अशफाक कायमखानी, सीकर/जयपुर (राजस्थान), NIT:
राजस्थान का एक मात्र सीकर जिला ऐसा है कि जिसकी आठों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस विधायक होने के साथ साथ राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष व गहलोत सरकार के शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा भी इसी जिले के रहने वाले हैं। जिले की राजनीति पर वर्तमान में कांग्रेस का एक तरफा कब्जा होने के बावजूद जिला प्रमुख चुनाव में कांग्रेस के चार मत भाजपा उम्मीदवार गायत्री कंवर के पक्ष में क्रोस होने से कांग्रेस उम्मीदवार सोहनी चौधरी को हार का मुंह देखने पर मजबूर होना पड़ा। इससे आगे चलकर कांग्रेस के लिये चिंता की बड़ी बात यह भी है कि उप जिला प्रमुख के आज हुये चुनाव में कांग्रेस की तरफ से किसी भी उम्मीदवार का नामजदगी का पर्चा तक भरा नहीं जाना कांग्रेस के लिये काला दिन से कम नहीं हो सकता। भाजपा उम्मीदवार ताराचंद धायल का निर्विरोध उप जिला प्रमुख चुना जाना कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है।
जिला प्रमुख चुनाव मे कांग्रेस के भाजपा के पक्ष में होने वाले चार क्रोस वोटिंग को लेकर राजनीतिक गलियारों में जारी चर्चा अनुसार कांग्रेस के 17 मत एक साथ मतदान करने मतदान स्तल पर आकर मतदान किया एवं दो मत अलग से अपने स्तर पर मतदान स्थल आकर सीधे मतदान करके सीधे ही वापस चले गये। यानी कांग्रेस उम्मीदवार सोहनी चौधरी को इस तरह कम से कम 19 मत तो मिलने ही चाहिए थे पर मिले केवल पंद्रह मत ही। तो चार मत जो क्रोस हुये उनको लेकर बाजार काफी गर्म होने से अनुमान लगाया जा रहा है कि एक मत दलित नेता समर्थक व एक मत पूर्व केन्द्रीय मंत्री व वर्तमान विधायक समर्थक व दो अन्य नेता समर्थक मत बताये ज रहे हैं।
कुल मिलाकर यह है कि सीकर जिला प्रमुख के चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज जनप्रतिनिधियों के खास समर्थक माने जाने वाले चार मतों का भाजपा के पक्ष में क्रोस होने व उप जिला प्रमुख चुनाव में कांग्रेस द्वारा उम्मीदवार तक नहीं उतार पाने से भाजपा के ताराचंद धायल के निर्विरोध उप जिला प्रमुख चुने जाने को कांग्रेस हाईकमान ने अगर सीरियस नहीं लिया तो आगे चलकर जिले से कांग्रेस का सफाया तक हो सकता है।
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