फराज़ अंसारी, ब्यूरो चीफ, बहराइच (यूपी), NIT:
प्रदेश की योगी सरकार के सख्त आदेश के बाद भी सरकारी डाॅक्टर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन मरीजों व तीमारदारों को परेशान करने व अवैध धन उगाही की शिकायतें आती रहती हैं। ताजा मामला बहराइच जिला अस्पताल का सामने आया है जहां डॉक्टरों द्वारा अवैध वसूली की जा रही है और शिकायत करने पर अंजाम भुगतने की धमकी भी दी जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को बहराइच जिला अस्पताल के डाॅक्टर आर के वर्मा ने मरीज की हड्डी टूटने पर ऑपरेशन और दवा के नाम पर 11 हजार रुपये वसूल किये और रसीद मांगने पर मरीज को अपने पैरों पर चल के न जाने देने की धमकी तक दे डाली। डाॅक्टर का कहना कहना है कि यही इलाज अगर बाहर करवाओगे तो 50 हजार से ज्यादा रकम खर्च करना पड़ेगा, यह सरकारी अस्पताल है तो इसका मतलब यह नहीं है कि सारा इलाज मुफ्त में होगा। इतना ही नहीं इस दागी डाॅक्टर ने इलाज के लिए आई महिलाओं को पैसे वसूलने की बात किसी से भी कहने पर अंजाम भुगतने की धमकी तक दे डाली।
आपको बताते चलें कि यह वही डाॅक्टर हैं जिनका कुछ माह पूर्ण अवैध धन उगाही और अवैध नर्सिंगहोम संचालन पाए जाने पर नर्सिंगहोम सीज कर जिला प्रशासन द्वारा वैधानिक कार्यवाही की गई थी लेकिन मामला ठंडा होने पर बेखौफ चिकित्सक ने फिर वही पुराना रवैय्या अख्तियार कर बिना डर के मरीजों के शोषण का खुला खेल खेलना फिर शुरू कर दिया है।
सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मरीजो के शोषण के खुले खेल में अस्पताल प्रशासन व जिले के आला अधिकारियों का मौन स्वीकृति प्राप्त है। नर्सिंगहोम सीज करने के दौरान जिला प्रशसन के अधिकारियों को अवैध नर्सिंगहोम संचालन में बिना डिग्री व रजिस्ट्रेशन के कई दर्जन मरीजों की बरामदगी तक हुई थी लेकिन अधिकारियों व सफेद पोश खाकी धारियों के इशारों पर मामलों को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया जिससे भृष्ट डाॅक्टर के हौसले औऱ बुलंद हो गए हैं। यह आये दिन मरीजों से खुलेआम ऑपरेशन के नाम पर अवैध वसूली की दर्जनों शिकायतें की जाती हैं लेकिन अस्पताल के जिम्मेदारों के द्वारा इसे दबा दिया जाता है। मरीजों की इस लूट का यह कोई नया मामला नहीं है बल्कि जिला अस्पताल में खुली लूट का खेल वर्षों से जारी है। जिला अस्पताल के सीएमएस, मरीजों की इस लूट में रोक लगाने में अभी तक नाकाम साबित हुए हैं। ताजा मामला विशेशरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पण्डितपुरवा चैसार का है जहाँ 80 वर्षीय बुजुर्ग सुनीता पत्नी स्व0 वासुदेव मिश्रा को चोट लगने से उन्हें फैक्चर हो गया और उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल बहराइच लाया गया तो हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आर के वर्मा ने बताया कि उनका ऑपरेशन करना होगा और ओटी में दवा के नाम पर ढाई हजार रुपये व ऑपरेशन करने के नाम पर आठ हजार पाँच सौ रुपये वसूल लिए। मरीज के साथ आये उनके बड़े बेटे जितेंद्र नाथ मिश्रा ने दिए गए रुपये की रसीद मांगी तो डॉक्टर आपे से बाहर हो गये और इंजेक्शन लगाकर मरीज को अपंग बना देने की धमकी तक दे डाली। पीड़ित ने इसकी शिकायत सीएमएस, जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री को पत्राचार द्वारा की है।
सीएमएस डाॅक्टर डी के सिंह ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है, जांच कमेटी गठित कर मामले की जांच कराई जा रही है। हालांकि ऐसा तो कई वर्षों से हो रहा है, कई डाॅक्टरों के भ्रष्टाचार व वसूली के मामले की जांच कराई गई है लेकिन किसी को दोषी करार दे कर कार्यवाही नहीं हो सकी है।
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