कैंसर के उपचार एवं रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन | New India Times

आलम वारसी, ब्यूरो चीफ, मुरादाबाद (यूपी), NIT:

कैंसर के उपचार एवं रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन | New India Times

मुरादाबाद के मैक्स रोगी सहायता केंद्र में ओरल कैंसर के ऊपर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कैंसर के मामलों की बढ़ती संख्या पर विचार विमर्श करने के साथ ओरल कैंसर के उपचार और रोकथाम में बढ़ते विकास को हाईलाइट किया गया। कार्यक्रम में नौवल थेरेपियों के आगमन पर जोर दिया गया जिनके जरिए सिर और गर्दन के स्टेज 4 के कैंसर के परिणामों में सुधार मुम्किन हो पाया है। मरीजों और श्रोताओं को संबोधित करने के लिए वहां वैशाली और पटपड़गंज स्थित मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के हेड एवं नेक के निदेशक डॉक्टर पवन गुप्ता और एसोसिएट डायरेक्टर रेडिएशन ऑन्कोलॉजी डॉक्टर गगन सैनी मौजूद रहे।

भारत में ओरल और ओरोफेरीन्जियल कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। पूरे विश्व में अकेला भारत है जहां सिर और गर्दन के कैंसर सबसे ज्यादा देखने को मिलते हैं। सही समय पर कैंसर की पहचान हो जाए तो इसका इलाज संभव है।

कॉन्फ्रेंस में मौजूद मैक्स हॉस्पिटल वैशाली एवं पटपरगंज के डॉ पवन गुप्ता का कहना है किए ओरल कैंसर के इलाज में बदलाव हुए हैं। पहले इंफेसिस कैंसर का इलाज कर रहा थाए जिसके बाद पीड़ित को कई अन्य परेशानियों का बोझ उठाना पड़ता था लेकिन बीमारी की बढ़ती समझ के साथ अब कार्यात्मक और शारीरिक ;कॉस्मेटिकद्ध रिकवरी दोनों को उतना ही महत्व दिया जा रहा है जितना कि रोगी के जीवित रहने को दिया जाता है। समय के साथ ओरल कैंसर के इलाज के सभी पहलुओं में बदलाव हुए हैं।

कॉन्फ्रेंस में उपस्थित मैक्स हॉस्पिटल वैशाली एवं पटपरगंज के डॉ गगन सैनी का कहना है कि परिवर्तन को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। सरवाइवल रेट में सुधार आया है तो साथ ही नई चुनौतियों का जन्म भी हुआ है इस बात पर आजतक जोर नहीं दिया गया। हमें न केवल कैंसर का इलाज करना है बल्कि हमें रोगी को पूरी तरह से स्वस्थ करना है। रोगी को कॉस्मेटिक्स और कार्यात्मक दोनों रूपों से ठीक करने की आवश्यकता होती है। सर्जिकल अप्रोच को नए सिरे से परिभाषित किया जा रहा है। तकनीकों के साथ सर्जिकल अप्रोच में बदलाव आया है जिसके साथ इलाज करना आसान हो गया है। इम्यूनोथेरेपी और टारगेटेड चिकित्सा जैसी नौवल थेरेपी के आगमन से स्टेज प्ट सिर और गर्दन के कैंसर के परिणामों में सुधार आया है। इन उपचारों के साइड इफेक्ट्स आसानी से मैनेज हो जाते हैं जिससे मरीज को अधिक समय तक इलाज करने में आसानी होती है।

मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर में तंबाकू वेलनेस एंड ओरल स्क्रीनिंग सेंटर तम्बाकू समाप्ति के लिए लोगों जागरुक करने और शुरुआती कैंसर का पता लगाने में मदद करता है। लोगों तक पहुंचने के लिए कम्यूनिटी कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर में हेड और नेक डीएमजी ग्रुप को ओरल कैंसर के खिलाफ जागरूकता फैलाने और इलाज के लिए नए विकल्प उपलब्ध कराने के लिए तैयार किया जाता है।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading