उप सरपंचों ने दिखाई एकता अधिकारों के लिए बनाया संगठन | New India Times

मो. मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:

उप सरपंचों ने दिखाई एकता अधिकारों के लिए बनाया संगठन | New India Times

त्रिस्तरीय पंचायती राज में संविधान के तहत जिला, जनपद एवं पंचायत के नाम निर्देशन फार्म एक ही पर्चे से भरे जाते हैं। चुनाव की प्रक्रिया भी समान होती है। जिला में जिला अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, जनपद में अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का अलग से कक्ष एवं मानदेय होता है किंतु ग्राम पंचायत में उपाध्यक्ष अर्थात उपसरपंच के साथ यह विसंगति है। समस्त नवनिर्वाचित उप सरपंच जनपद पंचायत जुन्नारदेव के 97 उप सरपंच की बैठक संपन्न हुई जिसमें सभी ने अपने सम्मानजनक अधिकारों के लिए एवं ग्राम के अच्छे विकास के लिए संगठित होने के उद्देश्य से संबंधित बैठक पहली पायरी जुन्नरदेव में उप सरपंचों के अधिकार एवं सम्मान की रक्षा के लिए उप सरपंच संघ, संरक्षक श्री विजय सूर्यवंशी जी, श्री दर्शन माउसकर जी, श्री कारेशा धुर्वे जी, श्री जगन्नाथ यदुवंशी जी की उपस्थिति में एवं सबकी सर्वसहमति से जुन्नारदेव उपसरपंच संघ के ब्लॉक अध्यक्ष श्री राकेश खरे जी (उपसरपंच ग्राम पंचायत जमकुंडा) एवं चारों क्षेत्र से उपाध्यक्ष श्री सोहन धुर्वे जी, श्री मनीष सूर्यवंशी जी, श्री मेहरबान ढीकू जी, श्री राजकुमार बेलवंशी जी, सचिव श्री हिरेशा धुर्वे जी, कोषाध्यक्ष श्री मनीष साहू जी, मीडिया प्रभारी श्री रमेश भन्नारे जी एवं श्री संतोष पाटिल जी तथा प्रदेश अध्यक्ष हेतु मनोनीत श्री सुनील पावर जी, जिला अध्यक्ष हेतु मनोनीत श्री नरेंद्र यादव जी एवं सक्रिय सदस्य श्री राहुल महलवंशी जी, जगदीश यदुवंशी, विमल बेलवंशी जी, भैयालाल कुमरे जी, सादुलाल धुर्वे जी, सुनिता विजय सूर्यवंशी जी, श्रीमती गीता नागवंशी जी, श्रीमती रेखा परते जी, श्रीमती महावती धुर्वे जी, जगपाल बोसम जी, चिंटू वाडीवा जी उपसरपंच संघ के अधिकारों एवं सम्मान को पाने एवं पंचायत में उनके अधिकारों को दिलाने के लिए संघ बनाया गया जो भविष्य में उपसरपंचों के अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading