क्राइम ब्रांच पुलिस ने महज 24 घंटे में किया हत्या का खुलासा, शराब के लिए उत्तर भारतीय हम्माल की हुई थी हत्या | New India Times

अब्दुल वाहिद काकर, ब्यूरो चीफ, धुले (महाराष्ट्र), NIT:

क्राइम ब्रांच पुलिस ने महज 24 घंटे में किया हत्या का खुलासा, शराब के लिए उत्तर भारतीय हम्माल की हुई थी हत्या | New India Times

क्राइम ब्रांच पुलिस ने उत्तर भारतीय हम्माल की हत्या का महज 24 घंटों में पर्दाफाश कर दिया है। बताया गया है कि शराब की क्वार्टर के लिए राहूल गौतम ने विजय कुमार को लकडी से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया था। रुपये के लिए उसने मृतक की पतलून उतार कर नकदी चोरी करने का अपराध मंगलवार को कबूल किया है।

शहर के बारह पत्थर इलाके में सोमवार की सुबह नग्न अवस्था में हम्माल विजय कुमार का शव बरामद हुआ था। स्थानीय अपराध अनुसंधान शाखा ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में सफलता हासिल की है। हत्या के आरोपी को पनवेल से हिरासत में लिया गया है। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थ नगर जिला निवासी विजय कुमार कुछ महीनों से लोहा बाजार में हम्माली कर रहा था।
इंस्पेक्टर हेमंत पाटिल ने इस मामले की जांच शुरू की जिसमें उन्होंने मृतक के आसपास के मित्रों और लोगों की जांच पड़ताल की और आशंका व्यक्ति की कि किसी करीबी व्यक्ति नहीं उस को मौत के घाट उतारा होगा। जांच पड़ताल में साबित हुआ कि शराब के लिए उसी का सहयोगी हम्माल साथी राहूल गौतम लापता है। पुलिस ने अहम सूत्र जोडकर संदिग्ध की तलाश करते हुए एलसीबी टीम सीधे कलंबोली (पनवेल) पहुंची और जाल बिछाकर रात में आरोपी को पकड़ लिया। उसे मंगलवार की सुबह धुलिया क्राइम ब्रांच कार्यालय में विस्तृत जांच की जिसमें संदिग्ध राहुल गौतम ने अपराध कबूल किया। उसने कहा कि विजय कुमार और वह साथ काम करते थे। दोनों साथ में शराब पी रहे थे। शराब खरीदने के लिए रुपयों को लेकर दोनों में कहासुनी हुई और कहासुनी मारपीट में बदल गई। इस समय मृतक विजय कुमार नशे में धुत था। उसने शराब के लिए रुपये देने से इंकार किया तो क्रोधित होकर राहुल गौतम ने पास के एक पेड़ की टहनी तोड़ ली और विजय कुमार को उससे पीटना शुरू कर दिया जिससे वह अधमरा हो गया साथ ही निक्कर की जेब से पैसे निकालने के लिए उसकी पैंट भी उतार दी। इसके बाद रुपये व मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया।

सिर में गंभीर चोट लगने से विजय कुमार की मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी राहुल गौतम अपने दोस्त कलंबोली (पनवेल) के यहां चला गया। उसने वहां एक नया काम करने का इरादा किया लेकिन एलसीबी ने उसे कल रात ही पकड़ कर महज 24 घंटे में इस मर्डर केस को सुलझाने में सफलता हासिल कर ली।

इस केस का खुलासा पुलिस अधीक्षक संजय बारकुंड, अपर अधीक्षक किशोर काळे के निर्देशन में एलसीबी पीआई हेमंतकुमार पाटिल के नेतृत्व में पीएसआई योगेश राऊत, प्रभाकर बैसाणे, श्रीकांत पाटील, कमलेश सूर्यवंशी, योगेश चव्हाण, राहूल सानप, राहूल गिरी, तुषार पारधी, रफीक पठान, मयुर पाटिल ने किया है।


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