक्ति की पत्नी को उसके सुसराल में लेकर कुछ लोग आए थे और मृतक की पत्नी को ज़ायदाद में हिस्सेदारी की मांग को लेकर विवाद हुआ जिसमें वधु पक्ष ने विवाद की शिकायत शिरपुर ग्रामीण पुलिस में कर दी। दोपहर एक बजे के बीच मृतक के परिवार को समझाने का प्रयास किया गया जिस पर विवाद गहराता गया और गांव की महिलाएं पुलिस पर तूट पड़ीं, जिसमें धक्का मुक्की के दौरान एक गर्भवती महिला पुलिस कर्मी को भी चोट लगी है तथा अन्य चार पुलिस कर्मी पथराव में घयाल हुए हैं। सोमवार की देर रात शिरपुर पुलिस स्टेशन में महिलाओं और पुरुषों की पहचान कर पुलिस उप अधीक्षक शिरपुर संदीप गवित मामले का अवलोकन कर रहे थे।
15 दिन पहले हुए दुर्बुड्या तहसील शिरपूर के युवक की संदिग्ध आत्महत्या मामले मे कल 18 जून को पुलिस गाडी पर दुर्बुड्या की महिलाओं ने पथराव किया। पथराव मे पुलिस अधिकारी सहित पुलिसकर्मी जखमी हुए।
प्राप्त जानकारी नुसार दुर्बुड्या के जगदिश राजाराम पावरा (उम्र 23 ) युवक ने 15 दिन पहले बाटवापाडा तहसील शिरपूर में आत्महत्या की थी जिसपर युवक के घर वालो ने ससुराल वालों पर संदेह जताया था। इस बीच कल बाटवापाडा से मृत युवक की पत्नी को उनके परिजन दुर्बड्या लेकर आए थे। किंतू दो परिवारो के बीच बात चीत के दौरान छूटपूट झगडा हो गया था। उक्त घटना की जानकारी पर सांगवी पुलिस थाने से पुलिस गाडी दुर्बड्या में पहुची लेकीन क्रोधित महिलाओं ने पुलिस वालों पर हमला बोल दिया। पत्थर, लकडी से किए गये हमले में पुलिस उपाधीक्षक संदीप गावीत, सहायक पुलिस निरीक्षक किरनकुमार खेडकर, हवालदार संजय संभू नगराले, श्यामसिंग धर्मा वळवी, अनंत भानुदास पवार, यमुना परदेसी जखमी हुए हैं। साथ ही पुलिस गाडी का भी नुकसान हुआ है।
कल लडकी वाले आये थे दुर्बूल्या लडकी पहुंचाने
आत्महत्या के 15 दिन बीत जाने के बाद बाटवापाडा वाले लडकी (मृतक की पत्नी) को पहुंचाने कल 18 जून को दुर्बूल्याहतहसील शिरपुर आये थे। इस बीच मृत युवक के घर वाले और बाटवापाडा के लोगों के बीच झगडा शुरू हो गया। बातचीत का रूपांतर झगडे में हो गया। इस बीच मृत युवक की मां ने बहू के कान के नीचे थप्पड मार दी। जिसकी तुरंत जानकारी सांगवी पुलिस थाने में दी गई और पुलीस वाले दुर्बुड्या में आ पहुंचे। मरे हुए युवक की जांच के बजाय एक थप्पड के कारण पुलिस दौड के आई, ऐसा क्रोध लोगों के मन में ऊठा और महिलाओं ने पुलिस पर हमला बोल दिया। हमले के बाद पुलिस सुरक्षा बढाई गई और दुर्बूल्या के 15-20 लोगों को पुलीस ने धर दबोचा। देर रात तक सांगवी पुलिस थाने में लोगों की भीड जमी हुई थी जिसमें महिलाएं भी देर रात तक पुलिस स्टेशन में हाजिर रहीं।
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