यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:
धौलपुर जिले के सरकारी विद्यालयों और राजकीय उच्च माध्यमिक गर्ल्स स्कूल धौलपुर में अल्पसंख्यक विद्यार्थीयो को उर्दू विषय के लिए परेशान किया जा रहा है। राज्य सरकार के आदेशानुसार तृतीय भाषा उर्दू का चयन करने वाले कक्षा 6 से लेकर कक्षा 10 तक अगर 10 विद्यार्थी होने पर वहां उर्दू पद दिया जाएगा और 12 th कक्षा के विद्यार्थियों के लिए अजमेर बोर्ड की अनुदेशिका के पेज नंबर 13 पर यह प्रावधान है कि विद्यार्थी स्वाध्याय के आधार पर कोई एक विषय का चयन कर सकते हैं भले ही उस विषय की मान्यता उस विद्यालय में ना हो इसके आधार पर आप उर्दू साहित्य दे सकते हैं माननीय प्रधानमंत्री 15 सूत्रीय कार्यक्रम बिंदु नंबर 3 पर उल्लेख है उर्दू शिक्षा के लिए अधिक संसाधन उपलब्ध करवाना मगर धौलपुर में संसाधन उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं जिसके लिए सीधे-सीधे जिला शिक्षा विभाग और अधिकारी जिम्मेदार है राज्य सरकार कहती है बेटी पढ़ाओ.लेकिन राज्य सरकार के इस अभियान की शिक्षा विभाग द्वारा दज्जिया उड़ाई जा रही है और हमारा भविष्य खराब किया जा रहा है विद्यालय प्रशासन हमे उर्दू संकाय नही दे रहे है जो हमारा हक है हमारे बात करने हमको हर बार भटका दिया जाता है हम उर्दू नही दे सकते हमारे हाथ में कुछ नही है, हम अब पढ़ने की लो छोड़ देते है, हमें टीसी कटा कर घर बैठना होगा, और हमारे भविष्य खराब होने के पीछे इसका जिम्मेदार विद्यालय प्रशाशन जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला प्रशासन होगा। माननीय मुख्यमंत्री महोदय से हम गुजारिश करते हैं हमारी इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए इस मौके पर युवा समाजसेवी आशिफ उस्मानी इमरान खान शाइन खान अलीशा मुन्नी इन्ना जेहरा अनम नोशिन निशा तनिषा नाज बानो अफसा खान जीनत इरम साहिबा मुस्कान मौजूद रहे.
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