रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
कोरोना महमारी में जहाँ एक ओर वस्तुओं के दाम में बेतहाशा वृद्धि हुई है और अधिकांश व्यापारियों ने मौके का फायदा उठाते हुए काला बाजारी की है और कर रहे हैं
तो दुसरी ओर इंसानियत के नाते कुछ समाजसेवी संगठन व व्यापारी ऐसे भी हैं जिन्होंने मुक्त हस्त से दान देकर कोरोना महामारी में आर्थिक संकट से जूझ रहे मध्यम तथा निम्न वर्ग की मदद की है।
आदिवासी बाहुल्य जिले में आदिवासियों के विकास के लिए प्रतिबद्ध आदिवासी किसान मजदूर पंचायत व समस्त नागरिकों के हक की लड़ाई में सहभागी बन उन्हें उनका हक दिलाने वाली राष्ट्र व्यापी संस्था राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के प्रयासों से एक्शन एड एसोसिएशन के संचालक वागु डोडियार, उमेश मेड़ा, पुष्पा गणावा, दिनेश धुलिया संग मानवाधिकार की सम्भागीय अध्यक्ष सुमित्रा राजू मेड़ा के अथक प्रयासों से पहली बार भारत मे कार्यरत विदेशी कम्पनी गीव इण्डिया, हेल्लो एप, एक्शन एड ने जिले की पेटलावद, थांदला व मेघनगर ब्लॉक की ग्रामीण बेहसहारा निराश्रित एवं विधवा महिलाओं को चिन्हित कर 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 2 किलो तुअर दाल, 2 किलो चना दाल, 1 किलो तेल, 500 ग्राम घी, नमक, मिर्च, हल्दी, हैंडवॉश, साबुन सेट आदि लगभग 15 दिनों के राशन की किट प्रदान की।
इस अवसर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं महिला बाल विकास आयोग के प्रदेशाध्यक्ष पवन नाहर, अली असगर बोहरा, समकित तलेरा ने ग्रामीणों को कोरोना महमारी से सम्बंधित बातें बताकर जागरूक किया वही सुमित्रा मेड़ा ने सेनेटाइजर से सभी के हाथ धुलवाना व मास्क पहनना सिखाया वही सभी को सेनेटाइजर व मास्क भी बाँटे। उनके इस प्रयासों की ग्रामीण अंचल के सरपंच, पूर्व सरपंच, सचिव, गाँव प्रमुख ने प्रसंशा की वहीं ग्रामीण महिलाओं ने राशन पाकर सभी को धन्यवाद दिया।
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