जावेद अंसारी, मुबारकपुर/आजमगढ (यूपी), NIT;
उत्तर प्रदेश के आजमगढ जिल क मुबारकपुर निवासी बुनकर की सऊदी अरब के रियाज में आग लगने से मौत हो गई, खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड गयी। 3 वर्ष पूर्व वह कमाने सऊदी अरब गय था।
मिली जानकारी के मुताबिक मुबारकपुर थाना के मोहल्ला पूरा सोफी निकट भोनू कुरैशी के पास रफ़ीक अहमद अंसारी पुत्र नियाज़ अहमद (30 वर्ष) तीन वर्ष पूर्व कमाने की गर्ज़ से सऊदी अरब की राजधानी रियाज के अल बतहा में दवा की एक कम्पनी में काम करने गया था। गत 3 जून 2018 को काम करने के दौरान कम्पनी में भयानक आग लग गयी जिसमें दर्जनों लोग आग की जद में आ गये। इसी आग में रफ़ीक अहमद अंसारी भी बुरी तरह झुलस गया जिसकी अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई। इस आग में वाराणसी व बंग्लादेश के कई युवक बुरी तरह से जख्मी हुए हैं। बताया जाता है उसमें से 5 लोग अब भी ज़िंदगी व मौत से जूझ रहे हैं। रफ़ीक की मौत की सूचना मिलते ही सऊदी अरब में मौजूद इनका छोटा भाई रकीब अहमद को मिली तो जिद्दा से भाग कर कम्पनी पहुंचा जहां अपने बड़े भाई की लाश देख छोटे भाई का रो रो कर बुरा हाल हो गया। वहां पर पूरा सोफी के आधे दर्जन युवक काम करते हैं, खबर मिलते ही वह भी पहुंचे और साथ मिलकर मदद किया। वह लोग लाश को अपने वतन लाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन इंडियन एंबेसी बन्द होने के कारण अब लाश ईद बाद इंडिया आने की खबर है।रफ़ीक अहमद अंसारी 30 पुत्र न्याज़ अहमद पूरा सोफी निकट भोनू कुरैशी के पास घर है व गौस मोबाइल के गुलाम गौस अंसारी के बड़े अब्बू का लड़का थ। रफ़ीक अपने पीछे 3 बच्चों व पत्नी को छोड़ गया है, जिसमें दो लड़के व एक लड़की है। मां बाप व पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है।
रफ़ीक अहमद अंसारी 6 भाइयों में 3 नम्बर पर था, इनके बड़े भाई सिराज अहमद व शफीक अहमद काली चाय वाले पूरा सोफी हैं। वहीं सऊदी अरब में मरहूम रफ़ीक अहमद के छोटे भाई रकीब अहमद भी काम करता है।
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