लाॅकडाउन की ज़ंजीरों में कैद हुआ 51वां मुमताज महल फेस्टिवल | New India Times

मेहलक़ा अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

लाॅकडाउन की ज़ंजीरों में कैद हुआ 51वां मुमताज महल फेस्टिवल | New India Times

मुमताज महल फेस्टिवल बुरहानपुर के अध्यक्ष शहजादा मोहम्मद आसिफ खान गौरी, तीन दिवसीय मुमताज महल फेस्टिवल के 51 वीं पायदान पर पहुंचने की बाद भी उनका मन अंदर से दुखी है। कर्फ्यू और निरंतर लाॅकडाउन के कारण मुमताज महल फेस्टिवल का तीन दिवसीय समारोह जो कि प्रति वर्ष 7 जून को अपनी शानदार प्राचीन परंपरा और रीति रिवाज के अनुसार आयोजित होता है, जिसमें देश के प्रसिद्ध फिल्म कलाकार, भारत के प्रसिद्ध शायर, साहित्यकार एवं अन्य लोग शरीक होते हैं, अवॉर्ड फंक्शन आयोजित होता है, जिसमें शहर के एवं शहर के बाहर के गणमान्य लोगों को उनकी उल्लेखनीय सामाजिक सेवाओं के लिए अवार्ड से नवाजा जाता है। सामूहिक विवाह के कार्यक्रम होते हैं। ऑल इंडिया मुशायरा एवं कवि सम्मेलन आयोजित होता है। जिसमें अपने शहर के और बाहर के श्रोतागण शरीक होते हैं। कार्यक्रम से लोग आनंदित होते हैं। जिसको देखकर मुमताज की आत्मा तृप्त होती है। इस वर्ष लाॅकडाउन की विपरीत परिस्थितियों के कारण स्थगित किया गया है।

लाॅकडाउन की ज़ंजीरों में कैद हुआ 51वां मुमताज महल फेस्टिवल | New India Times

शहजादा मोहम्मद आसिफ खान ने बताया कि प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी मार्च 2020 से ही उन्होंने मुमताज फेस्टिवल की तैयारियां शुरू कर दी थीं। शहजादा मोहम्मद आसिफ खान ने बताया कि फिल्म अभिनेताओं में जावेद अख्तर-शबाना आजमी, महेश भट्ट-आलिया भट्ट और मरहूम इरफान खान से बुरहानपुर आने के संबंध में एक दौर की बातचीत होने के बाद उनकी मौखिक स्वीकृति प्राप्त हो गई थी। मुंबई से इंदौर तक टू एंड फ्रो फ्लाइट टिकट बुकिंग, एडवांस एवं एग्रीमेंट आदि की औपचारिकता पूरी की जाना थी लेकिन 22 मार्च 2020 से देश में लाॅकडाउन के राष्ट्रीय संकट के कारण परिस्थितियां विपरीत हो गईं और 7 जून के समस्त कार्यक्रम लाॅकडाउन के शिकंजे में आने से कार्यक्रम की परंपरागत रौनक पर पानी फिर गया। साथ ही मेरी 50 वर्ष की मेहनत पर भी पानी फिर गया। शहजादा आसिफ खान ने सवाल किया कि देखिए आइंदा साल अल्लाह मुझे जीवन प्रदान करता है या नहीं? अगर अल्लाह मुझे आइंदा साल जीवन प्रदान करता है तो मैं इंशाअल्लाह पूरे जोश और जुनून के साथ 52 वें समारोह के आयोजन को एक मिशन के साथ ऐतिहासिक बनाने की कोशिश करूंगा। शहजादा मोहम्मद आसिफ खान ने उन्हें सहयोग प्रदान करने के लिए समस्त सहयोगियों का, निष्ठावान लोगों का शुभचिंतकों का और बुरहानपुर की शानदार जनता का भी आभार व्यक्त किया है। शहजादा मोहम्मद आसिफ खान गौरी ने बताया कि इस वर्ष 7 जून 2020 रविवार को कुछ सीमित लोग पाइन बाग जाकर कुरान खानी आदि की पुरानी परंपरा को संपन्न करेंगे। एसडीएम काशीराम बडोले ने सीमित लोगों को इस्लामी रीति रिवाज एवं परंपरा अनुसार फातिहा करने की अनुमति प्रदान की है। शहजादा मोहम्मद आसिफ खान गौरी ने बताया कि लाॅकडाउन के कारण जहां देश की रफ्तार थम गई है वहीं हमारे 7 जून के कार्यक्रम की रफ्तार भी थम जाए, तो देश पर 7 जून का कार्यक्रम शहजादा आसिफ कुर्बान करता है, यह भी इतिहास में लिखा जाएगा।


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