गणेश मौर्य, ब्यूरो चीफ, अंबेडकरनगर (यूपी), NIT:
प्रदेश सरकार की ओर से विकास तेजी से होने की बात भले कही जा रही हो पर सुवार पुर गांव में सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। आजादी के 70 साल बीत जाने के बाद भी यह गांव बदहाली के आंसू बहाने को विवश है। प्रशासन इस गांव की सुध नहीं ले रहा है। जिला मुख्यालय से मात्र 8 किलो दूरी पर स्थित अकबरपुर ब्लॉक के अंतर्गत सुवार पुर गांव बसा है जहां सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। गांव के लोग अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।
गांव में आने-जाने के लिए रास्ते बदहाल हैं। लोगों को शुद्ध पेयजल नहीं मिलता। सड़क पर घर का गंदा पानी बह रहा है। लोगों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है जिससे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी होती है। लोगों को सरकारी सुविधाएं भी ठीक से नहीं मिल पाता। जिससे योजना का लाभ लेने के लिये चक्कर काटना पडता है।
केयर ऑफ़ मीडिया संवाददाता ने जब सुवार पुर ग्राम प्रधान विवेक वर्मा, से गांव की बदहाली के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा काम हो रहा है काम की रफ्तार धीमी है जब प्रधान से यह बात पूछी गई कि आजादी के कुछ सालों बाद से ही इस गांव की बागडोर प्रधान के रूप में जनता ने पीढ़ी दर पीढ़ी आपको सौंपी तो अब तक नाली क्यों नहीं बनी प्रधान ने इस मामले को लेकर अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी। प्रदेश कि जो भी सरकार ने भले ही अब तक उत्तर प्रदेश के किसी जिले के किसी गांव में रामराज नहीं आया हो लेकिन अंबेडकरनगर जिले के सुवार पुर के इस गांव में आजादी के बाद से राम राज कायम है।
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