त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
सागर जिले की तहसील देवरी के अधिकतर बने हुये गेहूं व चना के खरीदी केन्द्रों में शासन के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। किसानों की सुविधाओं के लिये जो शासन ने निर्देश दिये थे उनका किसी भी केन्द्र पर पालन नहीं किया जा रहा है। केन्द्रों में किसानों को भारी परेशानियों का सामना कर पड रहा है साथ ही कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिये जिस प्रकार पूरा विश्व, देश, राज्य, जिला, तहसील सभी प्रशासन अधिकारी, समाज सेवी कोरोना से लड़ने के लिये व बचाव सम्बधी सेनेटाइजर, हैन्डवाश, मास्क आदि का उपयोग करने तथा सोशल डिस्टेंस बनाये रखने व घर में ही रहने की लोगों को समझाईश दे रहे हैं, शासन द्वारा सभी खरीदी केन्द्रों को भी सख्त निर्देश दिये गये हैं कि बिशेष रूप से सख्ती से पालन करें नहीं तो केन्द्र प्रबंधकों पर तुरन्त कार्यवाही की जायेगी मगर देवरी के केन्द्रों में सबसे ज्यादा नियमों की धज्जियां रसेना खरीदी केन्द्र व चरगुवा गौरझामर खरीदी केन्द्र में उड़ाई जा रही है।
किसान बेचारे सुबह से रात तक तुलाई के इंतजार में बैठे नजर जाते हैं। जब बुधवार को केन्द्रों का निरीक्षण पत्रकारों ने किया तो देखा गया कि बेचारे किसानों के अनाज की सुबह 7 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक तुलाई नहीं हुई थी। ट्रैक्टरों-वाहनों पर लदे गेहूं की गाड़ियों की लम्बी कतार लग चुकी थी, किसानों को न वेठने न पानी पीने न ही इतनी धूप में छाया की व्यवस्था दिखी, न सेनेटाइजर, हैन्डवाश दिखा न सोशल डिस्टेंस का पालन होते दिखा। बिना मास्क के ही लेबर व कर्मचारी लोग काम करते हुये नजर आये। जब जानकारी की गई तो किसानों द्वारा बताया गया कि सुबह रात से शाम तक हो गई तुलाई बंद है बोल रहे हैं जगह की कमी है तो बंद रहेगी तथा बताया गया कि केन्द्र पर रिकार्ड रजिस्टर में नियमानुसार एन्ट्री भी नहीं की जा रही है, मनमर्जी से की जाती है। केन्द्र में सोशल डिस्टेंस के पालन करने के लिये गोल चक्र नहीं बनाये गये हैं और लेबर झुंड बनाकर बिना मास्क के तास पत्ते खेलते नजर आये। ऐसी ही बहुत सी लापरवाही यहां देखने मिल रही है।
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