मुबारक अली, ब्यूरो चीफ, शाहजहांपुर (यूपी), NIT:
भ्रष्टाचार मुक्त कैसे हो उत्तर प्रदेश क्योंकि आप अगर रिश्वत नहीं देंगे तो आपका काम में एक नहीं अनेकों खामियां निकाल दी जाएंगी, आप की चप्पलें घिस जाएंगे और आपको अंत में मजबूर होकर रिश्वत देना ही पड़ेगा. जब तक सरकारी विभागों में ऐसे रिश्वतखोर मौजूद हैं तब तक भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश कैसे होगा?
जी हाँ हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहांपुर की जहां सुखपाल सिंह द्वारा अपने पिता की मृत्यु होने के बाद वारिसान प्रमाण पत्र बनवाने के 16 जुलाई 2019 को आवेदन किया, लेखपाल उत्कृष्ट वर्मा के द्वारा खर्चा पानी की मांग की गई और खर्चा पानी ना मिलने पर पता गलत अंकित कर दिया गया, सही पता ना मिलने के कारण वारिसान प्रमाण पत्र कैंसिल हो गया, 1 जून 2022 को दोबारा से आवेदन किया 3 जुलाई को एसडीएम सदर से चलकर लेखपाल पास जांच आई तो लेखपाल उत्कृष्ट वर्मा द्वारा सुखपाल सिंह से ₹5000 रिश्वत मांगी गई, सुखपाल सिंह ने बताया कि हमें पैसा देना अच्छा नहीं लगा तो हमने एंटी करप्शन टीम से संपर्क साधा और अपनी शिकायत दर्ज कराई. मंगलवार को हमें ₹5000 देने का वादा था एंटी करप्शन टीम ने उत्कृष्ट वर्मा लेखपाल को रंगे हाथों पकड़कर कोतवाली लेकर आई जहां आगे की कार्रवाई की गई।
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