संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:
चार शहर का नाका क्षेत्र में स्कूल ना जाने वाले गरीब बच्चों पर मंत्री व कलेक्टर की नजर पड़ी तो स्कूल में प्रवेश के लिए सहायता दी। हर बच्चे का सपना होता है कि वह बड़ा होकर बनेगा राजाबाबू लेकिन परिवार की आर्थिक परेशानियां बच्चों को अच्छी पढ़ाई में बाधाएं बनकर सामने आती हैं। हर बच्चे में हुनर होता है। हर बच्चा बड़ा होकर कामयाब इंसान भी बन सकता है बस उसे अवसर मिलने की देर है। सभी बच्चों को पढ़ाई का समान अवसर मिले, इसके लिए सरकार ने सबको समान शिक्षा दिलाने का कार्य किया है।
मंगलवार को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, हजीरा क्षेत्र के भ्रमण पर थे उनके साथ कलेक्टर श्री अनुराग चौधरी, पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन एवं नगर निगम कमिश्नर श्री संदीप माकिन भी थे। भ्रमण के दौरान जब बच्चों को साथ में चलता देखा तो उन्हें पास बुलाया और चॉकलेट देकर पूछा कि तुम स्कूल क्यों नहीं गए तो बच्चों ने बताया कि हमारे माता-पिता के पास पैसा नहीं है, वो मजदूरी करते हैं। इतना सुनते ही कलेक्टर ने एसडीएम श्री प्रदीप तोमर को निर्देशित किया कि वे सभी बच्चों का स्कूल में दाखिला कराएं तथा उन्हें कॉपी, किताब, ड्रेस एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित करें। उन्होंने बच्चों को 1100 – 1100 रूपए देने की घोषणा भी की। मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने भी प्रत्येक बच्चे को शिक्षा के लिए 5 – 5 हजार रूपए देने की घोषणा की।
इन बच्चों के प्रवेश कराने के कलेक्टर ने दिये निर्देश
स्वच्छता अभियान के दौरान मंत्री श्री तोमर एवं कलेक्टर श्री चौधरी द्वारा जिन चार बच्चों को चिन्हीत कर उनके स्कूल में दाखिला कराने के निर्देश एसडीएम श्री प्रदीप तोमर को दिए उनमें राजपाल बघेल पुत्र श्री भोगीराम बघेल निवासी इन्द्रा नगर, रामेस्वर बाथम पुत्र श्री बृजमोहन बाथम निवासी रानीपुरा, प्रियांशु भदौरिया पुत्र श्री सतीश भदौरिया निवासी इन्द्रा नगर, गौरव भदौरिया पुत्र श्री रूपसिंह भदौरिया निवासी लूटपुरा शामिल हैं।
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