Edited by Sabir Khan/ Sandeep Shukla, नई दिल्ली, NIT:
पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान की बीच बढ़ रहे तनाव पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी रहीं। पाकिस्तान का 28 घंटे में बिना किसी शर्त के विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई के लिए तैयार हो जाना भारत की कूटनीतिक जीत है।
मीडिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करना शुरू कर दिया था, जिससे विश्वभर में पाकिस्तान की जमकर किरकिरी हुई। इसके बाद भारत ने जब पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के आतंकी ठिकानों को तबाह किया तो उसकी किसी देश ने निंदा नहीं की। इस दौरान एयरफोर्स का विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान के चंगुल में फंस गया, जिसके बाद भारत ने अभिनंदन की रिहाई के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहल शुरू कर दी। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों में से चार ने भारत का खुलकर समर्थन किया। सऊदी अरब भी जब पाकिस्तान के समर्थन में नहीं आया तो पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने अभिनंदन की रिहाई का फैसला किया।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्यों में चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। पुलवामा आतंकी हमले के बाद अमेरिका, ब्रिटेन, रूस और फ्रांस भारत के साथ थे जबकि सिर्फ चीन ने पुलवामा हमले की निंदा नहीं की थी लेकिन भारत की कार्रवाई पर उसने पाकिस्तान का समर्थन भी नहीं किया था। अमेरिका पाकिस्तान को बार-बार अपने यहां से आतंकवाद को खत्म करने की हिदायत देता रहा है और पुलवामा हमले के बाद अमेरिका ने यहां तक कहा दिया कि भारत अपनी आत्मरक्षा के लिए कोई भी ठोस कदम उठा सकता है, लेकिन उन्होंने बालाकोट में हुई कार्रवाई को गलत नहीं कहा। गुरुवार को ही NSA अजीत डोभाल और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो के बीच फोन पर बात हुई।
इन देशों ने भारत का किया समर्थन:
जर्मनी, हंगरी, इटली, कनाडा, इजराइल, आस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया, स्वीडन, स्लोवाकिया, फ्रांस, स्पेन, भूटान।
जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ रहा था उसी बीच भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज बीजिंग में चीन और रूस के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक करने पहुंचीं। सुषमा ने चीन से कहा कि पाकिस्तान जैश पर कार्रवाई नहीं कर रहा था इसलिए भारत का आतंकी शिविर पर हवाई हमला जरूरी था।
पुलवामा हमले के बाद सऊदी अरब के प्रिंस सलमान पाकिस्तान की यात्रा कर भारत आए थे। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देने की बात की थी। इसके कुछ ही देर बाद सऊदी अरब ने कहा कि वह अपने विदेश मंत्री को एक संदेश के साथ इस्लामाबाद भेज रहा है। बताया जा रहा है कि इसी के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में घोषणा की कि भारतीय पायलट अभिनंदन को रिहा किया जाएगा।
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